वाराणसी: जिले में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए जहां लॉकडाउन किया गया है. वहीं लोग अपने परिवार के साथ समय व्यतीत करते नजर आ रहे हैं. इस दौरान घर के बच्चों और बड़ों ने वापस पुराने दौर की तरह इंडोर गेम्स खेलना शुरू कर दिया है. जमाना हो गया था लोगों को घरों में कैरम बोर्ड, लूडो जैसे गेम को खेले, लेकिन अब लॉकडाउन के इस दौर ने परिवार को एक साथ मिला दिया है. परिवार के लोग वापस से पुरानी यादों को ताजा कर एक दूसरे के साथ टाइम बिता रहे हैं साथ ही लॉकडाउन का समर्थन भी कर रहे हैं.
परिवार के लोग बिता रहे समय
लॉकडाउन के दौरान लोगों ने अपने परिवार के साथ समय व्यतीत करना और आपस में गेम खेलना शुरू कर दिया हैं. जी हां जमाना हो गया था लोगों को घरों में कैरम बोर्ड, लूडो जैसे गेम को खेलेे हुए. अब इस लॉकडाउन के दौर ने वापस से पुरानी यादों को ताजा कर दिया. कोई अपने घर में लूडो खेल रहा है तो कोई कैरम बोर्ड और अंताक्षरी.
ईटीवी भारत की टीम ने लोगों से की बात
लॉकडाउन के दौरान ईटीवी भारत की टीम ऐसे ही एक परिवार के बीच में गई, जहां यह जानने की कोशिश की गई कि लोगों को कैसा लग रहा है, वापस उस दौर की तरह परिवार के साथ में कैरम बोर्ड और गेम खेलते हुए जो पल पहले कहीं खो चुके थे.
पुराने खेलों का दौर लौटा
आज के इस डिजिटलाइजेशन के दौर में पूरी तरह से गायब हो गए पुराने खेलों का दौर अब फिर से लौट आया हैं. पहले बच्चे ऑनलाइन गेम को खेलना ज्यादा पसंद कर रहे थे, लेकिन लॉकडाउन के दौरन वह अपने बचपन के खेल को फिर से जिंदा कर रहे हैं.
इस बारे में जब कैरम खेल रहे तुषार वत्स से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हम सबको आज अच्छा लग रहा है. हम फैमिली के साथ काफी अरसे बाद टाइम स्पेंड कर रहे हैं. यह अच्छा अनुभव है और मुझे अच्छा लग रहा है.
वहीं कैरम खेल रहे दूसरे बच्चे अभय मिश्र से बात की गई तो उसने बताया कि मुझे कैरम बोर्ड खेलने में काफी अच्छा लग रहा है. हम कैरम बोर्ड, लूडो जैसे अलग-अलग तरह के कई गेम खेलते हैं और अपना समय बिता रहे हैं.
घर में बच्चों के साथ एक अच्छा समय बीत रहा है. परिवार का माहौल भी पूरी तरीके से खुशनुमा हो गया है. लॉकडाउन के इस दौर में बच्चों के साथ समय व्यतीत करना और उनके लिए अच्छे-अच्छे व्यंजन बनाना अच्छा लग रहा है. आज काफी अरसे बाद परिवार के सभी लोग एक साथ है. कहीं न कहीं परिवार में आपसी प्रेम बढ़ रहा है.
विजय लक्ष्मी मिश्रा, गृहणी