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IIT BHU के छात्र ने बनाया ऐसा ऐप, जो रखेगा आपके लोकेशन का ध्यान...

यूपी के वाराणसी जिले में काशी हिंदू विश्वविद्यालय के IIT BHU के छात्र ने फैमिली ट्रैकर ऐप बनाया है. जिसका नाम वीजीएम सिक्योरिटी दिया गया है. छात्र ने बताया कि इस गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है. साथ ही इमरजेंसी में एक साथ 10 लोगों को मैसेज भेज सकते हैं.

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Published : Nov 11, 2020, 7:18 PM IST

छात्र ने बनाया फैमिली ट्रैकर ऐप.
छात्र ने बनाया फैमिली ट्रैकर ऐप.

वाराणसीः जिले के काशी हिंदू विश्वविद्यालय के IIT BHU लगातार अपने इनोवेशन की वजह से जाना जाता है. यही वजह है की संस्थान के एक छात्र ने ऐसा ऐप बनाया है. जिससे परिवार के सभी सदस्यों का लोकेशन एक साथ रखा जा सकता है. दरअसल वाराणसी में स्टार्टअप कंपनी एनपीएल (NPL) के संस्थापक मृत्युंजय सिंह ने परिवार के सदस्यों का लोकेशन एक साथ रखने के लिए फैमिली ट्रैकर ऐप बनाया है. जिसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है. ऐसा दावा किया जा रहा है कि ऐप शुरू होने के बाद ही हजारों लोगों ने इसका इस्तेमाल शुरू कर दिया.

छात्र ने बनाया फैमिली ट्रैकर ऐप.

ऐसे करता है काम
मृत्युंजय ने बताया एक ऐप बनाया है, वीजीएम सिक्योरिटी के नाम से. जिस की खासियत है इमरजेंसी में वह आपके फैमिली मेंबर को रियल टाइम पर ट्रैक करता है. छात्र ने बताया कि आपकी फैमिली मेंबर इस वक्त कहां है. किस लोकेशन पर है. घर से कितने बजे निकला. यह सारी चीजें आप अपने मोबाइल में देख सकते है. मृत्युंजय सिंह ने बताया कि ऐप को डाउनलोड करके उसमें अपना अकाउंट बनाना है जो बिल्कुल फ्री ऑफ कॉस्ट है. अकाउंट बनाने के बाद आपको एक सर्कल का ऑप्शन मिलेगा. जिसमें फैमिली मेंबर को ऐड किया जाता है. इस ऐप की मदद से लोग 10 मेंबर को ऐड कर सकते हैं.

मुसीबत पर दबाए पावर बटन
मृत्युंजय ने बताया कि परिवार का व्यक्ति अगर किसी मुसीबत में है तो वह तीन बार पावर बटन दबा सकता है. उसके साथ ही एक अलर्ट ऑप्शन है. जिसके बाद उस ग्रुप में जुड़े सभी मेंबर्स को मैसेज चला जाएगा कि आप की एग्जिट लोकेशन क्या है. उसको हेल्प की जरूरत है. मृत्युंजय ने बताया कि वर्तमान समय में महिलाओं अपराधों में हुई वृद्धि को देखते हुए यह ऐप काफी कारगर साबित हो सकती है.

122 और 108 पर जुड़ सकता है ऐप
छात्र ने बताया कि उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह हमारे ऐप का लॉन्च किया है. उनको प्रपोजल भी दिया कि 112 हेल्पलाइन नंबर अगर इस ऐप में जुड़ जाए तो लोगों को और ज्यादा सिक्योर कर सकते हैं. इसके साथ मृत्युजंय ने 108 के लिए भी प्रपोजल दिया है. जिससे एक्सीडेंट हो जाने पर घायलों को और मरीजों को हॉस्पिटल जल्दी पहुंचाया जा सकता है.

क्या कहते हैं यूजर
ऐप को यूज करने वाली धारणा ने बताया वीजीएम सिक्योरिटी ऐप एक फैमिली ट्रैकर ऐप है. इस ऐप से काफी मदद मिलती है. जैसे वह कभी बाहर जाती हैं तो ऐप की वजह से उनके घरवाले उनके एग्जैक्ट लोकेशन जान पाते हैं. मोबाइल में लोकेशन ऑन रहने की वजह से घर के सभी लोग एक दूसरे का लोकेशन जान पाते हैं. ऐसे में कई आने-जाने में दिक्कत नहीं होती. मुसीबत में तीन बार पावर बटन दबाकर अपने परिवार वालों के 10 लोगों को एक साथ यह मैसेज कर सकते हैं.

