वाराणसी: काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में 21-26 नवंबर के बीच छत्रपति शिवाजी महाराज के सुप्रसिद्ध नाटक 'जाड़ता राजा' क मंचन किया जाएगा. इसी को लेकर बुधवार को नाटक के संचालक महानाट्य मंच आयोजन समिति के सदस्यों ने सीएम योगी से मिलकर उन्हें निमंत्रण कार्ड दिया है. गौरतलब है कि सीएम योगी वाराणसी में सुरक्षा व्यवस्था देखने के लिए पहुंचे हैं. इस दौरान उनसे आयोजन मंडल के सदस्यों ने मुलाकात की.
छत्रपति शिवाजी हिंदू चेतना के सजग प्रहरी थे: आमंत्रण स्वीकार करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, काशी की धरती पर इस महानाट्य मंचन से युवाओं में धर्म, संस्कृति और अध्यात्म के प्रति निष्ठा बढ़ेगी. छत्रपति शिवाजी के शासनकाल में देश ने हर तरह से उन्नति की थी. चाहे हिंदू चेतना की बात हो या फिर युद्ध जीतने का कला कौशल. हर तरह से भारत भारी था. छत्रपति हिंदू चेतना के सजग प्रहरी और उद्घोषक थे. वे मानवता के पुजारी भी थे. आज के युवाओं को शिवाजी के दिखाए मार्गों का अनुसरण करना चाहिए. सीएम योगी ने कहा कि इस नाटक के माध्यम से छत्रपति शिवाजी महाराज के विचारों और कामों को जन जन तक पहुंचाना है.
मैं खुद रहकर पूरा नाट्य मंचन देखूंगा: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पूर्वांचल की भूमि क्रांतिकारी आंदोलनों से भरी पड़ी है. यहां के लोगों ने इस्लामिक कट्टरता से जमकर संघर्ष किया है. उन लोगों ने अपने जीवन में हमेशा मूल्यों की लड़ाई का पाठ शिवाजी के तेजस्वी विचारों और कामों से ही लिया है. हमें अखंड भारत की संकल्पना को मूर्त रूप देना है. सर्किट हाउस में आयोकों से मिलने के बाद उन्होंने कहा कि उद्घाटन अवसर पर मैं खुद रहकर पूरा नाट्य मंचन देखूंगा.
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