वाराणसी: ज्ञानवापी मामले में पहली बार अखिल भारतीय संत समिति का हस्तक्षेप रहेगा. इसको लेकर के हरिद्वार में बकायदा एक बैठक भी आयोजित की जाएगी. संत समिति की इस बैठक में विश्व हिंदू परिषद की कोर समिति भी हिस्सा लेगी और लगभग 300 से ज्यादा सनातन परंपरा से जुड़े लोग मौजूद रहेंगे.बैठक में ज्ञानवापी मामले में मुस्लिम संगठनों की तरफ से की जा रही तमाम गतिविधियों के खिलाफ रणनीति बनाई जाएगी.
इस संबंध में अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. अचानक इस बैठक की जरूरत और इसके उद्देश्य के सवाल पर उन्होंने बताया कि जिस तरीके से जमात-ए-उलेमा-ए-हिंद के की तरफ से सभा को संबोधित किया जा रहा है. डायरेक्ट एक्शन की बात की जा रही है. इसके साथ ही अन्य छोटे-बड़े तमाम मुस्लिम संगठन लगातार सभाओं के जरिए धर्म-विरोधी बातें कर रहे हैं. इसी के जवाब में संत समाज की की तरफ से बैठक की आयोजित की जा रही है.
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स्वामी जितेन्द्रानंद सरस्वती ने कहा कि यह बैठक 11-12 जून को हरिद्वार में होगी. इसके बाद लगभग 24-25 जून को एक बैठक हरियाणा में भी आयोजित की जाएगी. जहां पर मुस्लिम संगठनों की गतिविधियों पर कई बिंदुओं पर चर्चा होगी. इसके साथ ही आगे की रणनीति बनाई जाएगी. उन्होंने कहा कि जिस तरीके से जमात-ए- उलेमा-ए-हिंदू और अन्य मुस्लिम संगठन एकजुट होकर धमकी देने का काम कर रहे हैं, सनातन परंपरा के लोग भी एकजुट होकर इस पर आगे की रणनीति बनाएंगे.
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