वाराणसीः प्रधानमंत्री को चुनाव में दो बार चुनौती देने वाले कांग्रेस के कद्दावर नेता और पूर्व विधायक अजय राय का शस्त्र लाइसेंस शासन के द्वारा निरस्त कर दिया गया है. चेतगंज पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई की गई है. पुलिस ने 26 मुकदमे में वादी होने के कारण उनके तीन शस्त्र लाइसेंस को निलंबित कर दिया है. यह जानकारी कांग्रेस कमेटी के महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने दी है.
लाइसेंस धारकों की चल रही समीक्षा
बता दें कि असलहों के लाइसेंस धारकों की समीक्षा प्रशासन की ओर से की जा रही है. इस दौरान किसी आपराधिक मामले में सम्मिलित पाए जाने पर नोटिस भेजकर अभियुक्त के लाइसेंस को निरस्त किया जा रहा है. इसी रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस के पूर्व विधायक अजय राय पर भी कार्रवाई की गई हैं. 31 दिसंबर को उनके शस्त्र लाइसेंस को रद्द कर दिया गया है. उसके बाद से कांग्रेस जनों में आक्रोश देखने को मिल रहा है.
26 मुकदमे में हैं आरोपी
चेतगंज थाना प्रभारी प्रवीण कुमार की मानें तो अजय राय 26 मुकदमे में पंजीकृत हैं. इस आधार पर कार्रवाई कर उनके लाइसेंस को निरस्त किया गया है. वहीं पूर्व विधायक अजय राय का कहना है कि शासन और प्रशासन द्वेषपूर्ण रवैया अपना रही है.
मेरे ऊपर ज्यादातर राजनीतिक मामले हैं और यह काफी पुराने मामले हैं. उनमें से काफी का निस्तारण कर दिया गया है. मैं एक मुकदमे का गवाह भी हूं और मुझे सुरक्षा की अति आवश्यकता है. इसके बावजूद भी प्रशासन मेरे शस्त्र लाइसेंस को निलंबित कर दिया है, जो मेरे सुरक्षा के साथ खिलवाड़ हैं.
-अजय राय, पूर्व कांग्रेस विधायक