वाराणसी: जिले के काशी हिंदू विश्वविद्यालय में पंडित श्रीकांत मिश्रा और पंडित रमाकांत को समर्पित ध्रुपद उत्सव का समापन कैंपस के ओमकारनाथ ठाकुर प्रेक्षागृह में हुआ. उत्सव का समापन कानपुर से आए पंडित विनोद कुमार द्विवेदी के ध्रुपद गायन से हुआ. वहीं संगीत के छात्रों को अपने बीच इन बड़े-बड़े कलाकारों को सुनने का मौका मिला. यह तीन दिवसीय कार्यक्रम 22 जनवरी से लेकर 24 जनवरी तक चला.
देश ही नहीं, बल्कि विदेशी पर्यटक भी शामिल हुए
राग भीमपलासी ने अलाप जोड़कर झाला प्रस्तुत किया. उनके बेटे आयुष ने गायन में उनका साथ दिया. पखवाज पर युवा पखवाज वादक मनोज सोलुंके और सारंगी पर अविनाश मिश्र ने साथ दिया. कार्यक्रम में दूसरी प्रस्तुति जापान तेत्सुया कानिको और बनारस पखवाज वादक आदित्य शर्मा की पखवाज जुगलबंदी ने किया. कार्यक्रम को देखने के लिए देश ही नहीं, बल्कि विदेशी पर्यटक भी शामिल हुए. वहीं संगीत के छात्रों को अपने बीच इन बड़े-बड़े कलाकारों को सुनने का मौका मिला.
ध्रुपद उत्सव का आज समापन रहा, जिसमें देश और विदेश के बड़े कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी. बड़े-बड़े कलाकारों को एक मंच पर सुनने का मौका मिलता है. खासकर ध्रुपद संगीत की वह विधा है, जिसे हर कोई सुनना चाहता है. आज कार्यक्रम का शुभारंभ पंडित विनोद कुमार द्विवेदी के ध्रुपद गायन से हुआ.
-सेतु प्रति त्रिपाठी, आयोजक
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