वाराणसी : चुनावी माहौल में नेताओं से लेकर फिल्मी कलाकार हर कोई अपनी जुबानी संतुलन खो बैठे हैं. शायद यही वजह है कि फिल्म जगत से राजनीति में कदम रखने वाले कमल हासन अब देश की आजादी के बाद एक हिंदू को पहला आतंकी बता रहे हैं. इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी उन पर हमलावर हो गई है.
वाराणसी में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और तमिलनाडु के बीजेपी प्रभारी मुरलीधर राव कमल हासन को दिमागी रूप से बीमार बताया है. उनका कहना है कि कमल हासन क्या बोल रहे हैं उनको खुद नहीं पता उनका कोई वजूद तमिलनाडु की राजनीति में नहीं है, सिर्फ वह इस तरह की बातें कर अपनी राजनीति को चमकाने की कोशिश कर रहे हैं.
तमिलनाडु के बीजेपी प्रभारी महासचिव मुरलीधर राव ने कहा-
- कमल हासन की तरफ से दिए गए बयान पर उनको मानसिक रूप से बीमार बताया है.
- कमल हासन ने तमिलनाडु में जो वक्तव्य दिया है कि देश की आजादी के बाद पहले आतंकवादी हिंदू है. मुझे लगता है कि वह अपना दिमाग की संतुलन खो बैठे हैं.
- सभी मजहब के बारे में हमारी मान्यता है कि शांति और सौहार्द के लिए काम करें.
- दिग्विजय सिंह और कांग्रेस के लोग जो राजनीति पहले से कर रहे हैं मुझे लगता है कि कमल हसन भी उसी रास्ते पर अपना नाम चमकाने के लिए चर्चा में रहने के लिए आगे बढ़ रहे हैं.
- तमिलनाडु में उनका कोई समर्थन नहीं है. उनका कोई अस्तित्व नहीं है.
मायावती की तरफ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर किए जा रहे हमले को लेकर कहा-
- वह पत्नी के बारे में और शादी के बारे में यदि पीएम मोदी के लिए बातें कर रहे हैं तो उनको पता होना चाहिए कि वह राजनीति में उस वक्त थे ही नहीं.
- मायावती जी को 23 मई के बाद समझ में आने वाला है कि व्यक्तिगत हमले या व्यक्तिगत चरित्र पर इस तरह की नकारात्मक राजनीति करना ठीक नहीं है.
- देश में जनता इन चीजों को सही तरीके से नहीं लेती है. मोदी जी के बारे में इस तरह के हमले चरित्र के ऊपर हमले करना उनके वोट को बढ़ाने वाला नहीं है.
बंगाल में ममता बनर्जी की तरफ से बीजेपी के खिलाफ हो रहे कार्यों पर मुरलीधर राव ने कहा-
- लोकतंत्र खतरे में हैं राहुल गांधी से लेकर सीताराम येचुरी भाषण देते हैं. अगर इस देश में लोकतंत्र के अधिकारों का हनन हो रहा है गत कुछ वर्षों से वह बंगाल में हो रहा है.
- बंगाल में रैली निकालने नहीं देते, यात्रा करने नहीं देते, सार्वजनिक कार्यक्रम और रोड शो करने नहीं दिया जा रहा.
- गत कई महीने से यह काम वहां हो रहा, लेकिन मैं यह बताना चाहता हूं कि ममता बनर्जी को यह सीखना चाहिए कि कम्युनिस्ट पार्टी किस प्रकार की हरकत से वह सत्ता में आने से रोक नहीं पा रहे हैं.