वाराणसी: जिले के कैंट थाना अंतर्गत फुलवरिया चौकी के प्रभारी कृष्ण मोहन पासवान के विरुद्ध थाने में ही मुकदमा दर्ज किया गया है. साथ ही उन्हें सस्पेंड भी कर दिया गया है. वहीं, मुकदमा दर्ज कराने वाले कैंट इंस्पेक्टर प्रभुकांत के मुताबिक, दारोगा कृष्ण मोहन पासवान ने धोखाधड़ी से संबंधित एक मुकदमे की जांच में सही तथ्यों को दरकिनार कर मनमानी की. दारोगा ने यह मनमानी एक पक्ष को लाभ और दूसरे पक्ष को हानि पहुंचाने के उद्देश्य से की.
कैंट थाना इंस्पेक्टर प्रभुकांत के मुताबिक, वह बीती 24 जुलाई को उन मुकदमों की समीक्षा कर रहे थे, जिनकी जांच उन्होंने फुलवरिया चौकी प्रभारी कृष्ण मोहन पासवान को सौंपी थी. समीक्षा के दौरान उन्होंने पाया कि कुछ मुकदमों की जांच में दारोगा कृष्ण मोहन पासवान अनावश्यक देरी कर रहे हैं. वहीं, 11 जुलाई 2022 को दर्ज किए गए धोखाधड़ी और कूटरचना सहित अन्य आरोपों से संबंधित मुकदमे की जांच में दारोगा ने जरूरत से ज्यादा तेजी दिखाते हुए वास्तविक तथ्यों को दरकिनार कर दिया. यहीं नहीं दारोगा कृष्ण मोहन पासवान ने पब्लिक सर्वेंट के तौर पर सरकारी कागजात में गलत लिखापढ़ी भी की. इसलिए दारोगा कृष्ण मोहन पासवान पर अनियमितता के खिलाफ उचित धारा में मुकदमा दर्ज कराने का भी निर्णय लिया.
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वहीं, दारोगा कृष्ण मोहन पासवान के विरुद्ध इंस्पेक्टर कैंट ने सहायक पुलिस आयुक्त कैंट को रिपोर्ट दी. सहायक पुलिस आयुक्त कैंट की रिपोर्ट के आधार पर डीसीपी वरुणा जोन आरती सिंह ने दारोगा को सस्पेंड कर दिया है. डीसीपी वरुणा जोन के मुताबिक, दारोगा कृष्ण मोहन पासवान ने सरकारी निर्देशों का पालन न करके अपने कर्तव्यों के प्रति घोर लापरवाही की है. काम के प्रति दारोगा की उदासीनता, अकर्मण्यता और मनमानी को देखते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं, दारोगा कृष्ण मोहन पासवान जब तक सस्पेंड रहेंगे, तब तक वह पुलिस लाइन से संबद्ध रहेंगे. सक्षम अधिकारी की अनुमति के बिना मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे.
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