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काशी में बना केदारनाथ मंदिर, द्वादश ज्योतिर्लिंगों के एक साथ हो रहे दर्शन - kedarnath temple

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में पूजा पंडाल को इस बार काफी खास बनाया गया है. दुर्गा पूजा पंडाल को केदारनाथ मंदिर का स्वरूप दिया गया है. मां के दर्शन के साथ भक्त द्वादश ज्योतिर्लिंगों का दर्शन भी कर सकते हैं.

दुर्गा पूजा पंडाल को केदारनाथ मंदिर का स्वरूप दिया गया हैं
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Published : Oct 7, 2019, 10:48 PM IST

वाराणसी: पूरे देश में मां शक्ति की उपासना के महापर्व नवरात्र पर धूम मची हुई है. ऐसे में मिनी बंगाल कहे जाने वाले काशी में दुर्गा पूजा उत्सव अलग ही अंदाज में मनाया जा रहा है. शहर में खूबसूरत पंडाल के साथ ही मां दुर्गा की अद्भुत प्रतिमा लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है. ऐसे में जिले के भेलूपुर स्थित जिम स्पोर्टिंग क्लब का पूजा पंडाल अपने आप में बेहद खास है.

पंडाल में द्वादश ज्योतिर्लिंग का दर्शन कर सकते है.

इसे भी पढ़ें-बाराबंकी: प्रत्येक वर्ष एक ही पंडाल के नीचे मां दुर्गा की 8 अलग-अलग प्रतिमाएं की जाती हैं स्थापित

बेहद खास है मां शक्ति का पूजा पंडाल

जहां कोलकाता में एक तरफ बनारस के घाटों को दर्शाया गया है. वहीं बनारस के जिम स्पोर्टिंग क्लब में पूजा पंडाल को केदारनाथ मंदिर का स्वरूप दिया गया है. मंदिर के प्रवेश द्वार को बिल्कुल केदारनाथ मंदिर की तरह बनाया गया है. वहीं मां के दर्शन करने के बाद ही द्वादश ज्योतिर्लिंग का एक साथ यहां पर दर्शन किया जा सकता है. पंडाल के दीवारों पर द्वादश ज्योतिर्लिंग का चित्र आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. बनारस में इस पंडाल की खास चर्चा है और लोग दूर-दूर से इस पंडाल को देखने आ रहे हैं.

मुख्य द्वार केदारनाथ मंदिर का प्रारूप बनाया गया है. जो हमारे पंडाल के अंदर की साज-सज्जा है. वह बेहद खास है और ऐसा पूरे बनारस में कहीं नहीं है. क्योंकि हमने 12 ज्योतिर्लिंगों के शिखर और ज्योतिर्लिंग को दर्शाया गया है. यहां पर जो मां आदिशक्ति का दर्शन करेगा वह भारत के द्वादश ज्योतिर्लिंग को दर्शन कर पाएगा. क्योंकि मां शक्ति की पूजा बाबा विश्वनाथ की नगरी में हो रही है. इससे बड़ा सौभाग्य की बात क्या हो सकता है.
-देवोन्दो मुखर्जी, सदस्य, आयोजक मंडल

वाराणसी: पूरे देश में मां शक्ति की उपासना के महापर्व नवरात्र पर धूम मची हुई है. ऐसे में मिनी बंगाल कहे जाने वाले काशी में दुर्गा पूजा उत्सव अलग ही अंदाज में मनाया जा रहा है. शहर में खूबसूरत पंडाल के साथ ही मां दुर्गा की अद्भुत प्रतिमा लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही है. ऐसे में जिले के भेलूपुर स्थित जिम स्पोर्टिंग क्लब का पूजा पंडाल अपने आप में बेहद खास है.

पंडाल में द्वादश ज्योतिर्लिंग का दर्शन कर सकते है.

