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BJP के प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन का आगाज: काशी की धरती से CM योगी का चुनावी शंखनाद, विपक्ष पर बरसे

उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी ने 5 सितंबर से प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन का आगाज किया है. सीएम योगी ने रविवार को वाराणसी में आयोजित प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में हिस्सा लिया और यहां शिक्षकों को सम्मानित भी किया.

सीएम योगी का संबोधन
सीएम योगी का संबोधन
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Published : Sep 5, 2021, 8:20 PM IST

Updated : Sep 5, 2021, 11:01 PM IST

वाराणसी: यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को वाराणसी में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर जमकर हमला बोला. साथ ही उन्होंने 11 शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया. इस सम्मेलन में सीएम ने बीजेपी सरकार के नीतियों पर संवाद किया. इसके बाद सीएम ने बाबा काशी विश्वनाथ के दर्शन-पूजन कर विश्वनाथ कॉरिडोर का निरीक्षण किया.

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी ने 5 सितंबर से प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन का आगाज किया है. सीएम योगी ने रविवार को वाराणसी में आयोजित प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में हिस्सा लिया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि काशी की धरती को नमन करता हूं. मंच से शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं देते हुए सीएम योगी ने कहा कि शिक्षक दिवस को हम डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के स्मृति दिवस के रूप में मनाते हैं. काशी की धरती से भी डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का संबंध रहा है.

अपने एक दिवसीय दौरे पर सीएम योगी वाराणासी पहुँचे,जहां उन्होंने सबसे पहले सर्किट हॉउस में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की.इसके बाद सीएम प्रबुद्ध जन सम्मेलन में पहुँचे.जहा उन्होंने 11 शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया. इस सम्मेलन में सीएम ने बीजेपी और सरकार के नीतियों पर संवाद किया औऱ विपक्षियों पर जमकर हमला भी किया .

आज मैं सुबह 7 बजे से ही विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर रहा हूं. मुझे प्रतीत हो रहा था था कि मैं शिक्षक दिवस के किसी कार्यक्रम का भागीदार नहीं बन पाउंगा, लेकिन मैं काशी और यहां की विभूतियों को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने मुझे राधाकृष्णन जी की स्मृतियों से जोड़ा और शिक्षकों के बीच में उपस्थित होने का मौका दिया. उन्होंने कहा कि राधाकृष्णन जी काशी हिंदू विश्वविद्यालय के यशस्वी कुलपति के रूप में कार्य किया. उन्होंने समाज को एक नया दृष्टिकोण दिया. विपक्ष पर निशाना साधते हुए सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा कि देश में 1947 से सरकारें चली आ रही हैं, लेकिन सरकार का विकास का विजन तय नहीं हो पाता था, अपने एक संकीर्ण एजेंडे के साथ सरकारें आती-जाती थीं. एक नेतृत्व वो था, जिसने आजादी के तत्काल बाद सोमनाथ मंदिर के कार्य के शुभारंभ का विरोध किया था और एक नेतृत्व आज है जो अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण कार्य के लिए प्रत्यक्ष रूप से उपस्थित होकर 5 सदी के इंतजार को दूर कर गौरव की अनुभू​ति कर रहा है. उन्होंने कहा कि सरकारों के संकीर्ण एजेंडे को काशी वासियों ने भी महसूस किया होगा.

सीएम योगी आदित्यनाथ ने शिक्षक-शिक्षिकाओं को किया सम्मानित.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले हर त्योहार में उपद्रवियों का विरोध देखने को मिलता था, लेकिन बीते 4 सालों में उत्तर प्रदेश ने बड़े-बड़े आयोजनों को देखा. अयोध्या का दीपोत्सव हो, काशी का प्रवासी सम्मेलन हो या फिर अन्य बड़े आयोजन सभी शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न हुए. इन 4 सालों में प्रदेश में एक व्यापक परिवर्तन दिखाई दिया. प्रदेश में जो लोग गलत धारणाओं के साथ चलते थे. उन्होंने काशी की भौतिकता का की चर्चा करते हुए कहा कि बीते 7 वर्षों में काशी अपने नए कलेवर के साथ पुरातन कलेवर को समेट कर संवरती जा रही है. भौतिक विकास के रूप में काशी की जनता की इच्छाओं को ध्यान में रखकर के यहां का विकास हो रहा है.अपने संबोधन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में आयोजित पहले दीपोत्सव का भी वर्णन किया. उन्होंने कहा कि इस दीपोत्सव से प्रजापति समुदाय के लोगों को रोजगार मिला, प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगा और मिट्टी के बर्तनों का ज्यादा इस्तेमाल हुआ. उन्होंने कहा कि यह पीएम के आत्मनिर्भर भारत के सपने को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी दीपावली की तैयारियां शुरू हो गई हैं और साढ़े सात लाख दीये जलाए जाएंगे. इसके लिए पहले से ही कुम्हार भाइयों से दीये बनवा लिए गए हैं. इससे जहां एक ओर हमारी पारंपरिक संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा तो वहीं कुम्हार बंधुओं को रोजगार भी मिलेगा.

