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वाराणसी: ईद-ए-मिलाद-उन-नवी पर शहर में निकाला गया जुलूस

वाराणसी में ईद-ए-मिलाद-उल-नवी का जुलूस निकाला गया. इस जुलूस में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए. आज ही के दिन हजरत मोहम्मद साहब का जन्म हुआ था.

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Published : Nov 10, 2019, 3:48 PM IST

शहर में निकाला गया जुलूस.

वाराणसी: जिले में सुरक्षा व्यवस्था के बीच ईद-ए-मिलाद का जुलूस निकाला गया. ईद-ए-मिलाद का जुलूस तिरंगे के साथ निकाला गया. आज ही के दिन हजरत मोहम्मद साहब का जन्म हुआ था. इस जुलूस के जरिए आपसी भाईचारे और सौहार्द का संदेश भी दिया गया.

शहर में निकाला गया जुलूस

जिले में मुस्लिम वर्ग के लोगों ने जगह-जगह ईद-ए-मिलाद पर जश्न मनाया. दरअसल मक्का शहर में 571 ई. को हजरत मुहम्मद साहब का जन्म हुआ था, उन्हीं की याद में ईद-ए-मिलाद का पर्व मनाया जाता है. हजरत मुहम्मद साहब ने ही इस्लाम धर्म की स्‍थापना की थी. जसीमुद्दीन ने बताया कि हजरत मुहम्मद साहब इस्लाम के आखिरी नबी हैं. इनके बाद अब कयामत तक कोई नवी नहीं आने वाला है.

वाराणसी: जिले में सुरक्षा व्यवस्था के बीच ईद-ए-मिलाद का जुलूस निकाला गया. ईद-ए-मिलाद का जुलूस तिरंगे के साथ निकाला गया. आज ही के दिन हजरत मोहम्मद साहब का जन्म हुआ था. इस जुलूस के जरिए आपसी भाईचारे और सौहार्द का संदेश भी दिया गया.

शहर में निकाला गया जुलूस

जिले में मुस्लिम वर्ग के लोगों ने जगह-जगह ईद-ए-मिलाद पर जश्न मनाया. दरअसल मक्का शहर में 571 ई. को हजरत मुहम्मद साहब का जन्म हुआ था, उन्हीं की याद में ईद-ए-मिलाद का पर्व मनाया जाता है. हजरत मुहम्मद साहब ने ही इस्लाम धर्म की स्‍थापना की थी. जसीमुद्दीन ने बताया कि हजरत मुहम्मद साहब इस्लाम के आखिरी नबी हैं. इनके बाद अब कयामत तक कोई नवी नहीं आने वाला है.

Intro:एंकर: वाराणसी में निकली गई मिलादुन नबी का जुलूस देश के रंग में रंगा ईद-ए-मिलाद का जुलूस आपसी सौहार्द और शांति की कामना तिरंगे के साथ निकाला गया जुलूस
सुरक्षा व्यवस्था के बीच निकाला जा रहा ईद मिलादुन नबी का जुलूस आज ही के दिन आप सल्लालाहुताला अलैहु वस्सल्लम का जन्म हुआ था।Body:वीओ: मक्का शहर में 571 ई को पैगम्बर साहब हजरत मुहम्मद सल्ल. का जन्म हुआ था। उन्ही की याद में ईद मिलादुन्नबी का पर्व मनाया जाता है। हजरत मुहम्मद सल्ल. ने ही इस्लाम धर्म की स्‍थापना की है। आप हजरत सल्ल. इस्लाम के आखिरी नबी हैं, आपके बाद अब कायामत तक कोई नबी नहीं आने वाला।इस मान्यता के साथ प्रत्येक वर्ष पैगम्बर मुहम्मद सल्ल.अलैह वस्स. की याद में आज ही के दिन ईद मिलादुन नबी का जश्न मनाया जाता है।इसी क्रम आज मुस्लिम समाज के लोगों ने वाराणसी में जगह जगह् से जश्ने ईद मिलादुन नबी का जुलूस निकाला और पैगम्बर मुहम्मद सल्ल. अलैह वस्स.को याद किया।Conclusion:वीओ: पैगम्बरे- इस्लाम हजरत मोहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) धार्मिक सहिष्णुता के प्रतीक और सौहार्द के संदेशवाहक थे। इंसानियत के तरफदार और परस्पर प्यार के पैरोकार थे, इसलिए आपने मोहब्बत का पैगाम दिया तथा बुग्ज (कपट) और गीबत (चुगली) से सख्त परहेज किया।आप सल्ल. ने लोगों को एक ईश्वरवाद की शिक्षा दी। अल्लाह की प्रार्थना पर बल दिया, लोगों को पाक-साफ रहने के नियम बताए साथ ही आपने लोगों के जानमाल की सुरक्षा के लिए भी इस्लामिक तरीके लोगों तक पहुंचाए।आज उनकी याद में पुरे देश दुनिया ईद मिलादुन नबी का जश्न मनाया जाता है।और आज के दिन मुसलमानों के लिए बहूत बड़ा दिन होता है।इस मौके पर मुस्लिम समाज के जुलुस निकालकर पैगम्बर साहब का जन्म दिन मनाते है।

बाइट-:- जसीमुद्दीन ,मौलाना मदनी मस्जिद

अमित दत्ता वाराणसी
8299457899
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