वाराणसी: ज्ञानवापी श्रृंगार गौरी विवाद के बीच शुक्रवार को ज्ञानवापी परिसर में वजू खाने के तालाब को सील किए जाने के बाद दूसरे जुमे पर लोगों की भारी भीड़ के बीच शांतिपूर्वक ढंग से नमाज पूरी की गई. इस दौरान वजू की व्यवस्था मस्जिद के अंदर प्रशासनिक स्तर पर की गई थी. नमाज पढ़कर बाहर आए कुछ लोगों ने बताया कि अंदर व्यवस्था बहुत अच्छी थी और अमन-चैन कायम रहे इसके लिए सभी लोग मिलकर दुआ कर रहे हैं. किसी को किसी तरह की कोई दिक्कत परेशानी फिलहाल नहीं हो रही है.
इसके पहले ज्ञानवापी परिसर के मुख्य गेट नंबर 4 से पहले से नमाजियों और मीडिया को पुलिस ने रोक दिया. नमाजियों को लाइन में खड़ाकर एक-एक करके अंदर भेज दिया. इससे पहले सुबह अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी ने नमाजियों के लिए एक लेटर जारी कर कम संख्या में मस्जिद पहुंचने की अपील की थी. कमेटी ने अपील की थी कि वजूखाने और इस्तिंजाखाने के सील होने से नमाजियों को दिक्कत होगी. ऐसे में मस्जिद में कम लोग आएं, घर में नमाज पढ़ लें या फिर घर से वजू करके मस्जिद आएं.
प्रशासनिक स्तर पर नमाजियों को वजू करने के लिए दो टैंक समेत छोटे-छोटे बर्तनों की व्यवस्था की गई थी. इसके अलावा किसी भी तरह की अनहोनी से बचने के लिए सुरक्षा के तगड़े बंदोबस्त किए गए हैं.
बता दें कि 16 मई को ज्ञानवापी परिसर में कमीशन की कार्यवाही के दौरान वजू तालाब में एक पत्थर नुमा चीज मिलने के बाद इसे लेकर हड़कंप मचा है. हिंदू पक्ष इसे शिवलिंग तो मुस्लिम पक्षी से फव्वारा बता रहा है. हिंदू पक्ष ने शिवलिंग मानते हुए इसकी सुरक्षा के लिए कोर्ट में गुहार लगाई थी. जिसके बाद सिविल जज सीनियर डिविजन और फिर बाद में सुप्रीम कोर्ट ने भी इस पूरे स्थान की सुरक्षा करने के निर्देश देते हुए इसे सील करने का आदेश दे दिया.
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