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वाराणसी: बीएचयू कोविड-19 अस्पताल पर इलाज में लापरवाही का फिर लगा आरोप - सीएम योगी से मिलने पहुंची महिला

उत्तर प्रदेश के वाराणसी में बीएचयू के कोविड-19 वार्ड पर एक बार फिर मरीजों के इलाज में लापरवाही करने का आरोप लगा है. गाजीपुर की रहने वाली एक महिला ने अपने कोरोना संक्रमित बच्चे के इलाज में लापरवाही किए जाने का आरोप लगाया है. महिला वाराणसी पहुंचे सीएम योगी के पास बच्चे को डिस्चार्ज किए जाने की फरियाद लेकर पहुंची थी.

बीएचयू
बीएचयू.
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Published : Jul 27, 2020, 4:06 PM IST

वाराणसी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को एक दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे. वाराणसी दौरे के दौरान योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 को लेकर किए जा रहे कार्यों की समीक्षा को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की. जिस वक्त मुख्यमंत्री बीएचयू के सेंट्रल ऑफिस में कोविड-19 की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक कर रहे थे, उसी समय मुख्यमंत्री से अपने बेटे के अच्छे इलाज के लिए गुहार लगाने एक कोरोना संक्रमित युवक की मां सेंट्रल ऑफिस पहुंची. इस दौरान वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उस महिला को मुख्यमंत्री से मिलने से रोक दिया.

जानकारी देती पीड़ित मां.
पीड़ित मां ने बताया कि वह गाजीपुर की रहने वाली है. उसका बेटाएमबीबीएस का छात्र है, जो पुणे में रहकर पढ़ाई करता है. होली के समय वह घर आया था, जिसके बाद कोरोना के कारण लागू लॉकडाउन की वजह से वह घर में ही रह रहा था. कोरोना जैसे लक्षण दिखने पर बेटे का 17 जुलाई को टेस्ट कराया. उसके बाद उसी दिन उसे दोपहर में बीएचयू में एडमिट कराया गया. बीएचयू पर आरोप लगाते हुए महिला ने कहा कि कोरोना संक्रमित मरीज की मां ने कहा कि शाम को मेरे बेटे ने फोन करके बताया कि मुझे देर रात तक भी पानी नहीं मिला, यहां के स्टॉफ का कहना है कि यहां पर पानी उपलब्ध नहीं है. मेरा बेटा अस्थमा का पेशेंट है. रात भर उसकी सांस फूलती रही और किसी ने सुध नहीं ली.

पीड़ित महिला ने बताया कि मैं यहां पर सीएम साहब से यह गुहार लगाने आई हूं कि मेरे बच्चे को छोड़ दिया जाए. मैं उसे होम क्वारंटाइन करके काढ़ा पिला कर स्वस्थ कर लूंगी. गुहार लगाते हुए पीड़िता ने कहा कि अगर उसके बेटे को इस जेल जैसे अस्पताल से बाहर नहीं निकाला गया तो मेरे बेटे की हालत और खराब हो जाएगी. उन्होंने बताया कि बेटे के साथ हो रहे इस बर्ताव की शिकायत मैंने यहां के एमएस माथुर से की, तो उन्होंने भी कोई कार्रवाई नहीं की.

बीएचयू के कोविड-19 वार्ड पर पहले भी लगे हैं आरोप
कोरोना संक्रमित मरीजों को लेकर बीएचयू में लगातार लापरवाही का मामले पहले भी सामने आए हैं. यहां कुछ दिन पहले एक ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक व्यक्ति ने खुद को बीएचयू में एडमिट बताया और यहां के खराब व्यवस्था को बयां किया था, कुछ दिन बाद उसकी मौत भी हो गई. वहीं कुछ दिन पहले बीएचयू का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें तीन एंबुलेंस खड़ी थी और घंटों से मरीज एंबुलेंस में पड़े थे. उसके बाद अब इस महिला ने बीएचयू पर बड़ा आरोप लगाया है.

वाराणसी: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को एक दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे. वाराणसी दौरे के दौरान योगी आदित्यनाथ ने कोविड-19 को लेकर किए जा रहे कार्यों की समीक्षा को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की. जिस वक्त मुख्यमंत्री बीएचयू के सेंट्रल ऑफिस में कोविड-19 की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक कर रहे थे, उसी समय मुख्यमंत्री से अपने बेटे के अच्छे इलाज के लिए गुहार लगाने एक कोरोना संक्रमित युवक की मां सेंट्रल ऑफिस पहुंची. इस दौरान वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उस महिला को मुख्यमंत्री से मिलने से रोक दिया.

जानकारी देती पीड़ित मां.
पीड़ित मां ने बताया कि वह गाजीपुर की रहने वाली है. उसका बेटाएमबीबीएस का छात्र है, जो पुणे में रहकर पढ़ाई करता है. होली के समय वह घर आया था, जिसके बाद कोरोना के कारण लागू लॉकडाउन की वजह से वह घर में ही रह रहा था. कोरोना जैसे लक्षण दिखने पर बेटे का 17 जुलाई को टेस्ट कराया. उसके बाद उसी दिन उसे दोपहर में बीएचयू में एडमिट कराया गया. बीएचयू पर आरोप लगाते हुए महिला ने कहा कि कोरोना संक्रमित मरीज की मां ने कहा कि शाम को मेरे बेटे ने फोन करके बताया कि मुझे देर रात तक भी पानी नहीं मिला, यहां के स्टॉफ का कहना है कि यहां पर पानी उपलब्ध नहीं है. मेरा बेटा अस्थमा का पेशेंट है. रात भर उसकी सांस फूलती रही और किसी ने सुध नहीं ली.

पीड़ित महिला ने बताया कि मैं यहां पर सीएम साहब से यह गुहार लगाने आई हूं कि मेरे बच्चे को छोड़ दिया जाए. मैं उसे होम क्वारंटाइन करके काढ़ा पिला कर स्वस्थ कर लूंगी. गुहार लगाते हुए पीड़िता ने कहा कि अगर उसके बेटे को इस जेल जैसे अस्पताल से बाहर नहीं निकाला गया तो मेरे बेटे की हालत और खराब हो जाएगी. उन्होंने बताया कि बेटे के साथ हो रहे इस बर्ताव की शिकायत मैंने यहां के एमएस माथुर से की, तो उन्होंने भी कोई कार्रवाई नहीं की.

बीएचयू के कोविड-19 वार्ड पर पहले भी लगे हैं आरोप
कोरोना संक्रमित मरीजों को लेकर बीएचयू में लगातार लापरवाही का मामले पहले भी सामने आए हैं. यहां कुछ दिन पहले एक ऑडियो वायरल हुआ था, जिसमें एक व्यक्ति ने खुद को बीएचयू में एडमिट बताया और यहां के खराब व्यवस्था को बयां किया था, कुछ दिन बाद उसकी मौत भी हो गई. वहीं कुछ दिन पहले बीएचयू का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें तीन एंबुलेंस खड़ी थी और घंटों से मरीज एंबुलेंस में पड़े थे. उसके बाद अब इस महिला ने बीएचयू पर बड़ा आरोप लगाया है.

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