वाराणसी: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान वाराणसी को क्यूएस (क्वाक्वेरेली साइमंड्स) वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में पहली बार स्थान दिया गया है. इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में 'अति उच्च शोध आधिक्य संस्थान' के अंतर्गत वर्गीकृत किया गया है. क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग मूल्यांकन आठ रैंकिंग सूचकों पर आधारित है. इसमें शैक्षणिक प्रतिष्ठा, नियोक्ता प्रतिष्ठा, प्रति संकाय उद्धरण, छात्र अनुपात के लिए संकाय, अंतर्राष्ट्रीय छात्रों का अनुपात इत्यादि का समावेश है.
हाल ही में जारी क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में संस्थान को 651-700 के स्लैब में स्थान दिया गया है. इसके अलावा, संस्थान 'प्रति संकाय उद्धरण (सीपीएफ) ' मानदंड के तहत विश्व स्तर पर 115वें स्थान पर है. आईआईटी बीएचयू ने शोध पैरामीटर (CPF) पर सभी आईआईटी के बीच छठवां स्थान हासिल किया है.
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निदेशक आचार्य प्रमोद कुमार जैन ने बताया कि संस्थान ने अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयों और अनुसंधान संगठनों के साथ कई शैक्षणिक और अनुसंधान सहयोगी गतिविधियों की शुरुआत की है. में क्षेत्रीय और वैश्विक रैंकिंग में अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए कड़ी मेहनत करना जारी रखेगा. संस्थान के अधिष्ठाता प्रो. विकास कुमार दुबे ने भी संस्थान के सभी सहयोगियों को बधाई दी है. प्रो. विकास दुबे ने कहा कि हमें उम्मीद है कि संस्थान के निदेशक प्रो. प्रमोद कुमार जैन के नेतृत्व में अगली बार बेहतर रैंकिंग होगी.
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