वाराणसीः गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर भारत सरकार द्वारा पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री सम्मान की घोषणा की गई. इसमें काशी के तीन लोगों का नाम शामिल था, गणतंत्र दिवस पर काशी में इसका भी असर दिख रहा है. पद्मश्री मिलने पर लोग लगातार बधाइयां दे रहे हैं. काशी के डोम राजा जगदीश चौधरी को भी मरणोपरांत पद्मश्री सम्मान से सम्मानित किया गया है. जगदीश चौधरी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2014 के चुनाव में प्रस्तावक भी रह चुके हैं.
डीएम का आया था फोन
ईटीवी भारत से खास बातचीत में परिजनों ने बताया कि जिलाधिकारी द्वारा उन्हें दोपहर 2 बजे ही सम्मान की जानकारी दे दी गई थी. इसके बाद से बधाई देने वालों का तांता घर पर लगा था. लोग एक दूसरे को मिठाइयां खिलाकर इसका जश्न मना रहे थे.
डोम राजा परिवार के छठे वंशज जगदीश चौधरी
काशी में 250 सालों से डोम राजा का परिवार रहता है. जिसके छठे वंशज जगदीश चौधरी थे. डोम राजा परिवार में जगदीश चौधरी मरणोपरांत पद्म श्री सम्मान पाने वाले पहले व्यक्ति हैं. यह सम्मान पाकर परिवार वालों में खुशी का माहौल है. परिवार वालों का कहना है कि मोदी सरकार द्वारा उनकी सुध ली गई है. पहली बार डोमराज परिवार में किसी को पद्मश्री सम्मान मिला है.
जगदीश चौधरी की मां ने मोदी को कहा धन्यवाद
स्वर्गीय जगदीश चौधरी की माता ने पद्मश्री सम्मान मिलने के बाद मोदी जी को धन्यवाद दिया, उन्होंने कहा कि अभी तक हमारे परिवार की किसी सरकार ने सुध नहीं ली. मोदी सरकार हमें सम्मान दे रही है. मोदी जी ने यह सम्मान दिया है, जिसके लिए हम उनको बधाई देते हैं. जगदीश चौधरी की माता ने बताया कि प्रधानमंत्री के प्रस्तावक बनने के बाद जब वह वाराणसी आते थे तो उनकी मुलाकात भी होती थी और बातचीत भी प्रधानमंत्री किया करते थे.
'हम लोगों का भी है कोई सुध लेने वाला'
जगदीश चौधरी के पुत्र ओम नारायण चौधरी ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि जिलाधिकारी द्वारा फोन आया कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा आपके परिवार को पद्मश्री सम्मान दिया जा रहा है. हम लोगों को यह सुनकर बहुत अच्छा लगा कि हम लोगों के परिवार का भी कोई सुध लेने वाला है. यह जानकर हम लोगों को बहुत अच्छा लगा.