वाराणसीः जिले में प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के जिन लाभार्थियों ने ऋण वापसी नहीं की है, उनके खाते से लेन-देन बंद कर दिए गए हैं. इसके कारण उनके खाते एनपीए हो गए हैं. ऐसे खाताधारकों के खातों से मार्च 2020 के बाद से लेनदेन को रोक दिया गया है. बैंक ने ऐसे खाताधारकों के क्रेडिट अकाउंट को रिन्यूअल करने से मना कर दिया है. बैंक ने साफतौर पर कहा है यदि ऐसे खाताधारक अपना खाता पुनः चालू नहीं कराते हैं, तो उनके क्रेडिट अकाउंट रिन्यूअल नहीं किए जाएंगे.
रिकवरी के लिए काम कर रही हैं टीमें
इस संबंध में जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक मिथिलेश कुमार ने बताया कि सरकार की इस योजना के तहत लाभार्थियों को नोटिस भी जारी नहीं किया जा सकता. इसके लिए अब बैंक शाखा के प्रबंधक लाभार्थियों के पास जाकर किस्त जमा करने की अपील की जा रही है. उन्होंने कहा कि हम किस्त जमा कराकर लाभार्थियों के खातों को एनपीए से बचा रहे हैं, इसके लिए बैंक टीम बनाकर काम कर रही हैं.
किसान क्रेडिट कार्ड और मुद्रा योजना
मिथिलेश कुमार ने जानकारी दी की लाभार्थियों के ज्यादातर एनपीए खाते में सर्वाधिक संख्या किसान क्रेडिट कार्ड और मुद्रा योजना की है, जिसकी रिकवरी के लिए शाखा प्रबंधकों को लाभार्थियों के घर पहुंचकर ऋण की वसूली करनी पड़ रही है. जबकि ऐसी दशा में लाभार्थियों के खाते एनपीए होने के बाद उन्हें नोटिस भी जारी नहीं किया जा सकता. ऐसे लाभार्थियों की संख्या जिले में लाखों में है. साथ ही कहा कि यदि लाभार्थी अपना खाता पुनः नहीं चालू कराते हैं तो बैंक उनके क्रेडिट अकाउंट को रिन्यूअल भी नहीं करेगी.
बैंक जारी करेगा आंकड़े
मिथिलेश कुमार ने बताया कि खाता चालू न कराने की दिशा में बैंक की ओर से नवीनतम आंकड़े जारी किए जाएंगे और उसी आधार पर लाभार्थियों से रिकवरी की जाएगी.