वाराणसी : गोला दीनानाथ के निवासी शुभम केशरी और महमूरगंज के निवासी रवि पाण्डेय की हत्या की तफ्तीश के लिए सीबीआई की टीम ने वाराणसी में डेरा डाल दिया है. सीबीआई की टीम रविवार को ही वाराणसी पहुंच गई थी. इसके बाद सीबीआई सोमवार को रवि के पिता और बहन से घटना के संबंध में 6 घंटे तक पूछताछ की. इसके साथ ही सीबीआई की टीम ने मिर्जापुर के अहरौरा जाकर घटना स्थल से संबंधित जांच कर वापस वाराणसी लौट आई. पूछताछ का क्रम बुधवार को भी जारी रहेगा. इस दौरान सीबीआई की ओर से पीड़ित परिजनों को आश्वस्त किया गया कि उन्हें हर हाल में न्याय मिलेगा.
अधजले शवों की शिनाख्त शुभम और रवि के रूप में हुई थी
22 दिसंबर 2020 को शुभम केशरी और रवि पाण्डेय गायब हो गए थे. अहरौरा और मिर्जापुर में जनवरी में दो अधजले शव मिले थे. जिनकी शिनाख्त वाराणसी के शुभम केशरी और रवि पाण्डेय के रूप हुई थी. इस घटना का पुलिस ने खुलासा करते हुए 6 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. वहीं इस बीच शुभम के भाई शिवम ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में बंदी प्रत्यक्षीकरण की याचिका दाखिल की, आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने शुभम और रवि का अपहरण कर हत्या कर दी है. आरोप को लेकर दाखिल जिला पुलिस के जवाब पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने नाराजगी जताते हुए प्रकरण की जांच सीबीआई को सौंप दी.
परिजनों को है सीबीआई जांच पर भरोसा
सीबीआइ की टीम ने रवि पाण्डेय के परिजनों से उसके गायब होने से लेकर उसके शव बरामद होने तक के घटनाक्रम के बारे में बिंदुवार पूछताछ की. इस बीच शुभम का भाई शिवम भी पहुंचा था. वहीं रवि पाण्डेय के परिजनों को सीबीआइ ने बुधवार को भी बुलाया है. रवि पाण्डेय के परिजनों ने बताया कि सीबीआइ की जांच पर पूरा भरोसा और विश्वास है कि हमारे साथ न्याय होगा.