इसे भी पढ़ें-फतेहपुर सदर सीट: 32 साल से वापसी को तरस रही कांग्रेस, जनता को BJP आ रही रास

सम्मान पाकर शिक्षक हुए उत्साहित
सीएम योगी आदित्यनाथ से सम्मानित शिक्षकों ने कहा कि मुख्यमंत्री से सम्मान पाकर हम सब का उत्साह और बढ़ा है. अब हम अत्यधिक उत्साह के साथ काम करेंगे. हमने कभी सोचा नहीं था कि हमें शिक्षा जगत में नेक कार्य करने के लिए मुख्यमंत्री के हाथों सम्मानित किया जाएगा. हम मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने हम शिक्षकों के बारे में सोचा और समय निकाल कर के आज हमसे बातचीत की.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन के संबोधन के बाद देर शाम काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे. उन्होंने बाबा विश्वनाथ की पूजा अर्चना कर विश्वनाथ कॉरिडोर परियोजना के निर्माण कार्य को देखा. उन्होंने निर्धारित समय में श्री काशी विश्वनाथ धाम परियोजना के कार्यों को पूर्ण करने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री मुख्य प्रवेश द्वार से होते हुए मंदिर के गर्भगृह में पहुंचे दर्शन पूजन करने के पश्चात उन्होंने मंदिर परिसर में चल रहे निर्माण कार्य की अद्यतन जानकारी अधिकारियों से ली. इस दौरान मुख्यमंत्री मंदिर चौक बिल्डिंग के अंदर भी गए, जहां फिनिशिंग का कार्य चल रहा है. उन्होंने कहा कि इस कार्य को तय समय में पूरा कर लिया जाए. इस दौरान कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि समय सीमा को देखते हुए कंपनी द्वारा लेबरों की संख्या बढ़ा दी गई है. हर कार्य की मॉनिटरिंग के लिए अलग-अलग अधिकारियों को कार्य सौंप दिया गया है. गंगा का जलस्तर कम होने के बाद घाटों पर चल रहे निर्माण कार्य को भी शुरू कर दिया गया है. कमिश्नर ने बताया कि तैयार हुए भवनों के बाहरी हिस्से में स्टोन क्लैड्डिंग और इंटीरियर दोनों पर एक साथ काम शुरू कर दिया गया है.

वाराणसी: यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने रविवार को वाराणसी में प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर जमकर हमला बोला. साथ ही उन्होंने 11 शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया. इस सम्मेलन में सीएम ने बीजेपी सरकार के नीतियों पर संवाद किया. इसके बाद सीएम ने बाबा काशी विश्वनाथ के दर्शन-पूजन कर विश्वनाथ कॉरिडोर का निरीक्षण किया.

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए बीजेपी ने 5 सितंबर से प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन का आगाज किया है. सीएम योगी ने रविवार को वाराणसी में आयोजित प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन में हिस्सा लिया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि काशी की धरती को नमन करता हूं. मंच से शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं देते हुए सीएम योगी ने कहा कि शिक्षक दिवस को हम डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के स्मृति दिवस के रूप में मनाते हैं. काशी की धरती से भी डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का संबंध रहा है.

अपने एक दिवसीय दौरे पर सीएम योगी वाराणासी पहुँचे,जहां उन्होंने सबसे पहले सर्किट हॉउस में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की.इसके बाद सीएम प्रबुद्ध जन सम्मेलन में पहुँचे.जहा उन्होंने 11 शिक्षकों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया. इस सम्मेलन में सीएम ने बीजेपी और सरकार के नीतियों पर संवाद किया औऱ विपक्षियों पर जमकर हमला भी किया .

आज मैं सुबह 7 बजे से ही विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर रहा हूं. मुझे प्रतीत हो रहा था था कि मैं शिक्षक दिवस के किसी कार्यक्रम का भागीदार नहीं बन पाउंगा, लेकिन मैं काशी और यहां की विभूतियों को धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने मुझे राधाकृष्णन जी की स्मृतियों से जोड़ा और शिक्षकों के बीच में उपस्थित होने का मौका दिया. उन्होंने कहा कि राधाकृष्णन जी काशी हिंदू विश्वविद्यालय के यशस्वी कुलपति के रूप में कार्य किया. उन्होंने समाज को एक नया दृष्टिकोण दिया. विपक्ष पर निशाना साधते हुए सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा कि देश में 1947 से सरकारें चली आ रही हैं, लेकिन सरकार का विकास का विजन तय नहीं हो पाता था, अपने एक संकीर्ण एजेंडे के साथ सरकारें आती-जाती थीं. एक नेतृत्व वो था, जिसने आजादी के तत्काल बाद सोमनाथ मंदिर के कार्य के शुभारंभ का विरोध किया था और एक नेतृत्व आज है जो अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण कार्य के लिए प्रत्यक्ष रूप से उपस्थित होकर 5 सदी के इंतजार को दूर कर गौरव की अनुभू​ति कर रहा है. उन्होंने कहा कि सरकारों के संकीर्ण एजेंडे को काशी वासियों ने भी महसूस किया होगा.

