ETV Bharat / state

वाराणसी: वरुणा का पानी गंदा होने से फसल पर पड़ रहा बुरा असर

वरुणा नदी में पानी न छोड़े जाने की वजह से नदी में सीवर का पानी लगातार बह रहा है. जिससे इसका बुरा असर इसके पानी का इस्तेमाल करके उगाई फसल पर पड़ रहा है.

वरुणा नदी
author img

By

Published : Feb 24, 2019, 10:40 AM IST

वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में वरुणा और अस्सी नदी के जीर्णोद्धार के लिए ढेर सारी योजनाएं चल रही हैं. लेकिन यह योजनाएं अभी तक कारगार साबित नहीं होती नहीं दिखरहीं हैं. बता दें कि वरुणा के किनारे जो भी किसान खेती करते हैं वो ज्यादातर वरुणा नदी केपानी का हीइस्तेमाल करते हैं. लेकिन नदी का पानी गंदा होने के कारण फसल पर इसका बुराअसर पड़ रहा है.

वरुणा का पानी गंदा होने से इसका बुरा असर फसल पर देखने को मिल रहा है.

दरअसल वरुणा नदी में पानी न छोड़े जाने की वजह से नदी में सीवर का पानी लगातार बह रहा है. लोगों को खेती के लिए उसी पानी इस्तेमाल करना पड़ रहा है. यही नहीं इसका इस्तेमाल लोग नहाने के लिए भी करते हैं. नदी के प्रदूषित पानी का इस्तेमाल खेती में करने सेफसल पर इसका बुरा असर देखने को मिल रहा है.महिला किसान का कहना है कि नदी के पानी का इस्तेमाल करके हम लोग गेंहू या किसी और फसल को उगाते है. जब हम उस फसल का इस्तेमाल करके खाना बनाते है तो वह खाना थोड़ी देर बाद खराब हो जाता है. इसके अलावा नदी का पानी गंदा होने से बीमारी भी फैलने का डर बना रहता है.

राज्य सरकार द्वारा वरुणा कॉरिडोर का काम करवाया जा रहा है, लेकिन वरुणा में पानी न छोड़े जाने की वजह से किसान बेहद परेशान है. किसानों का कहना है कि वरुणा में सीवर और नाले का पानी रोका जाए. साथ ही गंगा का पानी वरुणा में छोड़ा जाए.

undefined

वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में वरुणा और अस्सी नदी के जीर्णोद्धार के लिए ढेर सारी योजनाएं चल रही हैं. लेकिन यह योजनाएं अभी तक कारगार साबित नहीं होती नहीं दिखरहीं हैं. बता दें कि वरुणा के किनारे जो भी किसान खेती करते हैं वो ज्यादातर वरुणा नदी केपानी का हीइस्तेमाल करते हैं. लेकिन नदी का पानी गंदा होने के कारण फसल पर इसका बुराअसर पड़ रहा है.

वरुणा का पानी गंदा होने से इसका बुरा असर फसल पर देखने को मिल रहा है.

दरअसल वरुणा नदी में पानी न छोड़े जाने की वजह से नदी में सीवर का पानी लगातार बह रहा है. लोगों को खेती के लिए उसी पानी इस्तेमाल करना पड़ रहा है. यही नहीं इसका इस्तेमाल लोग नहाने के लिए भी करते हैं. नदी के प्रदूषित पानी का इस्तेमाल खेती में करने सेफसल पर इसका बुरा असर देखने को मिल रहा है.महिला किसान का कहना है कि नदी के पानी का इस्तेमाल करके हम लोग गेंहू या किसी और फसल को उगाते है. जब हम उस फसल का इस्तेमाल करके खाना बनाते है तो वह खाना थोड़ी देर बाद खराब हो जाता है. इसके अलावा नदी का पानी गंदा होने से बीमारी भी फैलने का डर बना रहता है.

राज्य सरकार द्वारा वरुणा कॉरिडोर का काम करवाया जा रहा है, लेकिन वरुणा में पानी न छोड़े जाने की वजह से किसान बेहद परेशान है. किसानों का कहना है कि वरुणा में सीवर और नाले का पानी रोका जाए. साथ ही गंगा का पानी वरुणा में छोड़ा जाए.

undefined
Intro:एंकर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में वरुणा और अस्सी नदी के जीर्णोद्धार के लिए ढेर सारी योजनाएं और ढेरों ढेरों का वायदे की जय की जा रही है वही आपको बता दे कि वरुणा के किनारे जो भी किसान खेती कर रहे हैं और वरना का पानी इस्तेमाल करते हैं खेती के लिए वह बेहद ही खराब स्थिति में पहुंच गई है रोटी अगर बनाकर 2 घंटे रख दी जाए तो रोटी लगती है महकने किसान है परेशान कई बार प्रधानमंत्री तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिश भी की है लेकिन सुनने वाला कोई नहीं.


Body:वीओ: दरअसल वरुणा नदी में पानी न छोड़े जाने की वजह से वरुणा नदी में सीवर का पानी लगातार बह रहा है और लोग उसी पानी को इस्तेमाल भी कर रहे हैं यही नहीं इसका इस्तेमाल लोग नहाने तक करते हैं सीवर के पानी से नहाता देख लोग बड़े ही परेशान और दुखी हैं वही वरुणा नदी में मरे हुए जीव को भी क्या जानवरों को भी लोग फेक जाते हैं जिससे कि और भी ज्यादा प्रदूषण उस पानी में हो जाता है जब उस पानी का इस्तेमाल किसान अपने खेत में करते हैं तो उससे उपजे फसल भी काफी हानिकारक होता है महिला किसान का कहना है कि इस खेत से जो भी फसल हम लोग आते हैं और अगर उससे रोटी बनाते हैं तो बनी हुई रोटी 2 घंटे बाद फीवर के पानी की तरह महकने लगती है और उसे खाना क्या उसे सुनना तक पसंद नहीं करते हैं लोग ढेरों ऐसी बीमारियां है जिससे आए दिन वरुणा किनारे का किसान जूझ रहा है.


Conclusion:वीओ: वही आपको बता दे कि राज्य सरकार द्वारा ढेरों योजनाएं चल रही है जैसे कि वरुणा कॉरिडोर के काम में भी तेजी है लेकिन वरुणा में ना पानी ना छोड़े जाने की वजह से किसान बेहद परेशान है और किसानों का केवल एक मात्र कहना है कि वरुणा में भी सीवर का पानी या नाले का पानी रोका जाए और मां गंगा से पानी वरुणा में छोड़ा जाए ताकि घोड़ा किनारे बसे किसानों को साफ पानी मिल सके और साफ पानी से वरुणा किराड़े के किसान अपनी फसल में दे सके ताकि फसल स्वस्थ फसल हो और किसान अगर उसका उपयोग भी करे तो बीमार ना पड़े वहीं आपको बताते चलें कि वरुणा नदी लगभग 60 किलोमीटर की लंबाई में फैली हुई है और इसके किनारे लाखों किसान खेती करते हैं
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.