वाराणसी: जिले में सुरक्षा व्यवस्था के बीच ईद-ए-मिलाद का जुलूस निकाला गया. ईद-ए-मिलाद का जुलूस तिरंगे के साथ निकाला गया. आज ही के दिन हजरत मोहम्मद साहब का जन्म हुआ था. इस जुलूस के जरिए आपसी भाईचारे और सौहार्द का संदेश भी दिया गया.
जिले में मुस्लिम वर्ग के लोगों ने जगह-जगह ईद-ए-मिलाद पर जश्न मनाया. दरअसल मक्का शहर में 571 ई. को हजरत मुहम्मद साहब का जन्म हुआ था, उन्हीं की याद में ईद-ए-मिलाद का पर्व मनाया जाता है. हजरत मुहम्मद साहब ने ही इस्लाम धर्म की स्थापना की थी. जसीमुद्दीन ने बताया कि हजरत मुहम्मद साहब इस्लाम के आखिरी नबी हैं. इनके बाद अब कयामत तक कोई नवी नहीं आने वाला है.