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अंतरराष्ट्रीय योग दिवस: डीएम ने बनारस क्लब में की योग साधना

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने रविवार को बनारस क्लब में आयोजित योग साधना का प्रतिनिधित्व किया. इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि योग विद्या भारत की एक बहुत पुरातन भारतीय संस्कृति से जुड़ी हुई विद्या है.

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Published : Jun 21, 2020, 1:36 PM IST

Updated : Jun 21, 2020, 2:31 PM IST

वाराणसी में किया गया योगासन
वाराणसी में किया गया योगासन

वाराणसी: अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस के अवसर पर जिले में जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने रविवार को बनारस क्लब में आयोजित योग साधना की. केंद्र और राज्य के प्रोटोकॉल के अनुसार योग साधना का ये कार्यक्रम 45 मिनट तक चला.

वाराणसी में किया गया योगासन

घर-घर में लोकप्रिय है योग विद्या

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि योग विद्या भारत की एक बहुत पुरातन भारतीय संस्कृति से जुड़ी हुई विद्या है. उन्होंने कहा कि योग पहले ही से किया जाता रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री की कोशिश के बाद यूएन ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योग दिवस के रूप में मनाए जाने की बात कही. जिसके बाद आज यह विद्या घर-घर में लोकप्रिय हो गई है. आज गांव-गांव, शहर-शहर, स्कूल, कॉलेजों के अलावा विभिन्न क्लबों के माध्यम से भी योग प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किए जाते हैं. कोरोना महामारी को देखते हुए आज यह कार्यक्रम हर जगह छोटे-छोटे समूहों में संचालित हो रहे हैं. इस दौरान कोई वृहद कार्यक्रम नहीं किया जा रहा है.

योगासन से ठीक हो सकता है कोरोना

जिलाधिकारी ने लोगों से अपील की कि सभी लोग योग को अपना कर निरोगी बने और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें. कोरोना काल में जहां प्रिवेंशन ही क्योर है, ऐसे समय में योग का महत्व और बढ़ जाता है. योग में कई ऐसे आसन और प्रणायाम हैं, जिससे शरीर की बहुत अच्छी प्रतिरोधक क्षमता विकसित की जा सकती है. उन्होंने कहा कि कई ऐसे आसन हैं, जिससे यदि कोरोना रोग हो भी जाए तो ठीक किया जा सकता है. योग विद्या के साथ यदि आयुर्वेद का समावेश कर दिया जाए तो सभी बीमारियां समूल समाप्त हो सकती हैं. उन्होंने कहा कि बड़ों के साथ बच्चों को भी अभी से योग की आदत डालनी चाहिए. साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि दुनिया योग विद्या के लिए भारत की तरफ देख रही है. इसलिए अगर विदेश में कहीं भी जाएं तो योग को ब्रांड एम्बेसडर की तरह प्रजेंट करें.

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मधुसूदन हुल्गी ने अधिकारियों का धन्यवाद दिया. उन्होंने विशेष रूप से नेहरु युवा केंद्र तथा यूनिसेफ का सहयोग देने के लिए आभार व्यक्त किया. योग शिविर में विक्रमादित्य मलिक आईएएस, सीएमओ, पीडी डीआरडीए, अंतरराष्ट्रीय एथलीट नीलू मिश्रा, डीडीओ सहित नेहरू युवा केन्द्र के वालेंटियर्स और अन्य लोगों ने योग शिविर में प्रतिभाग किया.

वाराणसी में किया गया योगासन
घर योग आसन करते मंत्री नीलकंठ तिवारी

5000 पुरानी परंपरा का लगातार किया जा रहा अभ्यास

वहीं, उत्तर प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति, धर्मार्थ कार्य एवं प्रोटोकॉल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. नीलकंठ तिवारी ने भी वाराणसी स्थित अपने आवास परिसर में योग किया. इस अवसर पर मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी ने कहा कि योग व्यायाम का एक प्राचीन रूप है, जो भारतीय समाज में हजारों साल पहले विकसित हुआ था. तकरीबन 5000 साल पुरानी इस परंपरा का तब से लगातार अभ्यास किया जा रहा है. इसमें किसी व्यक्ति को अच्छे आकार में रखने के लिए, बीमारियों और अक्षमताओं के विभिन्न रूपों से छुटकारा पाने के लिए विभिन्न प्रकार के आसन शामिल हैं. उन्होंने बताया कि यह ध्यान के लिए एक मजबूत तरीका भी माना जाता है, जो मन और शरीर को शांत करने में मदद करता है. उन्होंने कहा कि आज दुनिया भर में योग का अभ्यास किया जा रहा है. दुनिया भर के लगभग 2 अरब लोग योगाभ्यास करते हैं. इस प्राचीन पद्धति के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है.

