वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय में छात्रों और प्रॉक्टोरियल बोर्ड में बुधवार की रात को जमकर झड़प हुई. ये झड़प कुलपति आवास के मुख्य गेट पर हुई, जहां छात्रों ने जमकर हंगामा काटा.दरअसल फीस वृद्धि के विरोध में दर्जनों छात्र पिछले 20 दिनों से कुलपति आवास के बाहर धरने पर बैठे हुए हैं. जिन्हें बुधवार को सुरक्षाकर्मियों के द्वारा हटाए जाने का प्रयास किया गया. इसके बाद परिसर में बवाल शुरू हुआ.
इस दौरान छात्रों ने बताया कि रात लगभग 9 बजे कुलपति आवास के सामने बीच सड़क पर हम धरनारत छात्रों को हटाने के लिए सुरक्षा कर्मियों ने बैरीकेडिंग हटानी शुरू की. जिसके विरोध में जब हम छात्र सड़क से हट कर कुलपति आवास के मुख्य गेट पर बैठ गए, तो वहां से भी हमे हटाया जाने लगा. इसको लेकर सुरक्षा कर्मियों संग जमकर बहस भी हुई. उन्होंने कहा कि सत्ता के दबाव में विवि प्रशासन चाहे जो भी निर्णय लें, लेकिन हम विद्यार्थियों का धरना अनवरत चलता रहेगा. गौरतलब हो कि छात्र हंगामा करने के बाद एक फिर से धरने पर बैठ गए. इसके बाद सुरक्षा कर्मियों ने फिर मुख्य मार्ग पर बैरिकेडिंग कर दी. बता दें कि छात्र पिछले 20 दिनों से फीस वृद्धि के खिलाफ धरने पर बैठे हुए हैं.
BHU सीट वृद्धि को लेकर छात्रों का आंदोलन 26 वें दिन समाप्त, विवि प्रशासन ने दिया लिखित आश्वासन
काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में BAMS के छात्रों द्वार बीते दिनों से सीट वृद्धि की मांग को लेकर किया जा रहा आन्दोलन देर रात खत्म हो गया. विरोध के क्रम में छात्रों ने भूख हड़ताल से आंदोलन शुरू किया था. जिसे 26 वें दिन विश्वविद्यालय के शिक्षकों द्वारा जूस पिलाकर खत्म कराया गया है. छात्रों का कहना है कि उनके शिक्षको ने लिखित आश्वासन दिया है कि वो सीटों को बढ़ाने की प्रक्रिया को शुरु करेंगे. इसके लिए बकायदा कमेटी का भी गठन किया गया है.
मंगलवार की देर रात भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों से आयुर्वेद संकाय के शिक्षक मिलने आए. बातचीत के बाद उन्होंने छात्रों को लिखित आश्वासन दिया कि उनकी मांगों को पूरा किया जाएगा. इस दौरान शिक्षकों ने जूस पिलाकर छात्रों का अनशन समाप्त कराया. पीजी में 45 सीट बढ़ाने की मांग को लेकर के आंदोलनरत रहे छात्रों ने बताया कि के संकाय की ओर से 6 शिक्षकों की एक समिति का गठन किया गया है,जिसमें 5 छात्र भी शामिल है.
कमेटी की ओर से हम छात्रों को लिखित आश्वासन दिया गया है. जिसमें सीट बढ़ाने के लिए होने वाले चरणों का ब्यौरा, समय सीमा के साथ चरणबद्ध तरीके से लिखा हुआ है. शिक्षकों के आश्वासन के बाद हम लोगों ने अपना आंदोलन समाप्त किया है. उन्होंने कहा कि शिक्षकों ने हम लोगों को जूस पिलाकर के भरोसा जताया है कि हमारा कार्य वह जल्द पूरा करेंगे
खुले आसमान के नीचे रात बिता रहे थे छात्र: 26 दिन से बीएएमएस के छात्र खुले आसमान के नीचे अपनी रात बिताने को मजबूर थे. आंदोलन के क्रम में छात्रों ने दो बार ओपीडी सेवाओं को बंद भी किया था. उस समय प्रॉक्टोरियल बोर्ड के साथ धक्का-मुक्की भी हुई थी. लेकिन, अभी तक विश्वविद्यालय प्रशासन इनकी मांगों को अनसुना किए हुए था.
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