वाराणसी: विश्वनाथ कॉरिडोर के काम में तेजी लाने के उद्देश्य से गुरुवार को लोक निर्माण विभाग के अधिकारी और देश की बड़ी कंस्ट्रक्शन कंपनियां श्री काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचीं. प्री-बिड प्रक्रिया के तहत देश की चार बड़ी कंपनियां आगे आई हैं. इस प्रक्रिया के बाद 26 दिसंबर को टेंडर ओपन होने वाला था, लेकिन अब टेंडर ओपन करने की डेट 21 दिसंबर कर दी गई है.
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- कंपनी के अधिकारियों के साथ मंदिर प्रशासन, लोक निर्माण विभाग और वाराणसी के आला अधिकारियों की टीम श्री काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर स्थल पहुंची. यहां पूरे प्रोजेक्ट की विस्तृत जानकारी कंपनियों ने हासिल की.
- लोकनिर्माण विभाग के अधिकारियों और मंदिर प्रशासन की टीम ने गुरुवार को निरीक्षण किया.
- निरीक्षण के दौरान सभी अधिकारियों ने किस भवन की नींव कहा रहेगी इसको लेकर चर्चा की गई.
- कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने लोक निर्माण विभाग की ओर से लाए गए नक्शे के अनुसार होने वाले निर्माण के बारे पूछा.
- श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्यकार्यपालक अधिकारी विशाल सिंह ने किस स्थान पर किस लेबल से निर्माण होगा इसके बारे में बताया.
- कंपनी के अधिकारियों ने भी स्थल का निरीक्षण करने के बाद यहां होने वाले निर्माण के बारे में पूछा.
- इस दौरान लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता सहित कई अन्य अधिकारी मौजूद रहे.
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टेंडर 26 की बजाय 21 दिसंबर को खुलेगा और प्रि-बिड में कुल चार कंपनियों के अधिकारियों ने भाग लिया. इसमें हैदराबाद, दिल्ली, अहमदाबाद और लखनऊ की कंपनी शामिल है. 320 करोड़ की लागत से विश्वनाथ धाम के निर्माण के लिए पीडब्ल्यूडी ने बीते अक्टूबर महीने में टेंडर जारी किया था.
दिल्ली की शापूर्जी इंजीनियरिंग कंपनी, अहमदाबाद की पीएपी प्रॉजेक्ट लिमिटेड, हैदराबाद की रैंकी व मुंबई की कार्वी कंस्ट्रक्शन कंपनी ने टेंडर डाला है. वाराणसी मंडल के कमिश्नर दीपक अग्रवाल व पीडब्ल्यूडी में विश्वनाथ धाम निर्माण खंड के मुख्य अभियंता जीपी पांडेय के साथ गुरुवार को हुई प्रि-बिड मीटिंग में चारों कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हुए.