वाराणसी: काशी में देव दीपावली महोत्सव के रूप में मनाई गई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में इस महापर्व को एक ब्रांड नेम के रूप में सामने रखा गया. बनारस में इस उत्सव को मनाए जाने के बाद अब और भी कई बड़े आयोजन करने की तैयारियां शुरू हो गई हैं. पर्यटन विभाग की माने तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दिशा में कदम आगे बढ़ाते हुए देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को बनारस में रोकने और उन्हें इस ओर रिझाने के उद्देश्य से गंगा उस पार रेती पर होने वाले एक बड़े आयोजन का खाका तैयार किया है. यह उत्सव गुजरात के कच्छ रण के रूप में मनाया जाएगा मानाया जाएगा, जिसमे फरवरी के महीने में लगभग 60 दिन तक रेत पर टेंट सिटी डेवलप किया जाएगा.
2 महीने पहले मिला पत्र
पर्यटन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि लगभग 2 महीने पहले केंद्रीय पर्यटन विभाग से गंगा उस पर टेंट सिटी बनाए जाने को लेकर प्लान मांगा गया था, जिसे तैयार कर अनुमति के लिए जिलाधिकारी को भेजा गया है. पर्यटन अधिकारियों का कहना है कि वाराणसी चुनार या गंगा किनारे बड़ी जमीन जहां भी उपलब्ध होगी, वहां गुजरात के कच्छ की तर्ज पर 60 दिनों के लिए टेंट सिटी बसाई जाएगी. इसमें पर्यटकों को अलग-अलग पैकेज देकर आमंत्रित किया जाएगा और काशी की कला संस्कृति धर्म से जुड़े बड़े आयोजन टेंट सिटी में आयोजित किए जाएंगे.
कछुआ सेंचुरी शिफ्ट होने के बाद बढ़ी उम्मीद
बता दें, पहले कछुआ सेंचुरी होने की वजह से गंगा उस पार रेत पर किसी तरह के आयोजन या पैदल चलने पर भी प्रतिबंध था, लेकिन अब कछुआ सेंचुरी जब मिर्जापुर एनजीटी के निर्देश पर शिफ्ट हो चुकी है तो गंगा उस पार कई आयोजन शुरू हो चुके हैं. हाल ही में गंगा उस पार भव्यता के साथ दीयों को सजाया गया था और पीएम ने उसका आनंद भी लिया था. इसके बाद अब गुजरात के कच्छ रण उत्सव के लिए बनाई जाने वाली टेंट सिटी के तर्ज पर गंगा उस पार टेंट सिटी का निर्माण 60 दिनों के लिए करने की प्लानिंग की गई है.