वाराणसी: पहाड़ों में लगातार हो रही बारिश की वजह से धर्म की नगरी काशी में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता (Ganga Water level rising in Varanasi) जा रहा है. जलस्तर 3 सेंटीमीटर प्रति घंटा के स्पीड से बढ़ रहा है. जिसके वजह से घाट के किनारे रहने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, महाश्मशान हरिश्चंद्र घाट डूब गया है, जिसकी वजह से गलियों में दाह संस्कार किया जा रहा है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि हरिश्चंद्र घाट पर कहीं भी शव दाह करने का स्थान नहीं बचा है. जिसकी वजह से डोम राजा परिवार के लोग सकरी गलियों में शवों का दाह संस्कार करने के लिए मजबूर है. सकरी गलियों में लगातार अंतिम संस्कार होने से आसपास के लोगों को काफी परेशानी हो रही है. शव का दाह संस्कार कराने आए लोगों ने सरकार से यहां पर प्लेटफार्म बनाने की मांग की है.
दुर्गा केजरीवाल ने बताया कि गंगा का जलस्तर बढ़ने की वजह से वह अपनी मां का पार्थिव शरीर का दाह संस्कार करने के लिए यहां आया है. यहां पर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है. सरकार को यहां पर एक ऊंचे स्थान पर प्लेटफार्म बनना चाहिए. डोम राजा परिवार के सदस्य लोग अपने घर के पास सकरी गली में दाह संस्कार की क्रिया कर रहे हैं. जिससे बहुत ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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विक्रम चौधरी ने बताया कि प्रत्येक वर्ष बारिश होने के कारण गंगा का जलस्तर बढ़ जाता है. इसके कार लगभग 3 महीने तक लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. अभी तक कोई ऊंचे स्थान पर प्लेटफार्म नहीं बना है. मां गंगा का पानी इतना बढ़ गया है कि लोग अपने घर के सामने गली में ही शव का दाह संस्कार करवा रहे हैं.गलियों में 30 से 40 शव का दाह संस्कार प्रतिदिन किया जा रहा है. सरकार से निवेदन है कि यहां पर शव जलने के लिए ऊंचा प्लेटफार्म बनाया जाए. साथ ही, जो लोग यहां आते हैं, उनके लिए पानी और बैठने की व्यवस्था की जाए.
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