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BHU IIT छेड़छाड़, तो क्या अब बीएचयू में कहीं भी नहीं हो सकेगा बाहरियों का प्रवेश?, जानिए क्या है तैयारी

बीएचयू में छात्रा से छेड़छाड़ अश्लीलता के बाद मामला (BHU IIT tampering external entry barred) गरमाया हुआ है. विवि की सुरक्षा व्यवस्था पर लगातार सवाल खड़े किए जा रहे हैं. इस बीच कुछ कड़े फैसले भी लिए गए हैं.

बीएचयू छेड़छाड़ का मामला इन दिनों सुर्खियों में है.
बीएचयू छेड़छाड़ का मामला इन दिनों सुर्खियों में है.
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 5, 2023, 8:02 PM IST

वाराणसी : मनचलों की ओर से छात्रा से छेड़खानी और अश्लील वीडियो बनाने के बाद काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में बीते 4 दिनों से माहौल खराब है. पढ़ाई लगभग ठप सी हो गई है. सिंह द्वार स्टूडेंट्स के कब्जे में है. बुधवार को हुई घटना के बाद से छात्र-छात्राएं आंदोलनरत हैं. उनकी मांग आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ ही बीएचयू परिसर की सुरक्षा बढ़ाए जाने की है. वाराणसी जिला प्रशासन और बीएचयू प्रशासन ने कई फैसले किए हैं. अब बीएचयू में बाहरियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाए जाने की तैयारी है.

लगातार आवाज उठा रहे स्टूडेंट : छात्रों की मांग है अस्पताल से आगे कोई भी बिना कारण परिसर में न आए. आए दिन काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर में अलग-अलग मौकों पर हो रही छेड़खानी अब बड़ा मुद्दा बन चुकी है. चार दिन पहले छात्रा के साथ हुई घटना ने पूरे देश में विश्वविद्यालय प्रशासन पर सवाल खड़ा दिया है. छात्रों की सुरक्षा का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है. वहीं दूसरी ओर विश्वविद्यालय के स्टूडेंट्स ने भी मोर्चा खोल दिया है. छात्र कैंपस में बाउंड्रीवाल बनाए जाने को लेकर दो हिस्सों में बंट गए हैं, लेकिन विश्वविद्यालय के कैंपस की सुरक्षा को लेकर वे लगातार मांग कर रहे हैं.

बीएचयू छेड़छाड़ का मामला इन दिनों सुर्खियों में है.
बीएचयू छेड़छाड़ का मामला इन दिनों सुर्खियों में है.

रात 10 से सुबह पांच बजे तक पाबंदी : जिला प्रशासन और विश्वविद्यालय प्रशासन को सुरक्षा के लिए कई फैसले लेने पड़े हैं. इसमें सबसे जरूरी मुद्दा है बाहरियों का प्रवेश. अभी तक विश्वविद्यालय मे बिना किसी रोक-टोक के कोई भी कैंपस के किसी भी गेट से परिसर में आ-जा सकता था. इसके लिए कोई समय सीमा नहीं निर्धारित थी. मगर अब जिला प्रशासन ने यह फैसला लिया है कि रात 10 से सुबह 5 बजे कर कोई भी बाहरी व्यक्ति कैंपस में इंट्री नहीं ले सकता है. इसके साथ ही इस समय के बीच जो भी आएगा उसे अपनी पहचान और जरूरी वजह बतानी होगी. इसके बाद ही वह कैंपस में जा सकेगा.

प्रशासन के फैसले से सहमत नहीं स्टूडेंट, रखी ये मांग : फैसले के बाद भी छात्र इससे पूरी तरह सहमत नहीं हैं. उनका कहना है कि कैंपस में हर समय बाहरियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जाए. इसके लिए नियम बने. बाहरियों के लिए छात्रों ने मांग रखी है कि रात के 10 बजे के बाद बाहरी लोगों का प्रवेश सीमित किया जाए. बीएचयू परिसर के सर सुंदर लाल अस्पताल से आगे बिना जरूरी कारण के कोई भी बाहरी व्यक्ति न जाने पाए. इसके साथ ही परिसर में सभी जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाए. इसके साथ ही कैंपस में लाइटिंग की पूरी व्यवस्था में सुधार किया जाए. नियमों को कड़ा बनाने के साथ ही IIT-BHU को बीएचयू के प्रशासनिक नियंत्रण में लाया जाए, जिससे कि सुरक्षा व्यवस्था पर पूरा ध्यान दिया जा सके.

छात्र छेड़खानी के विरोध में आवाज बुलंद कर रहे हैं.
छात्र छेड़खानी के विरोध में आवाज बुलंद कर रहे हैं.