इसे भी पढ़ें-बाराबंकी: प्रत्येक वर्ष एक ही पंडाल के नीचे मां दुर्गा की 8 अलग-अलग प्रतिमाएं की जाती हैं स्थापित

बेहद खास है मां शक्ति का पूजा पंडाल

जहां कोलकाता में एक तरफ बनारस के घाटों को दर्शाया गया है. वहीं बनारस के जिम स्पोर्टिंग क्लब में पूजा पंडाल को केदारनाथ मंदिर का स्वरूप दिया गया है. मंदिर के प्रवेश द्वार को बिल्कुल केदारनाथ मंदिर की तरह बनाया गया है. वहीं मां के दर्शन करने के बाद ही द्वादश ज्योतिर्लिंग का एक साथ यहां पर दर्शन किया जा सकता है. पंडाल के दीवारों पर द्वादश ज्योतिर्लिंग का चित्र आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. बनारस में इस पंडाल की खास चर्चा है और लोग दूर-दूर से इस पंडाल को देखने आ रहे हैं.

मुख्य द्वार केदारनाथ मंदिर का प्रारूप बनाया गया है. जो हमारे पंडाल के अंदर की साज-सज्जा है. वह बेहद खास है और ऐसा पूरे बनारस में कहीं नहीं है. क्योंकि हमने 12 ज्योतिर्लिंगों के शिखर और ज्योतिर्लिंग को दर्शाया गया है. यहां पर जो मां आदिशक्ति का दर्शन करेगा वह भारत के द्वादश ज्योतिर्लिंग को दर्शन कर पाएगा. क्योंकि मां शक्ति की पूजा बाबा विश्वनाथ की नगरी में हो रही है. इससे बड़ा सौभाग्य की बात क्या हो सकता है.
-देवोन्दो मुखर्जी, सदस्य, आयोजक मंडल

Intro:पूरे देश में नवरात्र मां शक्ति की उपासना के महापर्व की धूम है ऐसे में मिनी बंगाल कहे जाने वाले काशी में दुर्गा पूजा उत्सव का अलग ही अंदाज से मनाया जा रहा है शहर में खूबसूरत पंडाल के साथ ही मां दुर्गा की अद्भुत प्रतिमा लोगों को अपनी और आकर्षित कर रही है तो ऐसे में वाराणसी के भेलूपुर स्थित जिम स्पोर्टिंग क्लब का पूजा पंडाल अपने आप में बेहद खास हैं।


Body:जहां कोलकाता में एक तरफ बनारस के घाटों को दर्शाया गया तो वही बनारस के जिम स्पोर्टिंग क्लब में केदारनाथ मंदिर का स्वरूप दिया गया है मंदिर के प्रवेश द्वार बिल्कुल केदारनाथ मंदिर की तरह बनाया गया है और वही मां के दर्शन करने के बाद ही द्वादश ज्योतिर्लिंगों का एक साथ यहां पर दर्शन किया जा सकता है पंडाल के दीवारों पर नीचे अलग-अलग उनके मंदिर और उसके नीचे द्वादश ज्योतिर्लिंग आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। बनारस में इस पंडाल की खास चर्चा है और लोग दूर-दूर से इस पंडाल को देखने आ रहे हैं।


Conclusion:देवोन्दो मुखर्जी ने बताया हमारा मुख्य द्वार केदारनाथ मंदिर का प्रारूप बनाया गया है । जो हमारे पंडाल के अंदर की साज-सज्जा है। वह बेहद खास है और ऐसा पूरे बनारस में कहीं नहीं है क्योंकि हमने 12 ज्योतिर्लिंग के शिखर और ज्योतिर्लिंग को दर्शाया है यहां पर जो मां आदिशक्ति का दर्शन करेगा वह भारत के द्वादश ज्योतिर्लिंग को दर्शन कर पाएगा क्योंकि मां शक्ति की पूजा बाबा विश्वनाथ की नगरी में हो रही है इससे बड़ा सौभाग्य की बात क्या हो सकता है।

बाईट :--- देवोन्दो मुखर्जी, सदस्य आयोजक मंडल

अशुतोष उपाध्याय

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