वाराणसी: जनपद में एमएसएमई से जुड़े हुए उद्यमियों के बीच खुशी की लहर दौड़ गई है. वित्त मंत्रालय की ओर से तीन लाख करोड़ दिए जाने के बाद एक बार फिर सूक्ष्म एवं लघु उद्योग में केंद्र सरकार ने जान फूंकने का काम किया है. वहीं एमएसएमई का मानना है कि यह पैसे अगर सूक्ष्म-लघु उद्योग के उद्यमियों के बीच एमएसएमई द्वारा लगाया जाएगा तो उद्योगों को बढ़ावा मिलेगा, जिससे देश आर्थिक रूप से मजबूत हो सकेगा.
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योगों के लिए केंद्र सरकार ने एमएसएमई का निर्माण कर इसके अंतर्गत लगभग 11 करोड़ लोगों को शामिल किया है. इन लोगों को छोटे रोजगार करने के लिए विभिन्न तरीकों से ऋण भी मुहैया करवाया जाएगा. कोविड-19 की मार देश में पड़ी है. विदेशी सामानों का आयात-निर्यात बंद हो गया है, जिसे देखते हुए पीएम मोदी ने आह्वान किया कि देश में ही उद्योग जगत में क्रांति आए. देश औद्योगिक क्षेत्र में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले. इसी वजह से वित्त मंत्रालय ने लघु, सूक्ष्म एवं मध्यम उद्योगों के लिए तीन लाख करोड़ का बजट दिया है.
वाराणसी के एमएसएमई के उप निदेशक विष्णु कुमार वर्मा ने अपने उद्यमियों को केंद्र सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों के बारे में जानकारी देना शुरू कर दिया है. उद्यमियों ने जो आर्थिक रूप से दो-तीन महीनों में चोट खाई है, उससे भी उबरने के लिए आर्थिक मदद किए जाने की बात कही जा रही है. देश आर्थिक स्थिति से मजबूत होकर फिर से पटरी पर आ सकेगा. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी लोगों को यही बात अपने संबोधन में कही थी.