वाराणसी: शहर में सड़कों को चौड़ा करने के साथ ही महाश्मशान मणिकर्णिका और हरिश्चंद्र घाट के रिनोवेशन के काम को आगे बढ़ाने के लिए अतिक्रमण चिह्नित किया गया था. गुरुवार को इस पर कार्रवाई शुरू हो गई है. वाराणसी के हरिश्चंद्र घाट के 13 भवन चिह्नित करने के बाद खाली कराए गए थे. इन पर आज बुलडोजर चल गया. इनको गिराने की कार्रवाई की गई है.
इसके साथ ही वाराणसी के रामनगर क्षेत्र में सड़क चौड़ीकरण मामले में अतिक्रमण हटाओ अभियान जारी है. प्रशासन लगातार जेसीबी से अतिक्रमण को तोड़ रहा है. शुरुआत में लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था लेकिन अब लोगों का विरोध शांत हो गया है. लोगों ने अपने सामान खुद से हटा लिए हैं. इसके बाद यहां भी बुलडोजर से अवैध निर्माण ढहाए जा रहे हैं.
मणिकर्णिका और हरिशचंद्र घाट के विस्तारीकरण और सुंदरीकरण की योजना तैयार की गई है. जिसके तहत हरिश्चंद्र घाट के आसपास अतिक्रमण के खिलाफ नगर निगम ने अभियान की शुरुआत की है. अपर नगर आयुक्त सुमित कुमार ने बताया कि पहले दिन प्रवर्तन दल की तरफ से सरकारी भूमि पर बनाए गए 13 भवनों को खाली कराया गया है. ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की शुरुआत कर दी गई है.
उन्होंने बताया कि हरिश्चंद्र घाट स्थित पंप हाउस के पास सरकारी भवन में निगम के सफाई कर्मी और जलकल विभाग के कुछ कर्मचारी रह रहे थे. कर्मचारियों को भवन खाली करने के निर्देश पहले ही दिए जा चुके थे. जिसके बाद अधिकांश तो खाली कर चुके थे, कुछ लोग वहां पर हैं जिनको 24 घंटे के अंदर खाली करने का निर्देश दिया गया है. इसके अलावा यहां पर सभी भवनों को खाली करा दिया गया और अब इनके ध्वस्थिकरण की कार्रवाई शुरू कर दी गई है. कुछ लोग अपना सामान अभी नहीं हटा सके थे. इसलिए उन्हें 48 घंटे का वक्त दिया गया है. पूर्ण रूप से कार्रवाई शुक्रवार को शुरू की जाएगी.