वाराणसी: 76 वर्ष पूरे करने के बाद आजादी के 77 वें साल का जश्न हर कोई मना रहा है. इस क्रम में बाबा विश्वनाथ के मंदिर में भी आजादी के अमृत महोत्सव के तहत बाबा विश्वनाथ के धाम को तिरंगे के रंग में रंग दिया गया. गंगाद्वार पर होने वाले लाइट एंड साउंड शो के जरिए देशभक्ति संगीत के साथ भव्यता और तिरंगे की रौनक डिजिटल तरीके से देखने को मिली. वहीं, सावन के छठवें सोमवार को बाबा विश्वनाथ के मंदिर में भक्तों का जनसैलाब उमड़ा.
श्रावण मास के 42 दिन में 1 करोड़ 13 लाख 73 हजार भक्तों ने विश्वनाथ धाम में बाबा के दर्शन किये हैं. जबकि, हर सोमवार को औसतन 5 से 6 लाख भक्त दर्शन कर रहे हैं. योगी सरकार ने सावन के पहले सोमवार को शिव भक्तों पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा करवाई थी. वहीं, हर सोमवार मंदिर प्रशासन श्रद्धालुओं के लिए रेड कॉर्पेट बिछाकर गुलाब की पंखुड़ियों से स्वागत कर रहा है.
काशी का कायाकल्प कर मोदी-योगी ने काशी के विकास मॉडल की नई तस्वीर दुनिया के सामने पेश की है. देश दुनिया से वाराणसी की अच्छी कनेक्टिविटी ने श्री काशी विश्वनाथ धाम की राह आसान कर दी है. 13 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री द्वारा लोकार्पित होने के बाद धाम में श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड आमद हो रही है. श्री काशी विश्वनाथ धाम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील वर्मा ने बताया कि सावन के 42 दिन में 1 करोड़ 13 लाख 73 हजार 541 श्रद्धालुओं ने शाम 6 बजे तक बाबा के दर्शन कर लिए है, जबकि पिछले सावन में 1 करोड़ 15 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किये थे.
मुख्य कार्यपालक अधिकारी ने बताया कि 4 जुलाई से शुरू हुए श्रावण में जुलाई महीने में 70 लाख शिव भक्तों ने बाबा के दरबार में हाजिरी लगाई थी. जबकि 1 अगस्त से 13 अगस्त तक 37,77,000 श्रद्धालुओं ने महादेव के चौखट पर शीश नवाया. 14 अगस्त को शाम 6 बजे तक 5,96,541 भक्तों ने विशेश्वर के दर्शन किये. काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के अंदर ही पर्यटक को सभी सुविधाएं मिल रही है. खाना ,रहना, जन सुविधाएं, तेज गर्मी से बचने के लिए शेड, कारपेट, कूलर और सुगम दर्शन ने दर्शनार्थियों के मन में सुविधा और सुरक्षा का विश्वास पैदा कर दिया है.