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काशी में शरद पूर्णिमा के दिन भक्तों ने लगाई मां गंगा में श्रद्धा की डुबकी

यूपी के वाराणसी के घाटों पर शरद पूर्णिमा के अवसर पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ लगी हुई है. सुबह से ही श्रद्धालु सूर्योदय के साथ मां गंगा के पवित्र जल में आस्था की डुबकी लगाने के बाद बाबा विश्वनाथ के दर्शन कर रहे हैं. मान्यता है कि आज के दिन गंगा नदी में स्नान से सारे कष्ट का निवारण होता है.

भक्तों ने लगाई मां गंगा में श्रद्धा की डुबकी.
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Published : Oct 13, 2019, 10:21 AM IST

वाराणासी: धर्म नगरी काशी को परम्पराओं का शहर भी कहा जाता है. यहां हर पर्व को आस्था और विश्वास के साथ मनाया जाता है. आज काशी में शरद पूर्णिमा के अवसर पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान करने पहुंच रहे हैं.

भक्तों ने लगाई मां गंगा में श्रद्धा की डुबकी.

मान्यता है कि आज के दिन स्नान करने से व्यक्ति को सभी प्रकार के रोगों से मुक्ति मिलती है और सभी पाप से मुक्ति की प्राप्ती होता है. ऐसे में वाराणसी सहित पूर्वांचल के कोने-कोने से श्रद्धालु सूर्योदय के साथ मां गंगा के पवित्र जल में आस्था की डुबकी लगाने के बाद बाबा विश्वनाथ को जलाभिषेक किया.

शरद पूर्णिमा के अवसर पर उमड़ी भक्तों की भीड़
शरद पूर्णिमा पर आस्था की डुबकी लगाने के लिए रविवार को वाराणसी के घाटों पर भक्तों की भारी भीड़ लगी है. सुबह से शुरू हुआ ये क्रम देर शाम तक चलेगा. मान्यता है कि आज के दिन गंगा नदी में स्नान करने से न सिर्फ पापों से मुक्ति मिलती है, बल्कि अश्वमेघ यज्ञ के समान फल की प्राप्ति भी होती है. यही वजह है कि वाराणसी के तमाम घाटों पर भक्तों की भीड़ लगी हुई है.

इसे भी पढ़ें:- इत्रनगरी कन्नौज में शरद पूर्णिमा को होता है रावण दहन, ये है मान्यता

भगवान शिव के साथ विष्णु की आराधना से होती है विशेष फल की प्राप्ति
पंडित अश्वनी पांडेय ने बताया कि आज के दिन भगवान श्रीकृष्ण लीला करते हैं. आज अमृत वर्षा होती है. आज के दिन गंगा नदी में स्नान से सारे कष्ट का निवारण होता है. आज भगवान शिव के साथ विष्णु की आराधना से विशेष फल की प्राप्ति होती है. प्रभु का नाम लेते हुए आज के दिन का लोगों को अपने घरों में जाकर पूजा पाठ और कीर्तन करना चाहिए.

वाराणासी: धर्म नगरी काशी को परम्पराओं का शहर भी कहा जाता है. यहां हर पर्व को आस्था और विश्वास के साथ मनाया जाता है. आज काशी में शरद पूर्णिमा के अवसर पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान करने पहुंच रहे हैं.

भक्तों ने लगाई मां गंगा में श्रद्धा की डुबकी.

मान्यता है कि आज के दिन स्नान करने से व्यक्ति को सभी प्रकार के रोगों से मुक्ति मिलती है और सभी पाप से मुक्ति की प्राप्ती होता है. ऐसे में वाराणसी सहित पूर्वांचल के कोने-कोने से श्रद्धालु सूर्योदय के साथ मां गंगा के पवित्र जल में आस्था की डुबकी लगाने के बाद बाबा विश्वनाथ को जलाभिषेक किया.

शरद पूर्णिमा के अवसर पर उमड़ी भक्तों की भीड़
शरद पूर्णिमा पर आस्था की डुबकी लगाने के लिए रविवार को वाराणसी के घाटों पर भक्तों की भारी भीड़ लगी है. सुबह से शुरू हुआ ये क्रम देर शाम तक चलेगा. मान्यता है कि आज के दिन गंगा नदी में स्नान करने से न सिर्फ पापों से मुक्ति मिलती है, बल्कि अश्वमेघ यज्ञ के समान फल की प्राप्ति भी होती है. यही वजह है कि वाराणसी के तमाम घाटों पर भक्तों की भीड़ लगी हुई है.

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भगवान शिव के साथ विष्णु की आराधना से होती है विशेष फल की प्राप्ति
पंडित अश्वनी पांडेय ने बताया कि आज के दिन भगवान श्रीकृष्ण लीला करते हैं. आज अमृत वर्षा होती है. आज के दिन गंगा नदी में स्नान से सारे कष्ट का निवारण होता है. आज भगवान शिव के साथ विष्णु की आराधना से विशेष फल की प्राप्ति होती है. प्रभु का नाम लेते हुए आज के दिन का लोगों को अपने घरों में जाकर पूजा पाठ और कीर्तन करना चाहिए.

Intro:

धर्म की नगरी काशी को परम्पराओ का शहर भी कहा जाता है।यहां पर्व को आस्था और विश्वास के साथ मनाया जाता है। आज के दिन मान्यता है कि स्नान करने से व्यक्ति के सभी प्रकार के रोगों से मुक्ति मिलती है। और सभी पाप से मुक्ति प्राप्त होता है ऐसे में वाराणसी सहित पूर्वांचल के कोने कोने से श्रद्धालु सूर्य उदय साथ मां गंगा के पवित्र जल में आस्था के डुबकी लगाने के बाद बाबा विश्वनाथ को जला अभिषेक किया

Body:शरद पूर्णिमा पर आस्था की डुबकी लगाने के लिए वाराणसी के घाटों पर भक्तों की भीड़ लगी है । भोर से शुरू हुआ ये क्रम देर शाम तक चलेगा। मान्यता है कि आज के दिन गंगा में स्नान करने से न सिर्फ पापों से मुक्ति मिलती है बल्कि अश्वमेघ यज्ञ के समान फल की प्राप्ति भी होती है यही वजह है कि वाराणसी के तमाम घाटों पर भक्तों की भीड़ लगी है।


Conclusion:पंडित अश्वनी पांडेय ने बताया आज के दिन भगवान श्री कृष्ण लीला करते है।आज अमृत वर्षा होती है।आज के दिन गंगा में स्नान सारे कष्ट का निवारण होता है। आज भगवान शिव के साथ विष्णु आराधन से विशेष फल की प्राप्ति होती है। श्रद्धालु गंगा में स्नान करते हैं और प्रभु का नाम लेते हुए आज के दिन का विशेष महत्व है लोगों को अपने घरों में जाकर पूजा पाठ और कीर्तन करना चाहिए।


बाइट - अश्वनी पांडेय


आशुतोष उपाध्याय, वाराणासी
9005099684
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