वाराणसी: राजस्थान में पुजारी की हत्या के विरोध में शनिवार को काशी के संतो ने प्रदर्शन किया. निरंजनी अखाड़ा कैलाश मठ के महामंडलेश्वर आशुतोषानन्द गिरी ने कहा कि संतो के साथ हो रहे उत्पीड़न को लेकर संत समाज में आक्रोश व्याप्त है. सरकार आरोपियों को जल्द से जल्द कठोर सजा दे.
इस दौरान मठ के महामंडलेश्वर स्वामी आशुतोषानन्द गिरि ने कहा कि दो दिन पूर्व राजस्थान में एक पुजारी को बुरी तरह पीटा गया और उस पर पेट्रोल डालकर उसे जिंदा जला दिया गया. इसलिए जब तक हत्यारों को फांसी की सजा नहीं मिलती, तब तक संत की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक के बाद एक घटनाएं संतो के साथ घटित हो रही हैं, जिसका काशी के संत विरोध करते हैं और मांग करते हैं कि आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा दी जाए.
उन्होंने कहा कि संत समाज सरकार से बस यही जानना चाहता है कि इन घटनाओं का पर्दाफाश कब होगा, आरोपियों को सजा कब मिलेगी. उन्होंने कहा कि यह बहुत दु:ख की बात है कि संतों को अपनी सुरक्षा के लिए आज सड़कों पर उतरना पड़ रहा है.
राजस्थान में पुजारी की हत्या के बाद काशी के संतों में रोष - पुजारी की हत्या
राजस्थान में पुजारी की जलाकर हत्या करने के मामले में काशी के संतों में गुस्सा देखने को मिला. संतों की मांग है कि सरकार दोषियों को जल्द से जल्द सजा दे.
वाराणसी: राजस्थान में पुजारी की हत्या के विरोध में शनिवार को काशी के संतो ने प्रदर्शन किया. निरंजनी अखाड़ा कैलाश मठ के महामंडलेश्वर आशुतोषानन्द गिरी ने कहा कि संतो के साथ हो रहे उत्पीड़न को लेकर संत समाज में आक्रोश व्याप्त है. सरकार आरोपियों को जल्द से जल्द कठोर सजा दे.
इस दौरान मठ के महामंडलेश्वर स्वामी आशुतोषानन्द गिरि ने कहा कि दो दिन पूर्व राजस्थान में एक पुजारी को बुरी तरह पीटा गया और उस पर पेट्रोल डालकर उसे जिंदा जला दिया गया. इसलिए जब तक हत्यारों को फांसी की सजा नहीं मिलती, तब तक संत की आत्मा को शांति नहीं मिलेगी. उन्होंने कहा कि प्रदेश में एक के बाद एक घटनाएं संतो के साथ घटित हो रही हैं, जिसका काशी के संत विरोध करते हैं और मांग करते हैं कि आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा दी जाए.
उन्होंने कहा कि संत समाज सरकार से बस यही जानना चाहता है कि इन घटनाओं का पर्दाफाश कब होगा, आरोपियों को सजा कब मिलेगी. उन्होंने कहा कि यह बहुत दु:ख की बात है कि संतों को अपनी सुरक्षा के लिए आज सड़कों पर उतरना पड़ रहा है.