वाराणसी: प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने शुक्रवार को काशी क्षेत्र के कुछ पत्रकारों के साथ वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने कहा कि सितंबर माह में प्रदेश में ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की परीक्षाएं हो सकती हैं. साथ ही उन्होंने 'वोकल फॉर लोकल' के तहत लघु व कुटीर उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में भी बताया. वहीं हस्तशिल्प, साड़ियों, लकड़ी खिलौने के लिए भी बाजार उपलब्ध कराने के प्रयासों को जारी रखने की बात कही.
डिप्टी सीएम ने कहा कि कोविड-19 के इस दौर में भी आत्मनिर्भर भारत अभियान से देश अपनी आधुनिक पहचान बनाने में सफल रहा है. आत्म निर्भरता के लिए विभिन्न प्रकार की 16 योजनाएं संचालित की गई हैं. प्रधानमंत्री ने 12 मई को जीडीपी का 10 फीसदी यानी लगभग 1.20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि मनरेगा को और प्रभावी बनाया जा रहा है. वस्त्र अधिनियम मंडी कानून को भी प्रभावी बनाने काम किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि स्वदेशी अभियान के तहत वन नेशन वन मार्केट पर तेजी से काम हो रहा है. प्रदेश के सभी जिलों में फोर लेन और सिक्स लेन की सड़कें बनायी जा रही हैं. एयरपोर्ट की संख्या बढ़ाकर 20 कर दी गई हैं.
टूरिज्म पर सरकार विशेष ध्यान दे रही है. नोएडा और जेवर समेत कुशीनगर में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनने का काम तेजी से चल रहा है. पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में सारनाथ को बौद्ध सर्किट और काशी विश्वनाथ धाम के विकास का काम भी चल रहा है. डिफेंस कॉरिडोर बनारस से भी जोड़ा जाएगा.
डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने कहा कि यूजीसी व मानव संसाधन विकास मंत्रालय की गाइडलाइन के मुताबिक स्नातक व स्नातकोत्तर की अंतिम वर्ष की परीक्षाएं सितंबर में कराए जाने की योजना है. कोविड-19 के प्रकोप को देखते हुए विश्वविद्यालय इस वर्ष स्नातक व स्नातकोत्तर के विभिन्न विषयों में मेरिट के आधार पर दाखिला लेंगे.
उन्होंने कहा कि कोविड-19 को देखते हुए इस वर्ष यूपी बोर्ड में भी कक्षा 9 से 12 तक के पाठ्यक्रमों में 30 फीसदी की कमी की गई है. कोरोना संक्रमण को देखते हुए 31 जुलाई तक स्कूल व कॉलेज बंद रहेंगे. इस दौरान शैक्षिक संस्थानों के अध्यापकों को ऑनलाइन क्लास लेने के निर्देश दिए गए हैं.
उन्होंने बताया कि वर्चुअल क्लास में व्हाट्सएप के माध्यम से विद्यार्थियों को पढ़ाया जा रहा है. ताकि पढ़ाई का नुकसान कम हो. डिप्टी सीएम ने कहा कि यूपी बोर्ड में अब एनसीईआरटी की पुस्तकें चलाई जा रही हैं. ऐसे में जो किताबें पहले 100 से 150 रुपये में मिलती थीं, वह अब महज 50 रुपये में ही मिल जा रही हैं. वहीं उन्होंने कहा कि मॉडल टेक्नोलॉजी से नकल विहीन परीक्षा कराने में भी हम सफल हुए हैं.