सीएम योगी आदित्यनाथ ने शिक्षक-शिक्षिकाओं को किया सम्मानित.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पहले हर त्योहार में उपद्रवियों का विरोध देखने को मिलता था, लेकिन बीते 4 सालों में उत्तर प्रदेश ने बड़े-बड़े आयोजनों को देखा. अयोध्या का दीपोत्सव हो, काशी का प्रवासी सम्मेलन हो या फिर अन्य बड़े आयोजन सभी शांतिपूर्वक तरीके से संपन्न हुए. इन 4 सालों में प्रदेश में एक व्यापक परिवर्तन दिखाई दिया. प्रदेश में जो लोग गलत धारणाओं के साथ चलते थे. उन्होंने काशी की भौतिकता का की चर्चा करते हुए कहा कि बीते 7 वर्षों में काशी अपने नए कलेवर के साथ पुरातन कलेवर को समेट कर संवरती जा रही है. भौतिक विकास के रूप में काशी की जनता की इच्छाओं को ध्यान में रखकर के यहां का विकास हो रहा है.अपने संबोधन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में आयोजित पहले दीपोत्सव का भी वर्णन किया. उन्होंने कहा कि इस दीपोत्सव से प्रजापति समुदाय के लोगों को रोजगार मिला, प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगा और मिट्टी के बर्तनों का ज्यादा इस्तेमाल हुआ. उन्होंने कहा कि यह पीएम के आत्मनिर्भर भारत के सपने को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि इस वर्ष भी दीपावली की तैयारियां शुरू हो गई हैं और साढ़े सात लाख दीये जलाए जाएंगे. इसके लिए पहले से ही कुम्हार भाइयों से दीये बनवा लिए गए हैं. इससे जहां एक ओर हमारी पारंपरिक संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा तो वहीं कुम्हार बंधुओं को रोजगार भी मिलेगा.

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सम्मान पाकर शिक्षक हुए उत्साहित
सीएम योगी आदित्यनाथ से सम्मानित शिक्षकों ने कहा कि मुख्यमंत्री से सम्मान पाकर हम सब का उत्साह और बढ़ा है. अब हम अत्यधिक उत्साह के साथ काम करेंगे. हमने कभी सोचा नहीं था कि हमें शिक्षा जगत में नेक कार्य करने के लिए मुख्यमंत्री के हाथों सम्मानित किया जाएगा. हम मुख्यमंत्री जी को धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने हम शिक्षकों के बारे में सोचा और समय निकाल कर के आज हमसे बातचीत की.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन के संबोधन के बाद देर शाम काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे. उन्होंने बाबा विश्वनाथ की पूजा अर्चना कर विश्वनाथ कॉरिडोर परियोजना के निर्माण कार्य को देखा. उन्होंने निर्धारित समय में श्री काशी विश्वनाथ धाम परियोजना के कार्यों को पूर्ण करने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री मुख्य प्रवेश द्वार से होते हुए मंदिर के गर्भगृह में पहुंचे दर्शन पूजन करने के पश्चात उन्होंने मंदिर परिसर में चल रहे निर्माण कार्य की अद्यतन जानकारी अधिकारियों से ली. इस दौरान मुख्यमंत्री मंदिर चौक बिल्डिंग के अंदर भी गए, जहां फिनिशिंग का कार्य चल रहा है. उन्होंने कहा कि इस कार्य को तय समय में पूरा कर लिया जाए. इस दौरान कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि समय सीमा को देखते हुए कंपनी द्वारा लेबरों की संख्या बढ़ा दी गई है. हर कार्य की मॉनिटरिंग के लिए अलग-अलग अधिकारियों को कार्य सौंप दिया गया है. गंगा का जलस्तर कम होने के बाद घाटों पर चल रहे निर्माण कार्य को भी शुरू कर दिया गया है. कमिश्नर ने बताया कि तैयार हुए भवनों के बाहरी हिस्से में स्टोन क्लैड्डिंग और इंटीरियर दोनों पर एक साथ काम शुरू कर दिया गया है.

Last Updated : Sep 5, 2021, 11:01 PM IST
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