छात्राओं की सुरक्षा के लिए बनाएं कड़े नियम : विश्वविद्यालय परिसर में धरनारत स्टूडेंट्स कैंपस की छात्राओं की सुरक्षा को लेकर आक्रोशित हैं. सबसे पहले तो छात्रों का कहना है कि परिसर में महिलाओं और छात्राओं के साथ गलत व्यवहार करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए. इसके साथ ही महिला सुरक्षा के लिए एक अलग महिला सुरक्षाधिकारी प्राक्टोरियल बोर्ड में 24×7 उपलब्ध रहे. महिला विषयक समिति को सक्रिय किया जाए और यह स्वतः संज्ञान लेकर भी मामलों का निपटारा किया जाए. महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह भी मांग की गई है कि परिसर के आस-पास मादक पदार्थों और शराब ब्रिकी को नियमानुसार प्रतिबंधित किया जाए.

स्टूडेंट बोले- जिला प्रशासन मांगे माफी : IIT-BHU और BHU के बीच बाउंड्रीवाल खड़ी किए जाने के मामले पर IIT-BHU और BHU के छात्र दो भाग में बंट गए हैं. BHU के छात्रों का कहना है कि हम इस विश्वविद्यालय का बंटवारा नहीं होने देंगे. यह महामना की संस्थान की संकल्पना के विपरीत होगा. इसके साथ ही BHU के पूर्व छात्रों और प्रोफेसर्स का कहना है कि BHU का बंटवारा न करते हुए कैंपस की सुरक्षा को बढ़ाने की मांग की जानी चाहिए. ऐसे में छात्रों का कहना है कि बाउंड्रीवाल के विषय पर जिला प्रशासन और विश्वविद्यालय स्पष्टीकरण दे कि बाउंड्री नहीं बनेगी. इसके साथ ही बाउंड्रीवाल की घोषणा पर जिला प्रशासन माफी मांगे.

कल बीएचयू में निकाली जाएगी विशाल रैली : काशी हिंदू विश्वविद्यालय में प्रदर्शन कर रहे छात्र बीएचयू में दीवार खड़ी किए जाने के पक्ष में नहीं हैं. उनका कहना है कि वे इस मामले में कल एक बड़ी रैली आयोजित करेंगे. इसको लेकर बीएचयू के विश्वनाथ मंदिर परिसर में छात्रों की बैठक हुई है. इसमें फैसला लिया गया है कि 6 तारीख को बीएचयू बंद रखा जाएगा और 'हम बीएचयू के लोग' नाम से एक विशाल रैली निकाली जाएगी. सोमवार को 2 बजे विश्वनाथ मंदिर से मालवीय भवन तक रैली निकाली जाएगी. इस दौरान बीएचयू के विभाजन के विरुद्ध छात्र अपनी एकता प्रदर्शित करेंगे. इसके साथ ही महिलाओं और छात्राओं की सुरक्षा का मुद्दा उठाया जाएगा.

यह भी पढ़ें : दो युवक पकड़े, एक की क्रिमिनल हिस्ट्री, पीड़िता को फोटो दिखा कराई जाएगी पहचान

वाराणसी : मनचलों की ओर से छात्रा से छेड़खानी और अश्लील वीडियो बनाने के बाद काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में बीते 4 दिनों से माहौल खराब है. पढ़ाई लगभग ठप सी हो गई है. सिंह द्वार स्टूडेंट्स के कब्जे में है. बुधवार को हुई घटना के बाद से छात्र-छात्राएं आंदोलनरत हैं. उनकी मांग आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ ही बीएचयू परिसर की सुरक्षा बढ़ाए जाने की है. वाराणसी जिला प्रशासन और बीएचयू प्रशासन ने कई फैसले किए हैं. अब बीएचयू में बाहरियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाए जाने की तैयारी है.

लगातार आवाज उठा रहे स्टूडेंट : छात्रों की मांग है अस्पताल से आगे कोई भी बिना कारण परिसर में न आए. आए दिन काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर में अलग-अलग मौकों पर हो रही छेड़खानी अब बड़ा मुद्दा बन चुकी है. चार दिन पहले छात्रा के साथ हुई घटना ने पूरे देश में विश्वविद्यालय प्रशासन पर सवाल खड़ा दिया है. छात्रों की सुरक्षा का मुद्दा तूल पकड़ता जा रहा है. वहीं दूसरी ओर विश्वविद्यालय के स्टूडेंट्स ने भी मोर्चा खोल दिया है. छात्र कैंपस में बाउंड्रीवाल बनाए जाने को लेकर दो हिस्सों में बंट गए हैं, लेकिन विश्वविद्यालय के कैंपस की सुरक्षा को लेकर वे लगातार मांग कर रहे हैं.

बीएचयू छेड़छाड़ का मामला इन दिनों सुर्खियों में है.
बीएचयू छेड़छाड़ का मामला इन दिनों सुर्खियों में है.