वाराणसीः जिले के काशी हिंदू विश्वविद्यालय के IIT BHU लगातार अपने इनोवेशन की वजह से जाना जाता है. यही वजह है की संस्थान के एक छात्र ने ऐसा ऐप बनाया है. जिससे परिवार के सभी सदस्यों का लोकेशन एक साथ रखा जा सकता है. दरअसल वाराणसी में स्टार्टअप कंपनी एनपीएल (NPL) के संस्थापक मृत्युंजय सिंह ने परिवार के सदस्यों का लोकेशन एक साथ रखने के लिए फैमिली ट्रैकर ऐप बनाया है. जिसे गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है. ऐसा दावा किया जा रहा है कि ऐप शुरू होने के बाद ही हजारों लोगों ने इसका इस्तेमाल शुरू कर दिया.

छात्र ने बनाया फैमिली ट्रैकर ऐप.

ऐसे करता है काम
मृत्युंजय ने बताया एक ऐप बनाया है, वीजीएम सिक्योरिटी के नाम से. जिस की खासियत है इमरजेंसी में वह आपके फैमिली मेंबर को रियल टाइम पर ट्रैक करता है. छात्र ने बताया कि आपकी फैमिली मेंबर इस वक्त कहां है. किस लोकेशन पर है. घर से कितने बजे निकला. यह सारी चीजें आप अपने मोबाइल में देख सकते है. मृत्युंजय सिंह ने बताया कि ऐप को डाउनलोड करके उसमें अपना अकाउंट बनाना है जो बिल्कुल फ्री ऑफ कॉस्ट है. अकाउंट बनाने के बाद आपको एक सर्कल का ऑप्शन मिलेगा. जिसमें फैमिली मेंबर को ऐड किया जाता है. इस ऐप की मदद से लोग 10 मेंबर को ऐड कर सकते हैं.

मुसीबत पर दबाए पावर बटन
मृत्युंजय ने बताया कि परिवार का व्यक्ति अगर किसी मुसीबत में है तो वह तीन बार पावर बटन दबा सकता है. उसके साथ ही एक अलर्ट ऑप्शन है. जिसके बाद उस ग्रुप में जुड़े सभी मेंबर्स को मैसेज चला जाएगा कि आप की एग्जिट लोकेशन क्या है. उसको हेल्प की जरूरत है. मृत्युंजय ने बताया कि वर्तमान समय में महिलाओं अपराधों में हुई वृद्धि को देखते हुए यह ऐप काफी कारगर साबित हो सकती है.

122 और 108 पर जुड़ सकता है ऐप
छात्र ने बताया कि उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह हमारे ऐप का लॉन्च किया है. उनको प्रपोजल भी दिया कि 112 हेल्पलाइन नंबर अगर इस ऐप में जुड़ जाए तो लोगों को और ज्यादा सिक्योर कर सकते हैं. इसके साथ मृत्युजंय ने 108 के लिए भी प्रपोजल दिया है. जिससे एक्सीडेंट हो जाने पर घायलों को और मरीजों को हॉस्पिटल जल्दी पहुंचाया जा सकता है.

क्या कहते हैं यूजर
ऐप को यूज करने वाली धारणा ने बताया वीजीएम सिक्योरिटी ऐप एक फैमिली ट्रैकर ऐप है. इस ऐप से काफी मदद मिलती है. जैसे वह कभी बाहर जाती हैं तो ऐप की वजह से उनके घरवाले उनके एग्जैक्ट लोकेशन जान पाते हैं. मोबाइल में लोकेशन ऑन रहने की वजह से घर के सभी लोग एक दूसरे का लोकेशन जान पाते हैं. ऐसे में कई आने-जाने में दिक्कत नहीं होती. मुसीबत में तीन बार पावर बटन दबाकर अपने परिवार वालों के 10 लोगों को एक साथ यह मैसेज कर सकते हैं.

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