वाराणसी : उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव आरके तिवारी ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वाराणसी में चल रहे 7000 करोड़ रुपये की 53 परियोजनाओं की बिंदुवार समीक्षा की. बैठक में जिले के अधिकतर विभाग के अधिकारी शामिल थे. कमिश्नर ने बिंदुवार परियोजनाओं की स्थिति रखी, जिसमें से तीन परियोजनाओं को छोड़कर शेष 50 परियोजनाएं इसी वर्ष चरणबद्ध रूप में पूर्ण हो जाएंगी.
आयुक्त सभागार में कमिश्नर दीपक अग्रवाल, जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा के साथ एनएचएआई, सेतु निगम, पीडब्ल्यूडी, हेल्थ, नगर निगम, विकास प्राधिकरण, जल निगम, सीएनडीएस, आवास विकास निर्माण इकाई, विद्युत, गंगा प्रदूषण इकाई, सिंचाई, उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम, यूपी प्रोजेक्ट कॉर्पोरेशन आदि कार्यदायी संस्थाओं की बैठक हुई. बता दें कि वाराणसी में इस समय 10 करोड़ से ऊपर की कुल 7000 करोड़ रुपये की 53 परियोजनाएं गतिमान हैं.
50 योजनाएं इसी वर्ष होंगी पूरी
कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बिंदुवार परियोजनाओं की स्थिति रखी. तीन परियोजनाओं को छोड़कर शेष 50 परियोजनाएं इसी वर्ष चरणबद्ध रूप में पूर्ण हो जाएंगी. इन बड़ी परियोजनाओं में एनएचआई के चार बड़े प्रोजेक्ट हैं, जिसमें वाराणसी रिंग रोड फेज 2 के पैकेज 1 व 2 हैं. राष्ट्रीय राजमार्ग 233, 56 व 29 के चौड़ीकरण कार्य हैं. सेतु निगम के लहरतारा-फुलवरिया प्रोजेक्ट, कोनिया घाट पुल आदि हैं. काशी के वार्डों के रिडेवलपमेंट, घाटों का रिडेवलपमेंट आदि कार्य हैं. कज्जाकपुरा आरओबी मार्च, 2022 में पूर्ण होगा. 14 प्रोजेक्ट इसी माह पूर्ण हो जाएंगे.
जून तक 15 अन्य प्रोजेक्ट होंगे पूरे
इसके बाद जून 2021 तक अन्य 15 प्रोजेक्ट पूर्ण हो जाएंगे. मुख्य सचिव ने समयबद्ध सीमा में कार्य पूर्ण करने पर जोर दिया. तहसील पिंडरा के ऊंदी में इको पार्क एवं वाटर लैंड के 19.66 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार कर ली गई है. पंचकोशी परिक्रमा एवं बीच में पड़ने वाले पांच पड़ाव स्थलों पर श्रद्धालुओं की सुविधा हेतु 33 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट तैयार किया गया है.