वाराणसीः सरदार सेना के चार साल पूरा होने पर एक जनसभा का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेष बघेल शिरकत करेंगे. इसकी जानकारी सरदार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर एस पटेल ने दी है. आर एस पटेल ने बताया कि 2 जनवरी को जातीय जनगणना और शोषितों, वंचितों के संपूर्ण अधिकार को समर्पित जनहित संकल्प महारैली निकाला जाएगा.
वाराणसी के सिगरा क्षेत्र में मीडिया से बात करते हुए सरदार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष आर एस पटेल ने बताया कि सरदार सेना के 4 साल पूरे होने पर शोषित वंचित एवं जाति आंकड़े की मांग को लेकर एक महारैली निकाली जाएगी. इसका आयोजन लोहता कोरोता स्थित पटेल रामलीला मैदान में किया जाएगा. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के तौर पर अध्यक्ष किसान बिग्रेड प्रमुख शिक्षक, मराठा सेवा संघ के अविनाश काकडे, बी पी सिंह सेवानिवृत्त पीसीएस अधिकारी कार्यक्रम में शामिल होंगे.
सरदार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. आर. एस पटेल ने बताया कि राष्ट्रीय जनहित संकल्प महारैली में 5 संकल्प है..
1. जातीय जनगणना कराना सुनिश्चित किया जाए. ताकि प्रदेशवार वर्गीय गणना स्पष्ट हो सके.
2. एससी, एसटी और ओबीसी के आरक्षण में हुई अनियमितता को बैकलॉग के द्वारा तत्काल भरा जाए. वंचित वर्गों को प्रमोशन में भी आरक्षण दिया जाए. इसके साथ ही निजी कारण को तत्काल रोकते हुए निजी क्षेत्रों में भी आरक्षण व्यवस्था लागू किया जाए.
3. 59,000 शिक्षक भर्ती आरक्षण घोटाले में पीड़ित एससी, एसटी और ओबीसी के अभ्यर्थियों को तत्काल न्याय दिया जाए.
4. पुरानी पेंशन नीति को बहाल करते हुए तत्काल लागू किया जाए. जब विधायकों एवं सांसदों को पेंशन तो कर्मचारियों को क्यों नहीं?
5. विधान सभा विधान परिषद और लोकसभा एवं राज्यसभा के निर्वाचनों में पिछड़ों के लिए आरक्षण व्यवस्था तत्काल लागू की जाए.
सरदार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. आर.एस. पटेल ने बताया की 02 जनवरी 2022 को वाराणसी में आयोजित जातीय जनगणना एवं शोषितों, वंचितों के सम्पूर्ण अधिकार को समर्पित जनहित संकल्प महारैली आयोजन किया जा रहा है.
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उन्होंने आगे कहा कि बनारस में हो रही जनहित संकल्प महारैली की तैयारी एवं हजारों की तादात में आंदोलित होने वाली जमात की भनक से भाजपाईयों के होश उड़ गये हैं. फांसीवादी भाजपाईयों ने सरदार सेना द्वारा लगाये गये होर्डिंग, जिसमें किसानों और वंचितों के नेता मुख्यमंत्री छत्तीसगढ़ भूपेश बघेल और डॉ. आर. एस. पटेल के फोटो थे. उनको रातों-रात फाड़ दिया गया. इससे यह साबित होता है कि यह सरकार किसानों व वंचितों से कितना नफरत करती है. उन्होंने कहा कि आजादी के 74 साल बीत जाने के बाद भी हमारे एससी, एसटी, ओबीसी एवं अल्पसंख्यक समाज को वास्तविक अधिकार भागीदारी प्राप्त नहीं हो पायी है.