रात 10 से सुबह पांच बजे तक पाबंदी : जिला प्रशासन और विश्वविद्यालय प्रशासन को सुरक्षा के लिए कई फैसले लेने पड़े हैं. इसमें सबसे जरूरी मुद्दा है बाहरियों का प्रवेश. अभी तक विश्वविद्यालय मे बिना किसी रोक-टोक के कोई भी कैंपस के किसी भी गेट से परिसर में आ-जा सकता था. इसके लिए कोई समय सीमा नहीं निर्धारित थी. मगर अब जिला प्रशासन ने यह फैसला लिया है कि रात 10 से सुबह 5 बजे कर कोई भी बाहरी व्यक्ति कैंपस में इंट्री नहीं ले सकता है. इसके साथ ही इस समय के बीच जो भी आएगा उसे अपनी पहचान और जरूरी वजह बतानी होगी. इसके बाद ही वह कैंपस में जा सकेगा.

प्रशासन के फैसले से सहमत नहीं स्टूडेंट, रखी ये मांग : फैसले के बाद भी छात्र इससे पूरी तरह सहमत नहीं हैं. उनका कहना है कि कैंपस में हर समय बाहरियों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया जाए. इसके लिए नियम बने. बाहरियों के लिए छात्रों ने मांग रखी है कि रात के 10 बजे के बाद बाहरी लोगों का प्रवेश सीमित किया जाए. बीएचयू परिसर के सर सुंदर लाल अस्पताल से आगे बिना जरूरी कारण के कोई भी बाहरी व्यक्ति न जाने पाए. इसके साथ ही परिसर में सभी जगहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाए. इसके साथ ही कैंपस में लाइटिंग की पूरी व्यवस्था में सुधार किया जाए. नियमों को कड़ा बनाने के साथ ही IIT-BHU को बीएचयू के प्रशासनिक नियंत्रण में लाया जाए, जिससे कि सुरक्षा व्यवस्था पर पूरा ध्यान दिया जा सके.

छात्र छेड़खानी के विरोध में आवाज बुलंद कर रहे हैं.
छात्र छेड़खानी के विरोध में आवाज बुलंद कर रहे हैं.

छात्राओं की सुरक्षा के लिए बनाएं कड़े नियम : विश्वविद्यालय परिसर में धरनारत स्टूडेंट्स कैंपस की छात्राओं की सुरक्षा को लेकर आक्रोशित हैं. सबसे पहले तो छात्रों का कहना है कि परिसर में महिलाओं और छात्राओं के साथ गलत व्यवहार करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए. इसके साथ ही महिला सुरक्षा के लिए एक अलग महिला सुरक्षाधिकारी प्राक्टोरियल बोर्ड में 24×7 उपलब्ध रहे. महिला विषयक समिति को सक्रिय किया जाए और यह स्वतः संज्ञान लेकर भी मामलों का निपटारा किया जाए. महिला सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह भी मांग की गई है कि परिसर के आस-पास मादक पदार्थों और शराब ब्रिकी को नियमानुसार प्रतिबंधित किया जाए.

स्टूडेंट बोले- जिला प्रशासन मांगे माफी : IIT-BHU और BHU के बीच बाउंड्रीवाल खड़ी किए जाने के मामले पर IIT-BHU और BHU के छात्र दो भाग में बंट गए हैं. BHU के छात्रों का कहना है कि हम इस विश्वविद्यालय का बंटवारा नहीं होने देंगे. यह महामना की संस्थान की संकल्पना के विपरीत होगा. इसके साथ ही BHU के पूर्व छात्रों और प्रोफेसर्स का कहना है कि BHU का बंटवारा न करते हुए कैंपस की सुरक्षा को बढ़ाने की मांग की जानी चाहिए. ऐसे में छात्रों का कहना है कि बाउंड्रीवाल के विषय पर जिला प्रशासन और विश्वविद्यालय स्पष्टीकरण दे कि बाउंड्री नहीं बनेगी. इसके साथ ही बाउंड्रीवाल की घोषणा पर जिला प्रशासन माफी मांगे.

कल बीएचयू में निकाली जाएगी विशाल रैली : काशी हिंदू विश्वविद्यालय में प्रदर्शन कर रहे छात्र बीएचयू में दीवार खड़ी किए जाने के पक्ष में नहीं हैं. उनका कहना है कि वे इस मामले में कल एक बड़ी रैली आयोजित करेंगे. इसको लेकर बीएचयू के विश्वनाथ मंदिर परिसर में छात्रों की बैठक हुई है. इसमें फैसला लिया गया है कि 6 तारीख को बीएचयू बंद रखा जाएगा और 'हम बीएचयू के लोग' नाम से एक विशाल रैली निकाली जाएगी. सोमवार को 2 बजे विश्वनाथ मंदिर से मालवीय भवन तक रैली निकाली जाएगी. इस दौरान बीएचयू के विभाजन के विरुद्ध छात्र अपनी एकता प्रदर्शित करेंगे. इसके साथ ही महिलाओं और छात्राओं की सुरक्षा का मुद्दा उठाया जाएगा.

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