वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल अस्पताल में नर्सिंग स्टाफ के सैकड़ों स्वास्थ्यकर्मी एमएस की बर्खास्तगी की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं. गुरुवार को छठे दिन धरने पर बैठे स्वास्थ्यकर्मियों ने सुंदरकांड का पाठ किया. इस दौरान उन्होंने भगवान से विश्वविद्यालय प्रशासन को बुद्धि देने की कामना की. साथ ही उन्होंने भगवान से अपने लिए न्याय के लिए भी प्रार्थना की.
गौरतलब है कि 8 जनवरी को प्रोफेसर केके गुप्ता और नर्सिंग स्टाफ में किसी बात को लेकर विवाद हुआ था. यह विवाद बीएचयू के सुपर स्पेशलिटी सेंटर इमरजेंसी वार्ड में किसी मरीज को लेकर हुआ था. इस विवाद पर नर्सिंग स्टाफ के एक स्वास्थ्यकर्मी ने एमएस पर आरोप लगाया कि उन्होंने नर्सिंग स्टाफ को थप्पड़ मारा है. तब से लेकर सभी स्वास्थ्यकर्मी एमएस की बर्खास्तगी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. हालांकि इस पूरे मामले पर काशी हिंदू विश्वविद्यालय ने सीसीटीवी फुटेज जारी किया है. जिसमें कहीं भी मारपीट जैसी कोई घटना नजर नहीं आ रही है.
स्वास्थ्यकर्मी अनिल कुमार ने बताया कि आज प्रदर्शन का छठवां दिन है. सभी प्रदर्शनकारियों ने सुंदर कांड पाठ किया है. ईश्वर से प्रार्थना की गई है कि विश्वविद्यालय प्रशासन जल्द से जल्द उनकी बातों को मान ले. स्वास्थ्यकर्मी ने बताया कि प्रशासनिक अधिकारियों और मेडिकल के स्टाफ के साथ बैठक हुई है. लेकिन जो बात हुई है उसे लिखित में दिया जाए. उसके बाद वो प्रदर्शन खत्म करने का विचार करेंगे.
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वहीं चिकित्सा विज्ञान संस्थान के निदेशक प्रोफेसर बीआर मित्तल ने नर्सिंग स्टाफ से एक बार फिर प्रदर्शन खत्म कर काम पर लौटने की अपील की है. अपनी अपील में प्रो. मित्तल ने कहा है कि चर्चा के अनुसार नर्सिंग अधिकारियों की सभी शिकायतों के निवारण के लिए एक समिति का गठन कर दिया गया है. इससे निश्चित तौर पर काम के माहौल को बेहतर बनाने और आपसी संबंधों को सुधारने में मदद मिलेगी.
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