कोर्ट ने परिवाद को प्रकीर्ण वाद के रूप में दर्ज करने का आदेश देते हुए सुनवाई के लिए 4 नवंबर यानी शुक्रवार तिथि निर्धारित की है. चौबेपुर के छितौना गांव निवासी सुनील यादव ने अपने अधिवक्ता ओमप्रकाश यादव के जरिये अदालत में परिवाद दाखिल किया है. परिवाद में आरोप लगाया है कि आजमगढ़ के सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ 25 अक्टूबर को चंदौली जनपद में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे. उस दौरान सासंद ने खुले मंच से लोगों को संबोधित करते हुए विवादित और अमर्यादित बयानबाजी करके यादव समाज को बांटने की कोशिश की.
सांसद के बयान से देश-विदेश में रहने वाले यादव समाज के लोगों की भावनाओ को ठेस पहुंची है. परिवादी का कहना है कि सासंद के इस बयान के बाद समाज के अन्य लोगों द्वारा टिप्पणी की जा रही हैं. इससे यादव जाति के लोग मर्माहत है. सांसद द्वारा इस प्रकार किए गए गैर जिम्मेदाराना कृत्य के लिए उन्हें अदालत में तलब कर दंडित किये जाने की मांग की गई है.
इसे पढ़ें- अखिलेश यादव का आरोप, भाजपा कार्यकर्ता बनकर काम कर रहा पुलिस प्रशासन
एमपी एमएलए कोर्ट में बीजेपी सांसद दिनेश लाल के खिलाफ परिवाद दाखिल
17:31 November 03
वाराणसी: आजमगढ़ से बीजेपी सांसद और भोजपुरी स्टार दिनेश लाल यादव निरहुआ की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. पिछले दिनों चंदौली जिले में एक जनसभा में विवादित और अमर्यादित बयानबाजी करने पर वाराणसी की एमपी एमएलए कोर्ट एसीजेएम पंचम उज्जवल उपाध्याय की अदालत में परिवाद दाखिल किया गया है.
17:31 November 03
वाराणसी: आजमगढ़ से बीजेपी सांसद और भोजपुरी स्टार दिनेश लाल यादव निरहुआ की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. पिछले दिनों चंदौली जिले में एक जनसभा में विवादित और अमर्यादित बयानबाजी करने पर वाराणसी की एमपी एमएलए कोर्ट एसीजेएम पंचम उज्जवल उपाध्याय की अदालत में परिवाद दाखिल किया गया है.
कोर्ट ने परिवाद को प्रकीर्ण वाद के रूप में दर्ज करने का आदेश देते हुए सुनवाई के लिए 4 नवंबर यानी शुक्रवार तिथि निर्धारित की है. चौबेपुर के छितौना गांव निवासी सुनील यादव ने अपने अधिवक्ता ओमप्रकाश यादव के जरिये अदालत में परिवाद दाखिल किया है. परिवाद में आरोप लगाया है कि आजमगढ़ के सांसद दिनेश लाल यादव निरहुआ 25 अक्टूबर को चंदौली जनपद में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे. उस दौरान सासंद ने खुले मंच से लोगों को संबोधित करते हुए विवादित और अमर्यादित बयानबाजी करके यादव समाज को बांटने की कोशिश की.
सांसद के बयान से देश-विदेश में रहने वाले यादव समाज के लोगों की भावनाओ को ठेस पहुंची है. परिवादी का कहना है कि सासंद के इस बयान के बाद समाज के अन्य लोगों द्वारा टिप्पणी की जा रही हैं. इससे यादव जाति के लोग मर्माहत है. सांसद द्वारा इस प्रकार किए गए गैर जिम्मेदाराना कृत्य के लिए उन्हें अदालत में तलब कर दंडित किये जाने की मांग की गई है.
इसे पढ़ें- अखिलेश यादव का आरोप, भाजपा कार्यकर्ता बनकर काम कर रहा पुलिस प्रशासन