वाराणसी: श्री राम जन्मभूमि स्थल पर भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए ट्रस्ट की तरफ से इन दिनों धन संग्रह अभियान चलाया जा रहा है. 28 फरवरी तक इस अभियान को पूरा करना है. इसलिए ट्रस्ट के सचिव चंपत राय स्वयं अलग-अलग राज्यों और जिलों में जाकर लोगों से दान की अपील कर रहे हैं. ट्रस्ट के सचिव के मुताबिक अब तक 1500 करोड़ों रुपये धन संग्रह अभियान के तहत इकट्ठा किए जा चुके हैं, जो लगातार बढ़ रहे हैं. इतना ही नहीं भारी मात्रा में चांदी की सिल्लियां भी ट्रस्ट को मिल रही हैं, लेकिन लगातार राम मंदिर ट्रस्ट के नाम पर हो रही धोखाधड़ी को देखते हुए अब ट्रस्ट ने एक बड़ा निर्णय लिया है. यूपीआईडी और बारकोड के जरिए ट्रस्ट की तरफ से अब धन संग्रह अभियान के तहत दान नहीं लिया जाएगा. इस व्यवस्था को ट्रस्ट की तरफ से बंद किया जा रहा है.
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धन संग्रह के लिए पहुंचे थे बनारस
विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय उपाध्यक्ष एवं श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सचिव चंपत राय शुक्रवार को रोहनिया-शाहावाबाद स्थित जालान हाउस पहुंचे थे. चंपत राय ने कहा कि राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से अब बारकोड और यूपीआई के जरिए धन संग्रह नहीं किया जाएगा, क्योंकि इसे लेकर लगातार फ्रॉड की सूचनाएं मिल रहीं हैं. एक्सपर्ट ने इस पर प्रतिबंध लगाने के लिए कहा है, जिसके तहत इस सिस्टम से अब धन संग्रह नहीं होगा.
अखिलेश यादव को दिया जवाब
वहीं ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने अखिलेश यादव और कांग्रेस के एक अन्य विधायक की तरफ से धन संग्रह अभियान को लेकर दिए गए बयानों पर पलटवार करते हुए कहा कि ऐसा बोलने वाले खुद ही पतन की ओर जा रहे हैं. ईश्वर इनको देख रहा है और जनता दिखा रही है. उन्होंने बताया कि अब तक 1500 करोड़ रुपये समर्पण निधि अभियान के तहत एकत्रित किए जा चुके हैं. चंपत राय ने यह भी स्पष्ट किया कि भारी मात्रा में चांदी की सिल्लियां दान में मिल रही हैं, लेकिन अभी मंदिर ट्रस्ट को चांदी की जरूरत नहीं है. धन संग्रह के तहत ज्यादा से ज्यादा धनराशि मिलना जरूरी है. चांदी और सोने की जरूरत जब होगी तब मांगा जाएगा. लेकिन अभी सिर्फ धनराशि दी जाए तो ज्यादा अच्छा है. हालांकि दान में मिल रही सिल्लियों को बैंक के लॉकर में सुरक्षित रखा गया है.
'श्रीराम के नाम पर नहीं हो रही हत्या'
चंपत राय ने पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की तरफ से राम नाम का विरोध किए जाने और दिल्ली में राम नाम को लेकर हुई हत्या के मामले में कहा कि हमारे कार्यकर्ताओं को कहीं कोई कठिनाई नहीं हुई है. मैं दो-तीन दिन घूम कर भी आया हूं. पश्चिम बंगाल में इन 3 दिनों में मैंने 10 बैठकें भी की हैं. वहां मुझे किसी कठिनाई का अनुभव नहीं हुआ. मेरे पास कोई शिकायत नहीं आई. उन्होंने कहा कि जय श्री राम के कारण हत्या हो रही, ऐसा कहना ठीक नहीं है. हत्या के कई अन्य कारण भी हो सकते हैं. इसे राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय मुद्दा नहीं बनाया जाना चाहिए.
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