वाराणसी : काशी हिंदू विश्वविद्यालय में 25 जनवरी काे बाइक पर लिफ्ट देने के बहाने दिव्यांग छात्रा के साथ छेड़खानी की गई थी. आराेपी काे पुलिस के हवाले कर दिया गया था. इसके बाद आराेपी काे जमानत दे दी गई. छात्राओें की सुरक्षा और आराेपी पर सख्त कार्रवाई की मांग काे लेकर छात्रों ने कुलपति आवास के बाहर 5 दिनों तक लगातार प्रदर्शन किया. प्रॉक्टर के समझाने पर छात्रों ने 30 तारीख को प्रदर्शन समाप्त कर दिया था. 2 फरवरी काे कुलपति ने छात्राें काे मिलने का समय दिया था. उनके न मिलने पर छात्र फिर से धरने पर बैठ गए.
बीएचयू के पूर्व छात्र और लाफ्टर कलाकार दिव्यांग अभय शर्मा भी धरने में शामिल हुए. उन्होंने दिव्यांग छात्र-छात्राओं के साथ विश्वविद्यालय में हो रहे अन्याय का विरोध किया. कहा कि वे इस आंदोलन में छात्र-छात्राओं के साथ रहेंगे.
अभय शर्मा ने बताया कि 25 जनवरी काे बाइक पर लिफ्ट देने के बहाने दिव्यांग छात्रा के साथ छेड़खानी की गई थी. पुलिस ने विश्वनाथपुरी कालाेनी निवासी असीम कुमार राय पर मुकदमा दर्ज किया था. पुलिस ने आराेपी पर कमजाेर धाराएं लगाईं. इसकी वजह से आराेपी काे जमानत मिल गई. पुलिस ने मामले की अभी तक सही तरीके से विवेचना भी नहीं की है. इसके विराेध में विश्वविद्यालय के छात्र और छात्राएं प्रदर्शन कर रहे हैं.
पूर्व छात्र ने बताया कि मिलने का समय देने के बावजूद कुलपति ने मुलाकात नहीं की. बताया जा रहा है कि वह बाहर जा रहे हैं. दिव्यांग छात्र-छात्रओं की 2 मांग है. पहला दृष्टिबाधित छात्रों के लिए कैंपस का माहौल अच्छा किया जाए. दूसरा छात्रओं की सुरक्षा पर खास ध्यान दिया जाए. आए दिन छेड़खानी की घटनाएं हाे रहीं हैं.
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