वाराणसी : पिछले गुरुवार से समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी की संपत्तियों की जांच कर रही आयकर विभाग की टीम शनिवार को लखनऊ रवाना हो गई. इस क्रम में आईटी की टीम ने अबू आजमी के करीबी विनायक ग्रुप के दस्तावेजों की छानबीन की. कंपनी के बैंक खातों को भी खंगाला गया. 50 करोड़ रूपये का लेनदेन जांच के घेरे में है.
50 घंटे से ज्यादा जांच : अबू आजमी की संपत्तियों के जांच के क्रम में आईटी की टीम मुंबई और लखनऊ में छापेमारी के बाद गुरुवार को वाराणसी पहुंची थी. विनायक ग्रुप के दस्तावेजों की करीब 50 घंटे से ज्यादा जांच की गई. शुक्रवार को टीम ने ग्रुप के दफ्तरों में पहुंचकर फाइलों जांच की थी. बैंक खाते खंगाले.
100 से अधिक फाइलें जब्त: आयकर विभाग की टीम ने करीब 100 से अधिक फाइलों को विनायक ग्रुप के दफ्तरों से जब्त किया है. इस दौरान कई लेनदेन सवालों के घेरे में आए हैं, जिनके बारे में टीम पता लगा रही है. वहीं बैंक खातों की जांच और उनकी देखरेख करने वालों से पूछताछ हो रही है.
वाराणसी में अलग-अलग लोकेशन पर छानबीन और पूछताछ : लखनऊ से अपर निदेशक इनकम टैक्स डीपी सिंह के नेतृत्व में वाराणसी पहुंची टीम ने ग-अलग लोकेशन पर जांच की. शहर के मलदहिया, वरुणा गार्डेन सहित अन्य जगहों पर पूछताछ और जांच की गई. टीम ने बेनामी सम्पत्तियों, निवेश, हवाला कारोबार आदि को केंद्र बनाकर जांच को आगे बढ़ाया. बीते शुक्रवार को विनायक ग्रुप के चेयरमैन से भी पूछताछ की.
40-50 करोड़ के लेनदेन की नहीं मिला हिसाब : अब तक की जांच में 40 से 50 करोड़ के हवाला लेनदेन की बात सामने आई है. इस लेनदेन का हिसाब कंपनी उपलब्ध नहीं करा सकी है. शुक्रवार को अबू आजमी के आजमगढ़ के कुछ करीबियों के नाम सामने आए. पूछताछ में सफेदपोश से लेकर रियल एस्टेट कारोबारियों के नाम भी पता चले हैं. आयकर टीम को बिल्डरों से लेनदेन के बैंक स्टेटमेंट और जमीन की खरीद-फरोख्त समेत कई दस्तावेज मिले हैं. अबू के करीबी बिल्डरों की सूची भी मिली है. अबू पर 5 साल में यह तीसरा छापा है.
कई दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त : विनायक ग्रुप ने मलदहिया, पिपलानी कटरा, सेंट्रल जेल रोड आदि क्षेत्रों में आवासीय एवं व्यावसायिक बहुमंजिला इमारतों का निर्माण किया है. इसलिए मलदहिया स्थित विनायक प्लाजा, सेंट्रल जेल रोड स्थित वरुणा गार्डेन समेत शहर के कई अन्य इलाकों में आयकर विभाग ने जांच की. अधिकारियों ने दस्तावेजों, अभिलेखों के अलावा कम्प्यूटर हार्डडिस्क, लैपटॉप, बैंक खाते, जमीन संबंधित खरीद-फरोख्त के कागजात, बैंक लॉकर से संबंधित कागजात आदि कब्जे में ले लिए. फर्म से जुड़े टैक्स विशेषज्ञों और चार्टर्ड एकाउंटेंट की भी आयकर विभाग जांच कर सकता है.
हवाला और टैक्स चोरी का है आरोप : बता दें कि वाराणसी पहुंची टीम पहले मुंबई के कोलाबा पहुंची थी. यहां पर आजमी के ठिकानों पर जांच की गई थी. आजमी का सहयोगी अनीस पूरा काम देखता था. आरोप है कि अनीस के साथ मिलकर ही मुंबई में हवाला के माध्यम से पैसों का लेनदेन किया गया. इनकम टैक्स विभाग का आरोप है कि आजमी ने 2018-2022 के दौरान 200 करोड़ की आय अर्जित की थी. इस दौरान उसकी 160 करोड़ रुपये की आय का पता चला था, जिसकी टैक्स चोरी हुई थी. आजमी पर हवाला के माध्यम से 40 करोड़ रुपए भेजने का भी आरोप है.
वाराणसी की टीम लखनऊ की टीम के साथ मौजूद : इनकम टैक्स की टीम के साथ ही वाराणसी की टीम भी मौजूद रही. मुंबई और लखनऊ में टीम कार्रवाई पूरी करने के बाद वाराणसी में अचानक जांच के लिए पहुंची. बताया जा रहा है कि इनकम टैक्स विभाग वाराणसी में विनायक ग्रुप के मामले की जांच कर रहा था. उसी जांच में आजमी का नाम सामने आया था. वाराणसी में विनायक ग्रुप ने शॉपिंग सेंटर, मॉल और आवासीय इमारतों का निर्माण किया है.
यह भी पढ़ें : वाराणसी में अबू आजमी के ठिकानों पर आईटी की छापेमारी, विनायक अपार्टमेंट पहुंची टीम