वाराणसी: कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने का विशेष महत्त्व माना जाता है. आज गंगा स्नान करने के लिए घाटों (Ganges Ghat of Varanasi) पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी है. चंद्र ग्रहण से पहले सूतक काल को लेकर घाटों पर गंगा स्नान और पूजा पाठ किया जाएगा.
कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर श्रद्धालु (Crowd of devotees in Varanasi) गंगा में डुबकी लगाते हैं. ऐसी मान्यता है कि कार्तिक के पूरे महीने तक दीपदान और गंगा स्नान करने से ही सारे पापों से मुक्ति मिलती है. इसके साथ ही मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है. इसी मनोकामना के साथ श्रद्धालु पूरे एक महीने तक काशी में गंगा स्नान और दीपदान करते हैं. लेकिन, जो लोग पूरा एक महीना गंगा स्नान नहीं कर पाते हैं, वह यदि कार्तिक पूर्णिमा यानी अंतिम दिन गंगा स्नान करके दीपदान करते हैं तो उन्हें पूरे महीने का पुण्य फल प्राप्त होता है. आज वाराणसी के घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ की नजह आ रही है. हर वर्ष कार्तिक पूर्णिमा पर ही देव दीपावली का पर्व मनाया जाता है, लेकिन आज शाम चंद्र ग्रहण की वजह से यह पर्व 7 नवंबर को ही संपन्न हो चुका है.
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मंगलवार को चंद्रग्रहण की वजह से श्री काशी विश्वनाथ मंदिर पूर्णिमा को बंद रहेगा. शाम 5 बजकर 10 मिनट से 6 बजकर 19 मिनट तक चंद्रग्रहण रहेगा. इसी के चलते बाबा विश्वनाथ के 3 बजकर 30 मिनट पट बंद कर दिए जाएंगे. उसके बाद शाम 6 बजकर 30 मिनट पर उग्रह पूजा के बाद मंदिर आम लोगों के लिए खोला जाएगा. वहीं, अन्नपूर्णा मंदिर, संकट मोचन मंदिर भी ग्रहण की शुरुआत से पहले ही बंद कर दिया जाएगा.
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