वाराणसी: कमिश्नरेट वाराणसी पुलिस ने महादेव बेटिंग एप के माध्यम से सट्टेबाजी के मकड़जाल में फंसाने वाले वांछित को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि पकड़े गए अभियुक्त की प्रताड़ना से तंग आकर लोहता थाना क्षेत्र के रहने वाले रणविजय सिंह ने तीन दिसम्बर को आत्महत्या कर ली थी. पुलिस ने मामले में सट्टेबाज सौरभ शरण को गिरफ्तार किया है. वहीं उसके बैंक खाते में मौजूद 78 लाख रुपये को भी फ्रीज कराया गया है.
तीन दिसम्बर को रणविजय की पत्नी शिल्पी देवी ने लोहता थाने पर तहरीर दी थी कि उनके पति को एक सट्टा खेलाने वाले व्यक्ति सौरभ शरण द्वारा अक्सर प्रताड़ित कर सट्टे में पैसा लगवाया जाता था. जिसके चलते उनके पति ने तीन दिसम्बर की देर रात में न्यू बहादुरपुर मार्केट स्थित दुकान के अंदर आत्महत्या कर ली. लोहता थाने की पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी.
इस संबंध में डीसीपी वरुणा जोन अमित कुमार ने बताया कि रणविजय सिंह सट्टा लगाता था. वह काफी पैसा घर का लगा चुका था. अवसाद में आकर उसने आत्महत्या की थी. उसकी पत्नी ने शिकायत दर्ज कराई थी. एक व्यक्ति को आरोपी बताया था. जब जांच की गई तो काफी ज्यादा पैसा उनके एकाउंट में ट्रांजेक्शन हुआ था. कैश में भी पैसा गया था. इस मामले में अभियुक्त को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है.
अभियुक्त के एकाउंट में मौजद 78 लाख रुपए बैंक के द्वारा फ्रीज कराया गया है. ये अभियुक्त बेटिंग एप के मध्यम से सट्टा खेलाता है. डीसीपी अमित कुमार ने कहा कि जो भी ऑनलाइन बेटिंग को लेकर प्रताड़ित व्यक्ति है. अगर शिकायत करेगा तो पुलिस उस पर जरूर कार्रवाई करेगी. जो भी हमारे बीट आरक्षी और हल्का आरक्षी है. उनके द्वारा भी क्षेत्रों की जांच कराई जाएगी. जहां पर भी इस तरह का सट्टा चल रहा है, उस पर भी कार्रवाई की जाएगी.