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वाराणसी: देव दीपावली पर जलाए जाएंगे 11 लाख दीये, गिनीज बुक में दर्ज होगा रिकॉर्ड - देव दीपावली 2019

उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले में इस बार बड़े पैमाने पर देव दीपावली मनाई जाएगी. गंगा नदी के किनारे इस बार 11 लाख दीये जलाए जाएंगे. वहीं देव दीपावली को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.

घाटों पर जलाए जाएंगे 11 लाख दीये.
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Published : Nov 11, 2019, 11:46 AM IST

वाराणसी: काशी में देव दीपावली का पर्व धूमधाम के साथ मनाए जाने की तैयारियां चल रही हैं. प्रशासन की ओर से काशी के घाटों पर 11 लाख दीये जलाए जाने की तैयारी की गई है. राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी ने अधिकारियों के साथ बैठक कर इस आयोजन को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने की बात कही है. इन सबके बीच घाटों की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने को लेकर भी विशेष रूप से तैयारियां की जा रही हैं.

घाटों पर जलाए जाएंगे 11 लाख दीये.

देव दीपावली के दौरान पानी में सुरक्षा के लिए तैयार की गई सेना की विशेष टुकड़ी के साथ पीएसी के गोताखोरों और एनडीआरएफ की टीमों को अभी से लगाया जा चुका है. ये 84 घाटों की लंबी श्रृंखला पर लगातार नावों से गस्त कर रही हैं. कुल मिलाकर देव दीपावली पर्व पर जल, थल और वायु तीनों जगहों से सुरक्षा की निगरानी की जाएगी.

इसे भी पढ़ें- देव दीपावली: जब उतरेगा देवलोक तो कुछ यूं दिखेगी काशी

देव दीपावली पर सुरक्षा को लेकर की गई प्लानिंग के बारे में एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि जल, थल और वायु तीनों जगहों से इसकी निगरानी की जाएगी. जल में निगरानी के लिए एनडीआरएफ, पीएसी और सेना की स्पेशल टुकड़ियां लगाई गई हैं, जो लगातार पानी में गश्त करती रहेंगी. इसके अलावा घाटों पर लगभग 5,000 से ज्यादा पुलिस और पीएसी के जवानों की तैनाती की जा रही है. सड़कों पर भी पुलिस के जवान तैनात किए जा रहे हैं, जो ट्रैफिक को रोकने और घाटों पर जमा भीड़ को कम करने पर ध्यान देंगे. वहीं आसमान से दो ड्रोन कैमरों के जरिए सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी की जाएगी.

इसके अलावा सड़कों पर डायवर्जन भी लागू किया जा रहा है. अस्सी घाट, दशाश्वमेध घाट समेत अन्य मुख्य घाटों की तरफ ज्यादा भीड़ होने की स्थिति में इसे डायवर्ट कर दूसरे घाटों पर ले जाने की तैयारी की गई है. बता दें कि इस दिन गंगा में भी नाव संचालन की वजह से जबरदस्त तरीके से जाम लगता है. ऐसे में कोई अप्रिय घटना न हो इसे दृष्टिगत रखते हुए अस्सी घाट से राजघाट के बीच गंगा में वनवे ट्रैफिक प्लान भी लागू किया जा रहा है.

वाराणसी: काशी में देव दीपावली का पर्व धूमधाम के साथ मनाए जाने की तैयारियां चल रही हैं. प्रशासन की ओर से काशी के घाटों पर 11 लाख दीये जलाए जाने की तैयारी की गई है. राज्यमंत्री नीलकंठ तिवारी ने अधिकारियों के साथ बैठक कर इस आयोजन को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने की बात कही है. इन सबके बीच घाटों की सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने को लेकर भी विशेष रूप से तैयारियां की जा रही हैं.

घाटों पर जलाए जाएंगे 11 लाख दीये.

देव दीपावली के दौरान पानी में सुरक्षा के लिए तैयार की गई सेना की विशेष टुकड़ी के साथ पीएसी के गोताखोरों और एनडीआरएफ की टीमों को अभी से लगाया जा चुका है. ये 84 घाटों की लंबी श्रृंखला पर लगातार नावों से गस्त कर रही हैं. कुल मिलाकर देव दीपावली पर्व पर जल, थल और वायु तीनों जगहों से सुरक्षा की निगरानी की जाएगी.

