वाराणसी: जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा एक दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे. उन्होंने जगतपुर पीजी कॉलेज में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों पर आधारित स्मृति ग्रंथ नामक पत्रिका का विमोचन किया. इस पत्रिका में आजादी की लड़ाई में शामिल स्वतंत्रता सेनानी के बारे में जिक्र किया गया है, जो अभी तक गुमानी को जिंदगी जी रहे थे. इस दौरान उन्होंने शिक्षा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारत को शिक्षा के ज्ञान के कारण ही सोने की चिड़िया कहा जाता है. पीएम नरेन्द्र मोदी ने शिक्षा के महत्व को जानते हुए नई शिक्षा नीति लागू की है.
वाराणसी के जगतपुर महाविद्यालय के संस्थापक अध्यक्ष एवं प्रख्यात स्वतंत्रता सेनानी चंपारण सत्याग्रह के सत्याग्रह बाबू शिवनाथ सिंह एवं अन्य स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन पर आधारित स्मृति ग्रंथ लोकार्पण समारोह कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम का मुख्य अतिथि मनोज सिन्हा उप राज्यपाल जम्मू कश्मीर और विशिष्ट अतिथि सतीश चंद दुबे राज्यसभा सांसद ने संयुक्त रूप से संस्थापक अध्यक्ष बाबू शिवनाथ सिंह के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन कर शुभारंभ किया. इसके पूर्व मुख्य अतिथि उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने महाविद्यालय परिसर में बने बीबीए और बीएफए पाठ्यक्रम के लिए नवनिर्मित भवन का लोकार्पण किया.
जगतपुर पीजी कॉलेज के प्राध्यापक ने बताया कि आजादी का अमृत महोत्सव पूरे देश में मनाया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर ऐसे स्वतंत्रता सेनानियों पर जुड़ने एवं उनके योगदान को लोगों तक पहुंचाने के लिए पत्रिका शोध कर लिखी गई है. इसका विमोचन जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा द्वारा किया गया.
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