वाराणसी: यादव बंधुओं द्वारा काशी पुराधिपति बाबा विश्वनाथ के जलाभिषेक की परंपरा इस बार भी नहीं टूटेगी. सावन के प्रथम सोमवार को चंद्रवंशी गोपाल सेवा समिति द्वारा हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी बाबा विश्वनाथ सहित 9 शिवालयों में जलाभिषेक की परंपरा का निर्वहन किया जाएगा.
शुक्रवार को पत्रकार वार्ता के दौरान चंद्रवंशी गोप सेवा समिति के प्रदेश अध्यक्ष लालजी यादव ने कहा कि शासन और प्रशासन के दिशा-निर्देश के अनुसार 5 यादव बंधु जलाभिषेक करेंगे. साथ में झंडा व डमरु जो जलाभिषेक का प्रतीक है वह भी 9 शिवालयों में साथ चलेगा.
जलाभिषेक यात्रा पुराने पारंपरिक मार्ग से होते हुए जाएगी. प्रथम गौरी केदारेश्वर से जलाभिषेक आरंभ होगा. इसके उपरांत तिलभांडेश्वर, शीतला माता जी, आहेश्वर, काशी विश्वनाथ, महामृत्युंजय महादेव, त्रिलोचन महादेव, ओम कालेश्वर के साथ-साथ बाबा लॉट भैरव पर जलाभिषेक संपन्न होगा.
लालजी यादव ने कहा कि मैं इस बार सभी यादव बंधुओं से अपील करता हूं कि यादव बन्धु कोरोना महामारी को देखते हुए अपने घरों में ही जलाभिषेक करें. साथ ही सभी लोग बाबा विश्वनाथ से जलाभिषेक करते हुए यह गुहार लगाए कि इस महामारी को जल्द से जल्द बाबा समाप्त कर दें.
गौरतलब हो कि प्रत्येक वर्ष बाबा में 25 से 50 हजार की संख्या में यादव बंधु बाबा का जलाभिषेक करते हैं, और अपनी पुरानी परंपरा का निर्वहन करते हैं. लेकिन इस बार सिर्फ पांच यादव बंधु ही परंपरा का निर्वहन करेंगे.