वाराणासी: धर्म नगरी काशी को परम्पराओं का शहर भी कहा जाता है. यहां हर पर्व को आस्था और विश्वास के साथ मनाया जाता है. आज काशी में शरद पूर्णिमा के अवसर पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान करने पहुंच रहे हैं.
मान्यता है कि आज के दिन स्नान करने से व्यक्ति को सभी प्रकार के रोगों से मुक्ति मिलती है और सभी पाप से मुक्ति की प्राप्ती होता है. ऐसे में वाराणसी सहित पूर्वांचल के कोने-कोने से श्रद्धालु सूर्योदय के साथ मां गंगा के पवित्र जल में आस्था की डुबकी लगाने के बाद बाबा विश्वनाथ को जलाभिषेक किया.
शरद पूर्णिमा के अवसर पर उमड़ी भक्तों की भीड़
शरद पूर्णिमा पर आस्था की डुबकी लगाने के लिए रविवार को वाराणसी के घाटों पर भक्तों की भारी भीड़ लगी है. सुबह से शुरू हुआ ये क्रम देर शाम तक चलेगा. मान्यता है कि आज के दिन गंगा नदी में स्नान करने से न सिर्फ पापों से मुक्ति मिलती है, बल्कि अश्वमेघ यज्ञ के समान फल की प्राप्ति भी होती है. यही वजह है कि वाराणसी के तमाम घाटों पर भक्तों की भीड़ लगी हुई है.
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भगवान शिव के साथ विष्णु की आराधना से होती है विशेष फल की प्राप्ति
पंडित अश्वनी पांडेय ने बताया कि आज के दिन भगवान श्रीकृष्ण लीला करते हैं. आज अमृत वर्षा होती है. आज के दिन गंगा नदी में स्नान से सारे कष्ट का निवारण होता है. आज भगवान शिव के साथ विष्णु की आराधना से विशेष फल की प्राप्ति होती है. प्रभु का नाम लेते हुए आज के दिन का लोगों को अपने घरों में जाकर पूजा पाठ और कीर्तन करना चाहिए.