वाराणसी/लखनऊः धर्म नगरी काशी में कार्तिक मास के शुक्लपक्ष की अष्टमी को गोपाष्टमी उत्सव के रूप में बड़े धूमधाम से मनाया गया. जिले के दुर्गाकुंड स्थित धर्म संघ में गोपाष्टमी का पर्व बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. रमना टिकरी गांव के स्वामी वितरागानंद सरस्वती आश्रम में भी मनाया गया. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार गोपाष्टमी गायों का पंचोपचार पूजन करके भोजन देने और उनकी चरण रज को माथे पर धारण करने से सौभाग्य की वृद्धि होती है.
गौ माता में 33 कोटि देवी-देवताओं का वास
गौ माता को सुबह स्नान कराने के बाद श्वेत वस्त्रों से सजाया गया. वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ पांच ब्राह्मणों ने गोपाष्टमी का पूजन कराया, जिसमें गौ माता को अक्षत, चंदन, रोली, घी, शहद, दूध, मीठा, फल चढ़ाया गया. सनातन धर्म में गौ माता के अंदर 33 कोटि देवी-देवताओं का वास माना जाता है. ऐसे में लोगों ने गौ माता की पूजा के साथ 33 कोटि देवी-देवताओं का पूजन-पाठ किया. इस दौरान पूरा धर्मसंघ प्रांगण महादेव के उद्घोष से गूंज उठा.
क्या है धार्मिक मान्यता?
स्वामी रमेशानंद सरस्वती ने बताया आज के ही दिन भगवान श्री कष्ण गौ माताओं को चराने के लिए गए थे, तभी से गोपाष्टमी का महापर्व मनाया जाता है. आज आश्रम में भी गौ माताओं का पूजन किया गया, आरती उतारी गई उनको फूल और फल खिलाएगे. उन्होंने बताया कि निस्वार्थ भाव से गौ माता की सेवा करनी चाहिए, जिस प्रकार द्रौपदी ने निस्वार्थ भाव से भगवान श्री कृष्ण की सेवा की थी. इसीलिए द्रौपदी की हर मुसीबत में भगवान श्रीकृष्ण उनके साथ रहते थे.
स्वामी रमेशानंद सरस्वती ने बताया काशी के रमना टिकरी गांव के अंदर वितरागानंद सरस्वती का यह आश्रम है. यह पूरे बनारस का बिल्कुल अनोखा आश्रम है. यहां गौ माता को न बांधा जाता है, न ही इनका दूध निकाला और बेचा जाता है. लगभग 100 से ज्यादा नंदी में यहां पर मौजूद हैं, जिनकी सेवा गांव वाले करते हैं. आज यहां पर भी पूजन-पाठ किया.
लखनऊ में गोपाष्टमी के अवसर पर गौ पूजन का किया गया आयोजन
जानकीपुरम स्थित लक्ष्मण गोशाला में गोपाष्टमी के अवसर पर गौ पूजन का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि के तौर पर राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार कपिल देव अग्रवाल, स्थानीय विधायक डॉक्टर नीरज बोरा सहित क्षेत्रीय पार्षद और बीजेपी संगठन के सभी पदाधिकारी मौजूद रहे. गौ पूजन विधि विधान से मंत्रोच्चारण के साथ किया गया. पूजा संपन्न होने के बाद मौजूद लोगों द्वारा परिक्रमा किया गया. वहीं, दूसरी तरफ गौ पूजन में स्थानीय लोगों और बीजेपी के सभी सदस्यों ने हरा चारा और गुड़ खिलाकर गौ पूजन के दौरान गोवंश से आशीर्वाद लिया.
गोपाष्टमी के अवसर पर पशुधन मंत्री ने गौ पूजा के साथ खिलाया गुड़ का लड्डू
लखनऊ में मंगलवार को गोपाष्टमी के अवसर पर पशुधन विकास मंत्री धर्मपाल सैनी ने सरोजनी नगर क्षेत्र में स्थित कान्हा उपवन गौशाला पहुंचे. यहां उन्होंने गाय की पूजा करने के बाद उन्हें गुड़ व फल खिलाया. इस दौरान पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह सैनी ने कान्हा उपवन का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान कान्हा उपवन के डॉक्टरों से गायों की देखभाल के बारे में जानकारी ली. साथ ही वहां कार्य कर रहे स्टाफ के बारे में भी पूछताछ की. कान्हा उपवन में पशुओं के लिए चारा बना रहे लोगों को पुरस्कृत करने के साथ ही उनकी हौसला अफजाई की. कान्हा उपवन भ्रमण के दौरान वहां मौजूद गायों को चारा खिलाने के साथ गायों को दुलारते रहे.
गोपाष्टमी के अवसर पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने गायों को खिलाया चारा
मलीहाबाद स्तिथ श्री गोपेश्वर गोशाला परिवार हर्षोल्लास के साथ गोपाष्टमी पर्व मनाया गया. कार्यक्रम की शुरुआत आरएसएस से इंद्रेश और प्रांत प्रचारक कौशल प्रशांत भाटिया ने गौ पूजन वंदन कर किया. इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने गोशाला में पल रही गोवंशो को हरा चारा और गुड़ खिलाया. साथ ही नवनिर्मित वानप्रस्थ आश्रम का निरीक्षण किया. गौशाला परिवार के उमाकांत गुप्ता से गोशाला के बारे में विस्तृत जानकारी ली. गौशाला में राजा स्वरूप विराजमान चिंताहरण हनुमानजी का आकर्षक दिव्य श्रृंगार किया गया.
सहारनपुर कलसिया स्थित वृहद गौशाला केंद्र पर धूमधाम से मनाई गई गोपाष्टमी
सहारनपुर मंडलायुक्त सहित कई अफसरों ने कलसिया स्थित वृहद गौशाला केंद्र पर गोपाष्टमी पर्व मनाया. इस दौरान एक-एक गाय को गोद लेते हुए उपस्थित लोगों से गौशाला मे गायों के राशन हेतु सहयोग करने का आह्वान किया. गोपाष्टमी कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मंडलायुक्त लोकेश एम ने बोलते हुए कहा कि हमें गायों की रक्षा करनी चाहिए. कहीं अगर गाय घूमती हुई नजर आए तो गौशाला पर भिजवानी चाहिए. उन्होंने 11 सौ रुपये की धनराशि देकर एक गाय को गोद भी लिया ओर प्रतिमाह उसका राशन खर्च देने की बात कही.
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