वाराणसी: 2022 जाने वाला है और 2023 के स्वागत की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. जी हां इस साल बनारस को वैसे तो बहुत कुछ मिला. लेकिन अगले साल बनारस के लिए और भी खास होने जा रहा है, क्योंकि गंगा पार टेंट सिटी की सौगात मिलने जा रही है, जो यहां आने वाले पर्यटकों को उत्तर प्रदेश में पहली बार एक नया और बिल्कुल अलग अनुभव महसूस करवाएगी. गुजरात और राजस्थान की तर्ज पर पहली बार उत्तर प्रदेश में इस तरह कार लग्जरी टेंट सिटी का प्लान इंप्लीमेंट किया जा रहा है. जिसपर काम भी शुरू हो गया है. 10 जनवरी तक इस टेंट सिटी को तैयार करके जिला प्रशासन को हैंड ओवर किया जाएगा.
वाराणसी के गंगा उस पार रेत पर वाराणसी डेवलपमेंट अथॉरिटी और अन्य 13 विभागों ने मिलकर इस पूरे टेंट सिटी का प्लान तैयार किया है. गंगा दर्शन के साथ बोटिंग, योगा, वॉटर स्पोर्ट्स, सिटी लाइब्रेरी, गेमिंग जोन कैमल राइड समेत तमाम सुविधाओं का मजा यहां आने वाले पर्यटकों को देने की तैयारी की गई है. सबसे बड़ी बात यह है कि काशी के गीत-संगीत की परंपरा के साथ ही यहां की सांस्कृतिक और धार्मिक विरासत को संजोकर यहां पर पर्यटकों की शाम को यादगार बनाने की प्लानिंग है.
कहा जा रहा है कि, मकर संक्रांति से पर्यटकों को इस सुविधा का लाभ दिया जा सकता है. सब कुछ ठीक रहा तो 14 जनवरी से ही इसकी शुरुआत हो जाएगी. अधिकारियों का कहना है कि यदि यह आयोजन सफल होता है तो इसे जून 2023 तक ऑपरेट किया जाएगा और बुकिंग के अनुसार लोगों के लिए संदेश कर इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है. पहले इस प्लान को देव दीपावली पर ही शुरू करने की तैयारी की गई थी. लेकिन गंगा के जलस्तर में हुई बढ़ोतरी की वजह से यह प्लांट पूरा नहीं हो सका था.
वाराणसी विकास प्राधिकरण के वीसी का कहना है कि टेंट सिटी का निर्माण बहुत तेजी से चल रहा है. इसका टेंडर दो कंपनियों को दिया गया है. जिसके तहत 400 टेंट एक कंपनी और 200 दूसरे फर्म को तैयार करना है. मूलभूत सुविधाओं को विकसित करने की जिम्मेदारी वाराणसी विकास प्राधिकरण, पर्यटन, बिजली विभाग, केंद्रीय जल आयोग, गंगा प्रदूषण नियंत्रण इकाई समेत 13 विभागों की है. यहां पूरा एक मिनी शहर बसाया जा रहा है. जिसके लिए यहां नई सीवर लाइन, बिजली की व्यवस्था आदि की जा रही है.
टेंट सिटी में अभी 3 तरह के कॉटेज टेंट के रूप में दिए जाने की प्लानिंग की गई है. जिसमें डीलक्स, प्रीमियम और गंगा दर्शनम कॉटेज उपलब्ध होंगे. यहां पर 2 रात 3 दिन रुकने के लिए 16000 रुपये प्रति व्यक्ति का भुगतान करना होगा. यह रेट डीलक्स कॉटेज के लिए अप्लाई होगा, जबकि प्रीमियम कॉटेज के लिए 28000 और गंगा दर्शनम के लिए 48000 प्रति व्यक्ति का भुगतान करना होगा. दो लोग कॉटेज शेयर करना चाहेंगे तो उन्हें प्रति व्यक्ति के हिसाब से छूट भी दी जाएगी. डिमांड के हिसाब से रेट को ज्यादा और कम भी किया जा सकता है.
इन कॉटेज की बुकिंग के लिए पर्यटन विभाग समेत अन्य कई विभागों की वेबसाइट और वाराणसी जिला प्रशासन की वेबसाइट के अलावा टेंट सिटी की नई डिवेलप की जा रही. ताकि इसकी बुकिंग संभव हो सकेगी. अभी इसकी ओपनिंग नहीं की गई है. जल्दी इसे खोला भी जाएगा, ताकि एडवांस बुकिंग के साथ इसका रिएक्शन और लोगों का इसके प्रति रुझान देखने को मिल सके.
30 हेक्टेयर में बसने वाली टेंट सिटी में गंगा घाटों को देखने के लिए 32 फीट ऊंचा गंगा टावर भी लगाया जा रहा है. इससे देशी-विदेशी पर्यटक गंगा घाटों समेत बनारस के गंगा उस पार और उत्तरवाहिनी गंगा का अद्भुत दृश्य भी देख सकेंगे. 84 घाटों के अद्भुत नजारे के साथ रात के अद्भुत नजारे को देखने के लिए गंगा उस पार बनाई जा रही टेंट सिटी से एक अलग ही अनुभव देखने को मिलेगा.
वाराणसी विकास प्राधिकरण केबीसी अभिषेक गोयल का कहना है कि 10 हेक्टेयर प्रति क्लस्टर स्थापित किए जाने वाली टेंट सिटी में 200 टेंट की संख्या होगी. जबकि तीन क्लस्टर स्थापित किए जाने वाले 10 फीसदी विला 900 वर्ग फीट के होंगे. 50 परसेंट सुपर डीलक्स विला होंगे. जिनकी संख्या 480 से 580 की होगी और 250 से 400 वर्ग फीट के डीलक्स विला की संख्या 50% होगी. टेंट सिटी के एक क्लस्टर में 200 व्यक्तियों के ठहरने की सुविधा के लिए स्विस कॉटेज, रिसेप्शन एरिया, रेस्टोरेंट गेम जोन, डायनिंग एरिया, कॉन्फ्रेंस, स्पोर्ट्स पावर योगा केंद्र, लाइब्रेरी एवं आर्ट गैलरी के अलावा अन्य कई सुविधाएं भी दी जाएंगी.
इस बारे में टेंट सिटी तैयार कर रही कंपनियों के प्रतिनिधियों का कहना है कि टेंट सिटी में लगभग वह सारी सुविधाएं मिलेंगी, जो एक लग्जरी होटल में मिलती हैं. लग्जरी और सामान्य टेंट कॉटेज के अलावा बनारसी खानपान और बनारसी रहन-सहन का पूरा मजा यहां पर देने की कोशिश की जाएगी. इसके अतिरिक्त थीम और लाइटिंग के साथ डेकोरेशन के साथ ऐतिहासिक घाटों और गंगा समेत पूरे टेंट सिटी के नजारे को एक अद्भुत रूप देने की प्लानिंग की जा रही है. 32 फीट ऊंचा गंगा वॉच टावर भी बनाया गया है. जहां के पर्यटक घाटों के अद्भुत नजारे को एरियल व्यू के जरिए देख सकेंगे.