वाराणसी: अंतरराष्ट्रीय योगा दिवस के अवसर पर जिले में जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने रविवार को बनारस क्लब में आयोजित योग साधना की. केंद्र और राज्य के प्रोटोकॉल के अनुसार योग साधना का ये कार्यक्रम 45 मिनट तक चला.

वाराणसी में किया गया योगासन

घर-घर में लोकप्रिय है योग विद्या

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि योग विद्या भारत की एक बहुत पुरातन भारतीय संस्कृति से जुड़ी हुई विद्या है. उन्होंने कहा कि योग पहले ही से किया जाता रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री की कोशिश के बाद यूएन ने 21 जून को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योग दिवस के रूप में मनाए जाने की बात कही. जिसके बाद आज यह विद्या घर-घर में लोकप्रिय हो गई है. आज गांव-गांव, शहर-शहर, स्कूल, कॉलेजों के अलावा विभिन्न क्लबों के माध्यम से भी योग प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किए जाते हैं. कोरोना महामारी को देखते हुए आज यह कार्यक्रम हर जगह छोटे-छोटे समूहों में संचालित हो रहे हैं. इस दौरान कोई वृहद कार्यक्रम नहीं किया जा रहा है.

योगासन से ठीक हो सकता है कोरोना

जिलाधिकारी ने लोगों से अपील की कि सभी लोग योग को अपना कर निरोगी बने और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें. कोरोना काल में जहां प्रिवेंशन ही क्योर है, ऐसे समय में योग का महत्व और बढ़ जाता है. योग में कई ऐसे आसन और प्रणायाम हैं, जिससे शरीर की बहुत अच्छी प्रतिरोधक क्षमता विकसित की जा सकती है. उन्होंने कहा कि कई ऐसे आसन हैं, जिससे यदि कोरोना रोग हो भी जाए तो ठीक किया जा सकता है. योग विद्या के साथ यदि आयुर्वेद का समावेश कर दिया जाए तो सभी बीमारियां समूल समाप्त हो सकती हैं. उन्होंने कहा कि बड़ों के साथ बच्चों को भी अभी से योग की आदत डालनी चाहिए. साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि दुनिया योग विद्या के लिए भारत की तरफ देख रही है. इसलिए अगर विदेश में कहीं भी जाएं तो योग को ब्रांड एम्बेसडर की तरह प्रजेंट करें.

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी मधुसूदन हुल्गी ने अधिकारियों का धन्यवाद दिया. उन्होंने विशेष रूप से नेहरु युवा केंद्र तथा यूनिसेफ का सहयोग देने के लिए आभार व्यक्त किया. योग शिविर में विक्रमादित्य मलिक आईएएस, सीएमओ, पीडी डीआरडीए, अंतरराष्ट्रीय एथलीट नीलू मिश्रा, डीडीओ सहित नेहरू युवा केन्द्र के वालेंटियर्स और अन्य लोगों ने योग शिविर में प्रतिभाग किया.

वाराणसी में किया गया योगासन
घर योग आसन करते मंत्री नीलकंठ तिवारी

5000 पुरानी परंपरा का लगातार किया जा रहा अभ्यास

वहीं, उत्तर प्रदेश के पर्यटन, संस्कृति, धर्मार्थ कार्य एवं प्रोटोकॉल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. नीलकंठ तिवारी ने भी वाराणसी स्थित अपने आवास परिसर में योग किया. इस अवसर पर मंत्री डॉ. नीलकंठ तिवारी ने कहा कि योग व्यायाम का एक प्राचीन रूप है, जो भारतीय समाज में हजारों साल पहले विकसित हुआ था. तकरीबन 5000 साल पुरानी इस परंपरा का तब से लगातार अभ्यास किया जा रहा है. इसमें किसी व्यक्ति को अच्छे आकार में रखने के लिए, बीमारियों और अक्षमताओं के विभिन्न रूपों से छुटकारा पाने के लिए विभिन्न प्रकार के आसन शामिल हैं. उन्होंने बताया कि यह ध्यान के लिए एक मजबूत तरीका भी माना जाता है, जो मन और शरीर को शांत करने में मदद करता है. उन्होंने कहा कि आज दुनिया भर में योग का अभ्यास किया जा रहा है. दुनिया भर के लगभग 2 अरब लोग योगाभ्यास करते हैं. इस प्राचीन पद्धति के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है.

Last Updated : Jun 21, 2020, 2:31 PM IST
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