वाराणसी: आज नवरात्र का पहला दिन है और हिंदू नव संवत्सर की शुरुआत भी हो चुकी है. सुबह से ही माता के मंदिर में भक्तों का तांता लगा है. लोग माता के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं. कूष्मांडा मंदिर में भक्तों का भारी हुजूम सुबह से ही उमड़ा है.
कूष्मांडा मंदिर में उमड़ी भीड़
वाराणसी का माता कूष्मांडा मंदिर बेहद जागृत और महत्वपूर्ण मंदिरों में माना जाता है. कूष्मांडा मंदिर में दर्शन पूजन से शत्रुओं का नाश होने की मान्यता है. गेट पर मौजूद लोग बिना मास्क के किसी को भी मंदिर में प्रवेश नहीं करने दे रहे हैं. दर्शन-पूजन का सिलसिला कोविड-19 नियमों की सुरक्षा के साथ लगातार जारी है. मंदिर को सैनिटाइज करने का काम भी हर आधे घंटे पर किया जा रहा है, ताकि यहां आने वाले भक्त पूरी तरह से सुरक्षित रहें. सोशल डिस्टेंसिंग के लिए भी लगातार अनाउंसमेंट हो रहे हैं. पुलिस की टीम भी यहां पर लगी हुई है, ताकि लोग नियमों का उल्लंघन न करें.
इसे भी पढ़ें : कोरोना पर आस्था पड़ी भारी, नवरात्र के पहले दिन मां के दर्शन को उमड़े भक्त
नव वर्ष में शुभ की आस
बता दें कि आज सुबह 8:58 तक कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त था. इसके पहले भक्त लगातार मंदिरों में दर्शन पूजन के बाद अपने घरों में देवी आराधना के कार्य में जुटे हुए हैं. वहीं आज हिंदू नव संवत्सर की भी शुरुआत है. आनंद नाम संवत्सर के राजा और मंत्री दोनों मंगल होने की वजह से इस बार पूरे वर्ष मंगल की कामना की जा रही है. नवरात्र के पहले दिन देवी मंदिरों में उमड़ा जनसैलाब यह भी साफ कर रहा है कि लोग शत्रु के नाश के लिए जैसे माता के पास पहुंचते हैं, वैसे ही कोरोना रूपी दैत्य के नाश के लिए माता के दरबार पहुंचकर हाजिरी लगा रहे हैं. यह उम्मीद कर रहे हैं कि यह वर्ष इस खतरनाक वायरस से मुक्ति दिला सके और लोगों की जिंदगी में खुशहाली आए.