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गंगा में घाट, जलस्तर में तेज बढ़ाव के बाद नौका संचालन पर रोक

यूपी के वाराणसी में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. जलस्तर इतना बढ़ गया है कि घाट गंगा में डूब गए हैं. जलस्तर में तेज बढ़ाव के बाद नौका संचालन पर रोक लगा दी गई है.

काशी में नौका संचालन पर रोक.
काशी में नौका संचालन पर रोक.
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Published : Aug 2, 2021, 10:24 PM IST

वाराणसी: पहाड़ों पर लगातार हो रही तेज बारिश के बाद मैदानी इलाकों में नदियां ऊफान पर हैं. गंगा नदी (River Ganges) का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिसकी वजह से शहरी इलाकों की तरफ अब गंगा रुख कर रही है. वाराणसी में भी गंगा अपने असली जल स्तर से काफी ऊपर आ चुकी है. अब 84 घाटों की लंबी पूरी तरह से गंगा में समा गई है और गंगा सीढ़ियों से होते हुए अब सड़कों पर आने को बेताब हैं. हालात ये हैं कि गंगा नदी में जहां गंगा आरती हुआ करती थी या लोग चहल कदमी करते थे, वह स्थान अब पूरी तरह से पानी में है और वहां नौकाएं खड़ी हो रही हैं. पानी के बढ़ने के स्तर को देखते हुए प्रशासन ने सोमवार से वाराणसी में गंगा में चलने वाली नौकाओं के संचालन पर ही रोक लगा दी है.

काशी में नौका संचालन पर रोक.
गंगा के तेजी से बढ़ रहे जलस्तर की वजह पीछे से लगातार आ रहे पानी को बताया जा रहा है. केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक गंगा के जलस्तर में बढ़ाव अभी जारी है और ट्रेंड भी राइजिंग का बना हुआ है. लगातार चार दिनों से गंगा में बढ़ाव का स्तर बने होने की वजह से सोमवार वाराणसी में गंगा का जलस्तर 66.52 मीटर दर्ज किया गया है. वाराणसी में वार्निंग लेवल 70.26 मीटर है, जबकि डेंजर लेवल 71. 26 मीटर रिकॉर्ड किया गया है. वाराणसी में सोमवार को रिकॉर्ड किए गए गंगा के वर्तमान जलस्तर में 24 घंटे के अंदर 2.16 मीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. 1 अगस्त को गंगा का जलस्तर 64.36 मीटर दर्ज किया गया था, जो 2 अगस्त सोमवार को 66.52 मीटर दर्ज किया गया है.
वहीं गंगा में लगातार बढ़ रहे पानी की वजह से प्रशासन भी अलर्ट हो गया है. एनडीआरएफ की टीम अलग-अलग टीमों को वाराणसी में गंगा की निगरानी के लिए लगाया गया है. सबसे बड़ी बात यह है कि वाराणसी में गंगा के तेज बहाव और बढ़ाओ की वजह से प्रशासन ने गंगा नदी में नौका संचालन पर भी रोक लगा दी है. लगातार घाटों से लोगों को दूरी बनाए रखने की अपील भी पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम के जरिए जल पुलिस के जवान कर रहे हैं. वही गंगा किनारे घाटों पर गुजर-बसर करने वाले लोग और रोजी-रोटी की तलाश में रहने वाले पंडित और पंडा समाज के लोग भी और सुरक्षित ठिकानों की तरफ जाने लगे हैं.
पांच दिनों जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. 2 अगस्त 66.52 मीटर जलस्तर है, जो 1 अगस्त को 64.36 मीटर था. इसके पहले 31 जुलाई को 63.04 मीटर था. उसके पहले 30 जुलाई को 62.52 मीटर और 29 जुलाई को 60.48 मीटर था.

वाराणसी: पहाड़ों पर लगातार हो रही तेज बारिश के बाद मैदानी इलाकों में नदियां ऊफान पर हैं. गंगा नदी (River Ganges) का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, जिसकी वजह से शहरी इलाकों की तरफ अब गंगा रुख कर रही है. वाराणसी में भी गंगा अपने असली जल स्तर से काफी ऊपर आ चुकी है. अब 84 घाटों की लंबी पूरी तरह से गंगा में समा गई है और गंगा सीढ़ियों से होते हुए अब सड़कों पर आने को बेताब हैं. हालात ये हैं कि गंगा नदी में जहां गंगा आरती हुआ करती थी या लोग चहल कदमी करते थे, वह स्थान अब पूरी तरह से पानी में है और वहां नौकाएं खड़ी हो रही हैं. पानी के बढ़ने के स्तर को देखते हुए प्रशासन ने सोमवार से वाराणसी में गंगा में चलने वाली नौकाओं के संचालन पर ही रोक लगा दी है.

काशी में नौका संचालन पर रोक.
गंगा के तेजी से बढ़ रहे जलस्तर की वजह पीछे से लगातार आ रहे पानी को बताया जा रहा है. केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक गंगा के जलस्तर में बढ़ाव अभी जारी है और ट्रेंड भी राइजिंग का बना हुआ है. लगातार चार दिनों से गंगा में बढ़ाव का स्तर बने होने की वजह से सोमवार वाराणसी में गंगा का जलस्तर 66.52 मीटर दर्ज किया गया है. वाराणसी में वार्निंग लेवल 70.26 मीटर है, जबकि डेंजर लेवल 71. 26 मीटर रिकॉर्ड किया गया है. वाराणसी में सोमवार को रिकॉर्ड किए गए गंगा के वर्तमान जलस्तर में 24 घंटे के अंदर 2.16 मीटर की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. 1 अगस्त को गंगा का जलस्तर 64.36 मीटर दर्ज किया गया था, जो 2 अगस्त सोमवार को 66.52 मीटर दर्ज किया गया है.
वहीं गंगा में लगातार बढ़ रहे पानी की वजह से प्रशासन भी अलर्ट हो गया है. एनडीआरएफ की टीम अलग-अलग टीमों को वाराणसी में गंगा की निगरानी के लिए लगाया गया है. सबसे बड़ी बात यह है कि वाराणसी में गंगा के तेज बहाव और बढ़ाओ की वजह से प्रशासन ने गंगा नदी में नौका संचालन पर भी रोक लगा दी है. लगातार घाटों से लोगों को दूरी बनाए रखने की अपील भी पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम के जरिए जल पुलिस के जवान कर रहे हैं. वही गंगा किनारे घाटों पर गुजर-बसर करने वाले लोग और रोजी-रोटी की तलाश में रहने वाले पंडित और पंडा समाज के लोग भी और सुरक्षित ठिकानों की तरफ जाने लगे हैं.
पांच दिनों जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. 2 अगस्त 66.52 मीटर जलस्तर है, जो 1 अगस्त को 64.36 मीटर था. इसके पहले 31 जुलाई को 63.04 मीटर था. उसके पहले 30 जुलाई को 62.52 मीटर और 29 जुलाई को 60.48 मीटर था.
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