वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय में गुरुवार को दिन भर विरोध का दौर चला. जहां एक तरफ हॉस्टल खाली कराए जाने से छात्रों ने वीसी आवास के बाहर प्रदर्शन किया. तो वहीं अपनी विभिन्न मांगों को लेकर बीएचयू भगत सिंह छात्र मोर्चा के छात्र अनिश्चितकालीन धरना पर बैठ गए. छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
बीएचयू के छात्रों ने 'अनब्लॉक बीएचयू', 'घेरा डालो, डेरा डालो!', 'हॉस्टल, लाइब्रेरी, लैबोरेट्री खुलवाने के लिए एकजुट हो छात्र' का पोस्टर जारी किया. इसके साथ ही बीएचयू के छात्रों ने ट्विटर पर मुहीम चलाई. इसमें वह विश्वविद्यालय खोलने की मांग कर रहे हैं. ट्विटर पर छात्रों ने यह लिखकर सवाल उठाया कि लिकर शॉप खुल सकते हैं तो विश्वविद्यालय क्यों नहीं. छात्रों का ट्वीट महज कुछ ही घंटों में ट्रेंड करने लगा.
छात्रों ने 12 अक्टूबर को दिया था ज्ञापन
बीएचयू की छात्रा आकांक्षा ने बताया कि उन लोगों ने 12 अक्टूबर को कुलपति के नाम का ज्ञापन रजिस्ट्रार को दिया था. इसके बाद उन्हें 2 दिन का समय मिला था. वहीं 15 अक्टूबर तक कोई जवाब नहीं मिला. उन्होंने कहा कि जब लिकर की शॉप खोली जा सकती है तो विश्वविद्यालय क्यों नहीं खोला जा रहा है. बीएचयू के 35000 और पूरे देश के कई लाख छात्रों का भविष्य अंधेरे में है. जल्द से जल्द विश्वविद्यालय खोलना चाहिए ताकि हमारी पढ़ाई सुचारू रूप से चल सके. जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होगी, तब तक हम लोग यहां पर धरने पर बैठे रहेंगे.