वाराणसी: बाबा साहब भीमराव आंबेडकर की पुण्यतिथि को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने सामाजिक समरसता दिवस के रूप में मनाया. चौकाघाट से लेकर रामनगर तक समरस भोज का आयोजन किया गया. इसके साथ ही विद्यार्थी परिषद के प्रकल्प स्टूडेंट फॉर सेवा के विद्यार्थियों द्वारा छित्तूपुर की बस्ती में निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया.
शिविर का आस-पास की बस्ती के करीब 500 से अधिक लोगों ने स्वास्थ लाभ लिया. लोगों को कोविड-19 का पालन करने को कहा गया. लोगों से अपने आस-पड़ोस में साफ-सफाई रखने की अपील की गई. इसके बाद वहां उपस्थित लोगों ने अपना स्वस्थ परीक्षण कराना शुरू किया और निःशुल्क दवाई भी उन्हें प्राप्त हुई. लोग भी बहुत खुश थे कि बिना किसी फीस के बड़े-बड़े डॉक्टरों द्वारा घर के पास ही सुविधा मिल रही है. कई बुजुर्ग महिलाओं ने डॉक्टर और बच्चों को खूब आशीर्वाद दिया और उनकी खूब प्रसंशा की. सबसे ज्यादा मरीज उस क्षेत्र में दांत की बीमारी और नेत्र संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे. उनका उपयुक्त इलाज किया गया.
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रान्त संगठन मंत्री विजय प्रताप ने कहा कि बाबा साहब ने हमें समरस समाज को रास्ता दिखाया है. हमें उसे साकार करना होगा और इसके लिए समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचना ही हमारा प्रयास होना चाहिए. विद्यार्थी परिषद के इस प्रकल्प के माध्यम से विद्यार्थी शहर से निकल कर गांव और बस्ती तक अपने सेवा कार्यों के माध्यम से पहुंच रहे हैं.