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वाराणसीः पैदाइशी दिव्यांग बच्चों का इलाज करेगा BHU

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में बीएचयू के सर सुंदर लाल अस्पताल में पैदाइशी दिव्यांगों का इलाज किया जाएगा. इसके लिए अस्पताल प्रशासन तैयारी में जुट गया है.

ए.के.राय अस्थि रोग विशेषज्ञ बीएचयू.
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Published : Nov 23, 2019, 7:30 AM IST

वाराणसीः बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में वैसे तो कई ऐसी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं, जो वाराणसी के किसी भी अस्पताल में आप नहीं पा सकेंगे. इस अस्पताल में एक ऐसी पहल की शुरुआत होने जा रही है, जिससे उन दिव्यांगों को बिना किसी सहारे के अपना जीवन जीने के लिए हौसला मिलेगा.

बीएचयू के अस्थि रोग विशेषज्ञ एके राय.

दरअसल वाराणसी में कुछ चुनिंदा ऐसी संस्थाएं हैं जो छोटे बच्चों के लिए काम करती हैं. इस बार बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल ने एक नई पहल की है कि जो बच्चे दिव्यांग पैदा होते हैं उनका इलाज करेगा. सर सुंदरलाल अस्पताल में ऑपरेशन की भी व्यवस्था होने जा रही है. बीएचयू प्रशासन ने कहा कि इससे उन बच्चों को फायदा होगा जो बच्चे पैदा ही दिव्यांग होते हैं.

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डॉक्टरों का कहना है कि यह पहली व्यवस्था शुरू की जा रही है सर सुंदरलाल अस्पताल में. इससे दिव्यांगों को काफी फायदा पहुंचेगा. यही नहीं डॉक्टरों का यह भी कहना है कि सबसे पहले टेक्निकल चीजें घर के लोगों को बतानी पड़ती है, जिससे कि किसी भी दिव्यांग की रोज एक्सरसाइज हो सके और वह रूटीन की चीजें अपने जीवन में कर सकें.

वाराणसीः बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में वैसे तो कई ऐसी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं, जो वाराणसी के किसी भी अस्पताल में आप नहीं पा सकेंगे. इस अस्पताल में एक ऐसी पहल की शुरुआत होने जा रही है, जिससे उन दिव्यांगों को बिना किसी सहारे के अपना जीवन जीने के लिए हौसला मिलेगा.

बीएचयू के अस्थि रोग विशेषज्ञ एके राय.

दरअसल वाराणसी में कुछ चुनिंदा ऐसी संस्थाएं हैं जो छोटे बच्चों के लिए काम करती हैं. इस बार बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल ने एक नई पहल की है कि जो बच्चे दिव्यांग पैदा होते हैं उनका इलाज करेगा. सर सुंदरलाल अस्पताल में ऑपरेशन की भी व्यवस्था होने जा रही है. बीएचयू प्रशासन ने कहा कि इससे उन बच्चों को फायदा होगा जो बच्चे पैदा ही दिव्यांग होते हैं.

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डॉक्टरों का कहना है कि यह पहली व्यवस्था शुरू की जा रही है सर सुंदरलाल अस्पताल में. इससे दिव्यांगों को काफी फायदा पहुंचेगा. यही नहीं डॉक्टरों का यह भी कहना है कि सबसे पहले टेक्निकल चीजें घर के लोगों को बतानी पड़ती है, जिससे कि किसी भी दिव्यांग की रोज एक्सरसाइज हो सके और वह रूटीन की चीजें अपने जीवन में कर सकें.

Intro:एंकर: बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल में वैसे तो कई ऐसी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं जो वाराणसी के किसी भी अस्पताल में आप नहीं पा सकेंगे मगर एक ऐसी पहल सर सुंदरलाल अस्पताल करने जा रहा है जिससे उन दिव्यांगों को बिना किसी सहारे के अपना जीवन जीने के लिए हौसला मिलेगा जो बचपन से दिव्यांगता को लेकर आते हैं। बिना ट्रेनिंग दिए


Body:वीओ: दरअसल वाराणसी में कुछ चुनिंदा ऐसी संस्थाएं हैं जो छोटे बच्चों के लिए काम करती हैं जो पैदाइशी दिव्यांग पैदा होते हैं या बच्चे दिव्यांग ताकि हालत में तो पैदा होते हैं मगर उनकी स्थिति जानकर कुछ संस्थाएं आगे आती है मगर इस बार बीएचयू के सर सुंदरलाल अस्पताल ने एक नई पहल की है कि अब यह जो भी ऐसे बच्चों और ऐसे लोगों के लिए काम करेगा जो दिव्यांग पैदा होते हैं हालांकि दिव्यांग जिनके घर होते हैं उनको के ट्रेनिंग देना सबसे जरूरी होता है। सर सर सुंदरलाल अस्पताल में ऑपरेशन की भी व्यवस्था करने जा रही है बीएचयू प्रशासन इससे उन बच्चों को खासा फायदा होगा जो बच्चे पैदा इसी दिव्यांग होते हैं।


Conclusion:वीओ: वही आपको बताते चलें कि डॉक्टरों का कहना है कि यह पहली व्यवस्था शुरू की जा रही है सर सुंदरलाल अस्पताल में जिससे दिव्यांगों को काफी फायदा पहुंचेगा यही नहीं डॉक्टरों का यह भी कहना है कि सबसे पहले टेक्निकल चीजें घर के लोगों को बतानी पड़ती है जिससे कि किसी भी दिव्यांग का रोज एक्सरसाइज हो सके और उसको रूटीन की चीजें वह अपने जीवन में कर सके यही नहीं जिन दिव्यांगों को ऑपरेशन की जरूरत पड़ेगी उनका सर सुंदरलाल अस्पताल में ऑपरेशन भी आगामी समय में संभव होगा।

बाइट: ए के राय अस्थि रोग विशेषज्ञ बीएचयू

अमित दत्ता वाराणसी
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