वाराणसी: जिले में अचानक से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और यूपी सरकार का गठजोड़ जबरदस्त तरीके से देखने को मिल रहा है. मंगलवार जहां सीएम योगी एक स्कूल में संघ के बड़े पदाधिकारियों के साथ बैठक में शामिल हुए. वहीं बुधवार को डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या भी जिले के महमूरगंज इलाके में स्थित संघ भवन केशव निलय पंहुचे. इस दौरान डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने संघ के सर कार्यवाह भैयाजी जोशी और डॉ. कृष्ण गोपाल समेत अन्य बड़े पदाधिकारियों के साथ बैठक की.
संघ के सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में राम मंदिर न्यास में शामिल किए जाने वाले सदस्यों में काशी से भी कुछ लोगों को शामिल किए जाने पर सहमति बनी है. हालांकि ये कौन लोग हैं, इस नाम की चर्चा अभी फिलहाल कोई भी करने को तैयार नहीं है. वहीं इस पूरे मामले पर बीजेपी समेत संघ के कार्यकर्ताओं ने चुप्पी साध रखी है. जानकारी के मुताबिक यह अति गोपनीय बैठक लगातार दो दिनों से वाराणसी में जारी है
सीएम योगी आदित्यनाथ ने भी मंगलवार को लगभग 1 घंटे तक संघ के पदाधिकारियों के साथ बैठक की. जिसमें राम मंदिर समेत बीएचयू में प्रोफेसर फिरोज खान की नियुक्ति पर भी चर्चा की गई. बताया जा रहा है कि संघ के पदाधिकारी राम मंदिर न्यास में वाराणसी से कुछ लोगों को सदस्य के तौर पर शामिल किए जाने को लेकर लगातार बैठक कर रहे हैं.
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इसके साथ ही पूर्वांचल के बड़े उद्योगपतियों को भी इस पूरे प्रोजेक्ट से जोड़ने की तैयारी की जा रही है, लेकिन इस पूरे मामले में संघ का कोई भी व्यक्ति कुछ बोलने को तैयार नहीं है. बीजेपी कार्यकर्ता भी इस मामले में मीडिया के सामने आने से बच रहे हैं.
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या से इस बैठक में आने का मकसद पूछा गया. तो उनका कहना था कि मैं कारसेवक हूं और अपने अधिकारियों से मिलने आया हूं. इस दौरान बैठक में भैया जी जोशी, डॉ. कृष्णगोपाल और विहिप नेता चंपत राय समेत अन्य लोग भी मौजूद रहे.