इसे भी पढ़ें- देव दीपावली: जब उतरेगा देवलोक तो कुछ यूं दिखेगी काशी

देव दीपावली पर सुरक्षा को लेकर की गई प्लानिंग के बारे में एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि जल, थल और वायु तीनों जगहों से इसकी निगरानी की जाएगी. जल में निगरानी के लिए एनडीआरएफ, पीएसी और सेना की स्पेशल टुकड़ियां लगाई गई हैं, जो लगातार पानी में गश्त करती रहेंगी. इसके अलावा घाटों पर लगभग 5,000 से ज्यादा पुलिस और पीएसी के जवानों की तैनाती की जा रही है. सड़कों पर भी पुलिस के जवान तैनात किए जा रहे हैं, जो ट्रैफिक को रोकने और घाटों पर जमा भीड़ को कम करने पर ध्यान देंगे. वहीं आसमान से दो ड्रोन कैमरों के जरिए सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी की जाएगी.

इसके अलावा सड़कों पर डायवर्जन भी लागू किया जा रहा है. अस्सी घाट, दशाश्वमेध घाट समेत अन्य मुख्य घाटों की तरफ ज्यादा भीड़ होने की स्थिति में इसे डायवर्ट कर दूसरे घाटों पर ले जाने की तैयारी की गई है. बता दें कि इस दिन गंगा में भी नाव संचालन की वजह से जबरदस्त तरीके से जाम लगता है. ऐसे में कोई अप्रिय घटना न हो इसे दृष्टिगत रखते हुए अस्सी घाट से राजघाट के बीच गंगा में वनवे ट्रैफिक प्लान भी लागू किया जा रहा है.

Intro:स्पेशल: रैप से भेजी गई है।

वाराणसी: 12 नवंबर मंगलवार को देव दीपावली का पर्व काशी में धूमधाम के साथ मनाया जाने की तैयारियां चल रही हैं प्रशासनिक स्तर पर काशी के घाटों पर 11 लाख दिए जलाए जाने की तैयारी की गई है. राज्य मंत्री नीलकंठ तिवारी ने अधिकारियों के साथ बैठक कर इस आयोजन को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कराने की बात भी कही है. इन सबके बीच सुरक्षा व्यवस्था भी तगड़ी हो इसे लेकर भी विशेष रूप से तैयारियां की जा रही हैं पानी में गंगा के लिए तैयार की गई सेना की विशेष टुकड़ी के साथ पीएसी के गोताखोरों और एनडीआरएफ की टीमों को अभी से लगाया जा चुका है जो 84 घाटों की लंबी श्रृंखला पर लगातार नावों से गस्त कर रही हैं. कुल मिलाकर देव दीपावली पर्व पर जल थल और वायु तीनों से सुरक्षा की निगरानी की जाएगी.Body:वीओ-01 फिलहाल देव दीपावली पर पर सुरक्षा को लेकर तैयार कीजिए प्लानिंग के बारे में एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि जल थल और वायु तीनों जगह से सुरक्षा की निगरानी की जाएगी जल के लिए गंगा में एनडीआरएफ पीएसी और सेना की स्पेशल टुकड़िया लगाई गई हैं जो लगातार पानी में गश्त करती रहेंगे और किसी भी अप्रिय घटना के दौरान तत्काल एक्शन में आ जाएंगे. इसके अलावा घाटों पर लगभग 5000 से ज्यादा पुलिसकर्मियों और पीएसी के जवानों की तैनाती की जा रही है सड़कों पर भी पुलिस के जवान तैनात किए जा रहे हैं, जो अलग-अलग पॉकेट पर ट्रैफिक को रोकने का काम करेंगे घाटों पर जमा भीड़ को दृष्टिगत रखते हुए इन पर भी आने वाले लोगों की संख्या को दूसरे घाटों पर डाइवर्ट करने की तैयारी की जा रही है. आसमान से 2 ड्रोन कैमरे के जरिए सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी भी की जाएगी.Conclusion:वीओ-02 इसके अलावा सड़कों पर डायवर्जन भी लागू किया जा रहा है अस्सी घाट दशाश्वमेध घाट समेत अन्य मुख्य घाटों की तरफ ज्यादा भीड़ होने की स्थिति में इसे डाइवर्ट कर दूसरे घाटों पर ले जाने की तैयारी की गई है. इस दिन गंगा में भी जबरदस्त तरीके से नाव संचालन की वजह से जाम लगता है कोई अप्रिय घटना ना हो इसे दृष्टिगत रखते हुए अस्सी से राजघाट के बीच वनवे ट्रैफिक प्लान गंगा में भी लागू किया जा रहा है.

बाईट- दिनेश कुमार सिंह, एसपी सिटी
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